अंतरिक्ष के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए भारत ने अपना पहला समर्पित नौवहन उपग्रह प्रक्षेपित किया। यह उपग्रह सोमवार देर रात यहां सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से पोलर सैटेलाइट लॉंच व्हीकल से प्रक्षेपित किया गया। पीएसएलवी-सी22 ने प्रक्षेपण के करीब 20 मिनट बाद उपग्रह आईआरएनएसएस-1ए को उसकी कक्षा में स्थापित कर दिया।
इसरो ने कहा कि 1425 किलोग्राम वजनी आईआरएनएसएस-1ए इंडियन रीजनल नेवीगेशन सेटेलाइट सिस्टम (आईआरएनएसएस) का पहला उपग्रह है। इस उपग्रह का जीवन दस साल का होगा। यह उपग्रह संबंधित पक्षों को सटीक स्थतिक सूचनाएं उपलब्ध कराएगा तथा अपनी सीमा से 1500 किलोमीटर की दूरी तक के क्षेत्र संबंधी आंकड़ें देगा।
आईआरएनएसएस-1ए दो तरह के पेलोड्स लेकर गया है। नेवीगेशन और रेंजिंग पेलोड्स को प्रक्षेपण के 20 मिनट बाद अंतरिक्ष में छोड़ा गया। श्रीहरिकोटा से मध्यरात्रि में हुए इस प्रक्षेपण के बारे में इसरो के सूत्रों ने बताया कि प्रत्येक प्रक्षेपण का समय कक्षीय मापदंड और झुकाव को ध्यान में रखकर तय किया गया था।
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