जिले मंें 748 मि0मी0 औसत वर्षा दर्ज
जिले में अब तक 748 मि0मी0 औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है जबकि उक्त अवधि में गतवर्ष 166.2 मि0मी0 औसत वर्षा दर्ज की गई थी। सोमवार 22 जुलाई को जिले में 3.3 मि0मी0 औसत वर्षा दर्ज की गई है। ज्ञातव्य हो कि जिले की सामान्य वर्षा 1133.8 मि0मी0 है। अधीक्षक भू-अभिलेख से प्राप्त जानकारी के अनुसार तहसीलों में स्थापित वर्षामापी यंत्रों में तहसीलवार अब तक दर्ज की गई वर्षा की जानकारी इस प्रकार से है। विदिशा तहसील में 671.6 मि0मी0, बासौदा में 1039.8 मि0मी0, कुरवाई में 856.8 मि0मी0, सिरोंज में 460 मि0मी0, लटेरी में 604 मि0मी0, ग्यारसपुर में 853 मि0मी0, गुलाबगंज में 860 मि0मी0 और नटेरन में 639 मि0मी0 वर्षा दर्ज की जा चुकी है।
समीक्षात्मक बैठक सम्पन्न
कलेक्टर श्री एम0बी0ओझा ने सोमवार को लंबित आवेदनों की समीक्षा की वही शासन के प्राप्त नवीन दिशा निर्देशो से जिलाधिकारियों को अवगत कराते हुए क्रियान्वयन पर बल देने की समझाईंश दी। निर्वाचन प्रक्रिया को सम्पादित करायें जाने हेतु जिले के समस्त शासकीय, अद्र्वशासकीय एवं केन्द्रिय विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों की सूची निर्वाचन कार्यालय में जमा करायें जाने के निर्देश दिए गए थे किन्तु कुछ विभागों के द्वारा अब तक सूची एनआईसी को उपलब्ध नही कराई गई है उन विभागों को तीन दिवस की मोहलत देते हुए कलेक्टर श्री एम0बी0ओझा ने कहा कि उक्त अवधि में यदि सूची उपलब्ध नही कराई जाती है तो उन विभागो के अधिकारी-कर्मचारियों का वेतन आहरण नही करने के निर्देश जिला कोषालय अधिकारी को दिए। कलेक्टर श्री ओझा ने बैठक के दौरान जिलाधिकारियों से कहा कि वे भ्रमण के दौरान स्कूलो में पहुंचकर मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम की माॅनिटरिंग जरूर करें। बैठक में मौजूद बी0आर0सी0, डीएसपी और निकायो के अधिकारियों को उन्होंने तत्काल मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम के निरीक्षण हेतु भेजा और उनसे अपेक्षा व्यक्त की गई है कि नियमित रूप से एमडीएम का सतत निरीक्षण करें और निरीक्षण की जानकारी हर रोज जिला कार्यालय को उपलब्ध करायें। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बीपीएलधारियों के विद्युत देयक माफ करने का निर्णय लिया गया है के परिपालन में ऊर्जा विभाग द्वारा अधिक से अधिक शिविरों का आयोजन कर कार्यवाही क्रियान्वित की जायें। शिविरों में बिजली की अन्य समस्याओं पर भी ध्यान दिया जायें। बैठक में मौजूद मध्य प्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड विदिशा के अधीक्षण यंत्री श्री विनय सिन्हा ने पूर्व आयोजित किए गए शिविरों की जानकारी से कलेक्टर को अवगत कराया। कलेक्टर श्री ओझा ने लोक निर्माण विभाग, आरईएस, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क और एनएच के अधिकारियों से कहा कि बारिश के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखे कि सड़को की खराबी की सूचना जहां से भी प्राप्त होती है तत्काल मरम्मत की कार्यवाही करायें जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने जिन सड़कों के रखरखाव की मियांद पूर्ण हो गई है की मरम्मत कार्यो के लिए शीघ्र निविदाएं आमंत्रित करने की सलाह दी। कलेक्टर श्री ओझा ने स्कूलों की मरम्मत कार्यो के संबंध में भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में अभी भी 22 पंचायत भवन एवं पांच स्कूल भवनों का निर्माण कार्य अब तक प्रारंभ नही किया गया है उक्त कार्यो के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को स्थानीय एसडीएम से संपर्क कर समस्याओं का निदान कराते हुए निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ करायें जाने की हिदायत दी। कलेक्टर श्री ओझा ने बांधो पर सतत नजर रखने की अपेक्षा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बांधो से पानी छोड़ा जाता है तो निचले क्षेत्र जो जल से प्रभावित हो सकते है उन क्षेत्रों के लोगों को सूचित कर उन्हें सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाने की कार्यवाही क्रियान्वित की जायें। उन्होंने वर्षाकाल के दौरान उफान पर आने वाले पुल-पुलियों पर बेरीकेट् लगाने और कर्मचारियों की तैनाती कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर के सभाकक्ष में सम्पन्न हुई इस बैठक में अपर कलेक्टर श्री नरेन्द्र कुमार त्रिवेदी, जिला पंचायत सीईओ श्री शशिभूषण सिंह, एसडीएम श्री अविनाश तिवारी, संयुक्त कलेक्टर श्री जयप्रकाश शर्मा समेत विभिन्न विभागों के जिलाधिकारी मौजूद थे।
सतर्कता मूल्यांकन समिति की बैठक 26 को
स्थानीय सांसद श्रीमती सुषमा स्वराज की अध्यक्षता में जिला स्तरीय सतर्कता मूल्यांकन समिति की बैठक 26 जुलाई को आयोजित की गई है। यह बैठक जिला पंचायत के सभागार कक्ष में दोपहर 12 बजे से प्रारंभ होगी।
मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम के क्रियान्वयन में सावधानियां बरते
मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम परिसर के द्वारा जारी दिशा निर्देशों का हवाला देते हुए जिला पंचायत के सीईओ श्री शशिभूषण ंिसह ने बताया है कि शासकीय शालाओं में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए प्रदाय किए जाने वाले मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम के परिपे्रक्ष्य सावधानियां बरतने हेतु संबंधित स्व सहायता समूहो के साथ-साथ शिक्षकों को निर्देश जारी किए जा चुके है। शिक्षकों से कहा गया कि वे बच्चों को मध्यान्ह भोजन परोसने के पहले स्वंय उसकी गुणवत्ता को चखें इसके अलावा वर्षाकाल में खाद्यान्न का भण्डारण, भोजन सामग्री पकाते एवं परोसते समय पूर्ण स्वच्छता का ध्यान रखा जायें। भोजन किचिन शेड़ में बनायें, भोजन पकाने वाले बर्तनों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जायें, शुद्ध पेयजल प्रदाय किया जायें, डिब्बा बंद तेल व एगमार्क मसालो का उपयोग किया जायें। पकी हुई सब्जियां एवं दालों को ढककर रखा जायें, मीनू अनुसार भोजन तैयार किया जायें। माताओं का निरीक्षण रोस्टर पंजी संधारित की जायें, निर्धारित मात्रा के अनुसार भोजन बच्चों को परोसा जायें इत्यादि शामिल है।

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