मध्याह्न भोजन मामले में एसआईटी का गठन. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


बुधवार, 24 जुलाई 2013

मध्याह्न भोजन मामले में एसआईटी का गठन.

बिहार सरकार ने सारण जिला के मशरख प्रखंड के धरमसाती गंडामन गांव स्थित एक प्राथमिक विद्यालय में पिछले 16 जुलाई को विषाक्त मध्याह्न भोजन खाने से 23 बच्चों की मौत और स्कूल की रसोईया और 24 अन्य बच्चों के बीमार पड़ने की जांच के लिए एक विशेष अनुसंधान टीम (एसआईटी) का गठन किया है। बिहार के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) रवींद्र कुमार ने बताया कि विषाक्त मध्याहन भोजन उक्त मामले के अनुसंधान के लिए सारण जिला के पुलिस अधीक्षक सुजीत कुमार के नेतत्व में नौ सदस्यीय एक एसआईटी टीम का गठन किया गया है।

उन्होंने बताया कि एसआईटी इस टीम के आठ अन्य सदस्यों में अपर पुलिस अधीक्षक अरविंद गुप्ता, दो पुलिस निरीक्षक, पांच अवर निरीक्षकों को शामिल किया गया है। रवींद्र ने बताया कि एसआईटी की यह टीम इस मामले में दर्ज दोनों कांडों के अनुसंधान का प्रतिदिन अनुश्रवण एवं प्रगति की समीक्षा अपराध अनुसंधान विभाग के महानिरीक्षक विनय कुमार करेंगे। इस मामले में फरार उक्त स्कूल की प्रभारी शिक्षिका मीना देवी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कल सारण जिला मुख्यालय छपरा स्थित मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत से वारंट प्राप्त कर लिया था।

सारण जिला के पुलिस अधीक्षक सुजीत कुमार ने बताया कि मीना देवी की गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है और अगर आवश्यक्ता पड़ी तो फरार प्रभारी शिक्षिका के घर की कुर्की के लिए अदालत से अनुरोध किया जाएगा। इस बीच राज्य के प्राथमिक विद्यालयों के करीब तीन लाख शिक्षकों ने आगामी 25 जुलाई से मध्याह्न भोजना के क्रियान्वयन में भाग न लेने का निर्णय लिया है। बिहार प्राथमिक स्कूल शिक्षक संघ के अध्यक्ष ब्रजनंदन शर्मा ने बताया कि प्रदेश के प्राथमिक स्कूल के शिक्षकों का यह निर्णय अस्थायी है।

कोई टिप्पणी नहीं: