पटना, 03 जुलाई। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने राज्य में बढ़ती पुलिस बर्बरता एवं पुलिस ज्यादतियों पर गहरी चिंता व्यक्त की है और जमूई में पुलिस हिरासत में पुलिस द्वारा मुन्ना सिंह की बर्बर और अमानुषिक पिटायी से हुई मौत की धटना की कड़ी निन्दा की है। आज यहाँ जारी बयान में राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा है कि मुन्ना सिंह ने अपने आप को स्वंय कोर्ट में आत्म समर्पण किया था। 23 जून को पुलिस मुन्ना सिंह को रिमांड पर जमूई थाना ले आयी। मुन्ना सिंह वर्णवाल के अपहरण के मामले में कथित आरोपी हैं। थाना में मानवाधिकार कानून और सारी मानवीय संवेदनाओं को कुचलते हुए पुलिस ने मुन्ना सिंह की अमानुषिक और बर्बरतापूर्ण तरीके से उतनी पिटायी की कि उसकी मौत हो गयी। पुलिस द्वारा पुलिस हिरासत में ऐसे बर्बर और मानवाधिकार हनन की कार्रवायी की यह कोई पहली धटना नहीं है। पुलिस द्वारा ऐसी धटनाएं नालन्दा, शेखपुरा, पटना, सीवान, औरंगाबाद आदि कई जिलों में हुई हैं। श्री राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा है कि बिहार के आम नागरिकों पर अपराधियों से ज्यादे खतरा पुलिस से पैदा हो गया है। अभी 24 जून को बगहा में बेकसूर निहत्थे सात आदिवासियों को पुलिस ने बेवजह गोली मार कर हत्या कर दी। उसके पूर्व मधुवनी, फारविसगंज, खगडि़या, गया आदि जगहों पर पुलिस की बर्बरता और दरिंदगी उजागर हो चुकी है। विभिन्न राजनीतिक दलों, संगठनों और आम जनता के द्वारा राज्य में बढ़ते पुलिस जुल्म का विरोध होते आ रहा है। लेकिन पुलिस की ज्यादती और बर्बरता बदस्तूर जारी है।
कम्युनिस्ट नेता ने बिहार सरकार की अलोचना करते हुए यह आरोप लगाया है कि हत्या, मानवाधिकार हनन, बर्बरता आदि के दोषि पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सरकार कार्रवायी नहीं कर रही है। इसका सीधा मतलव है कि सरकार ऐसे पुलिस अधिकारियों को बचा रही है। सरकार की इस नीति के चलते बिहार की आम जनता का विश्वास राज्य सरकार और उसकी पुलिस से उठता जा रहा है। जमूई एस.पी का स्थानान्तरण, गिद्धौर तथा जमूई थाना प्रभारी का निलंबन आम जनता की आंखों में धूल झोंकने वाली कार्रवायी है। श्री सिंह ने मांग की है कि जमूई एस.पी का स्थानान्तरण, गिद्धौर तथा जमूई थाना प्रभारी को मुन्ना सिंह की हत्या के आरोप में अविलम्ब गिरफ्तार किया जाय और उनके खिलाफ धारा 302 के तहत हत्या का मुकदमा किया जाय। मृतक मुन्ना सिंह के परिवार को 10 लाख रूपये मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को नौकरी और इस धटना की सी.बी.आई. से जाँच करायी जाय।
इन मांगांे को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी अन्य वामदलों के साथ मिलकर राज्य भर में आन्दोलन चलायेगी। इन्हीं मांगों को लेकर जमूई में आज भा.क.पा.,भा.क.पा.(मा.) और भा.क.पा.(माले) की ओर से संयुक्त धरना आयोजित किया गया।

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