भारत के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार ने शनिवार को बताया कि पहले ही लंबे समय से विलंबित रही कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा परियोजना जल्द ही काम करना शुरू कर देगी। भारतीय सांख्यिकी संस्थान पर आयोजित पी. सी. महलानबीस की 120वीं जयंती पर आयोजित समारोह से इतर प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार आर. चिदंबरम ने पत्रकारों को बताया, "इस संबंध में फैसला कभी भी आ सकता है। यह एक सुरक्षित रिएक्टर है.. इस पर कोई प्रश्नचिह्न नहीं है.. इसे सुरक्षा मानकों के साथ बनाया गया है। उसका परीक्षण कर फैसला लेने का दायित्व परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड (एईआरबी) पर है।" उन्होंने परमाणु ऊर्जा केंद्र के सुरक्षा मानकों के बारे में ब्यौरों को आम जनता तक पहुंचाने की भी कोशिश की।
उन्होंने बताया, "परमाणु ऊर्जा हर तरह के व्यावहारिक उपयोग के लिए सुरक्षित है। आम लोगों को सुरक्षा उपायों की संभाव्यता एवं विश्लेषण समझने में कठिनाई होती है। भारत का इतने वर्षो के परमाणु ऊर्जा उत्पादन के दौरान सुरक्षा के मामले में बहुत अच्छा रिकॉर्ड रहा है..।"

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