- --रिर्जव बैंक सहित दर्जनों राष्ट्रीयकृत बैंको का एआईएसएफ ने किया धेराव, कई जगहों पर प्रशासन से हुई तीखी नोक-झोक, आईबीपीएस के फैसले को कतई नहीं मानेगें छात्र
आई.बी.पी.एस. परीक्षा में मनमाने फेरबदल के खिलाफ ए.आई.एस.एफ. द्वारा आहुत बैंकों के घेराव एवं प्रदर्शन कार्यक्रम के तहत आज संगठन से जुड़े छात्रों ने पटना स्थित रिजर्व बैंक सहित दर्जनों राष्ट्रीयकृत बैंकों के क्षेत्रीय कार्यालय का घेराव किया और बैंकों के क्षेत्रीय पदाधिकारों से मांगों के समर्थन में कार्रवाई की मांग की। छात्रों ने आईबीपीएस के फैसले के खिलाफ विभिन्न स्थानों से जुलूस निकाल सर्वप्रथम रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया का धेराव सुबह 10 बजे से ही कर दिया। रिर्जव बैंक के समक्ष अचानक दजर्नों छात्रों की आने एवं नारेबाजी से रिजर्व बैंक के कर्मचारियों और अधिकारियों में हड़कंप मच गया। रिजर्व बैंक के गेट से प्रवेश कर रहे छात्रों से सुरक्षाकर्मी एवं गाडऱ्ों से छात्रों की तीखी झड़प भी हुई इसके पश्चात रिजर्व बैंक के क्षेत्रिय निर्देशक स्वरूप सिंह ने तीन सदसीय प्रतिनिधि मंडल से वार्ता का प्रस्ताव दिया। उन्होंने छात्रों से समवेदनशीलता पूर्वक बात कर विश्वास दिलाया की राष्ट्रीय पदाधिकारियों एवं आईबीपीएस को भी पत्र लिखकर इस दिशा की कार्रवई की मांग करेंगें।
आरबीआई निदेशक से वार्ता के बाद छात्रों के जुलूस ने एक-एक करके बैंक आॅफ इंडिया, सेन्ट्रल बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, सिंडीकेट बैंक का धेराव किया। इन तमाम धेरावों में बैंक के उपर छात्रों के हुए प्रदर्शन से भय व्याप्त हो गया और लगभग सभी बैंकों के पदाधिकारियों ने छात्रों के मांग को जायज बताया और मांगों को पुरा करने के संदर्भ में अपने राष्ट्रीय पदाधिकारियों एवं आईबीपीएस के पदाधिकारी को पत्र लिखने का आश्वासन दिया। कई बैंकों में धेराव के दौरान बैंकों के सुरक्षा कर्मियों के साथ झड़प हुई। छात्रों के आक्रोश को देख बैंकों के क्षेत्रिय पदाधिकारियों ने फौरन वार्ता कर मांगों को सक्षम पदाधिकारियों के पास भेजने का आश्वासन दिया।
आज प्रदर्शन का नेतृत्व संगठन के राष्ट्रीय सचिव विश्वजीत कुमार, पटना जिला के कार्यकारी जिला सचिव आकाश गौरव, महानगर अध्यक्ष उज्जवल कुमार, आशुतोष, विक्की, अनुराग, रूपेश, अभिषेक आनंद, अजीत कुमार, सुनील, मनीष, सौम्य राज, मुकेश कुमार, रोहित, कन्हैया, सरोज कुमार, उदय नंदन, खुशवंत, संजीत, विकास, अमर, अमित कुमार, हिमांशु शेखर, जितेन्द्र के अलावा सैंकड़ो छात्र प्रर्दशन में शामिल थे।

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