केन्द्र ने बुधवार को नक्सल हिंसा प्रभावित राज्यों से कहा कि वे माओवादियों के खिलाफ अभियान तेज करें। विशेष तौर पर अंतर राज्यीय सीमाओं पर कार्रवाई तेज करने को कहा गया है, क्योंकि माओवादियों ने अपने कैडरों का मनोबल बढ़ाने के लिए इन सीमाओं पर जबर्दस्त हमले शुरू कर दिये हैं।
झारखंड में नक्सल हमले में एक पुलिस अधीक्षक और चार अन्य की मौत के एक दिन बाद गृह मंत्रालय ने राज्यों से कहा कि वे केन्द्रीय बलों और पड़ोसी राज्यों के पुलिसबलों के साथ मिलकर संयुक्त अभियान चलाकर माओवादियों के मजबूत प्रभाव वाले इलाकों से नक्सलियों का सफाया कर दें।
केन्द्रीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में नक्सल हिंसा प्रभावित राज्यों के हालात की समीक्षा की गयी और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल को निर्देश दिया गया कि वे जरूरत पड़ने पर माओवादियों के खिलाफ अभियान की अगुवाई करें। बैठक में खुफिया ब्यूरो प्रमुख एस ए इब्राहिम, सीआरपीएफ महानिदेशक और गृह मंत्रालय में सलाहकार के विजय कुमार मौजूद थे। सूत्रों ने कहा कि कोर एरिया में माओवादियों पर दबाव है, इसलिए वे अन्य जगहों पर पुलिस, नेताओं और नौकरशाहों पर हमले कर ध्यान बंटाना चाहते हैं । कल पाकुड जिले के पुलिस अधीक्षक पर हमला नक्सलियों की इसी नयी रणनीति का परिणाम था ।

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