बिहार के जमुई जिले के कपड़ा व्यवसायी बैकुंठ वर्णवाल के अपहरण के आरोपी मुन्ना सिंह की पुलिस द्वारा कथित रूप से की गई पिटाई के हुई मौत के मामले में मंगलवार को जमुई के पुलिस अधीक्षक को निरस्त कर दिय गया है। इधर , बिहार सरकार ने मृतक के परिजनों को पांच लाख रुपए बतौर मुआवजा भी देने की घोषण की है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को मुख्य सचिव एक़ क़े सिन्हा, पुलिस महानिदेशक अभयानंद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अंजनी कुमार सिंह और गृह विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी के साथ बैठक की और जमुई के पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने लोगों से शांति बनाने की अपील करते हुए मुन्ना के परिजनों के पांच लाख रुपए की मुआवजा राशि दने की घोषणा की। जमुई के पुलिस अधीक्षक दीपक वर्णवाल को हटाकर उनकी जगह जितेन्द्र राणा को पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है।
उल्लेखनीय है कि जमुई के लखापुर गांव निवासी कुशेशर सिंह के पुत्र मुन्ना को 23 जून को पुलिस ने गंभीर हालत में पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया था, जिसकी सोमवार को मौत हो गई। कुशेशर सिंह का आरोप है कि पुलिस ने व्यवसायी हत्याकांड का आरोप में मुन्ना की जमकर पिटाई की जिससे उसकी मौत हो गई।
इधर, इस घटना के विरोध में ग्रामीणों ने सुबह से ही जमुई में जमकर हंगामा और पुलिस पर पत्थरबाजी की। इस घटना में एक पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया। गारतलब है कि इस मामले में जमुई के थाना प्रभारी जितेन्द्र कुमार और गिद्घौर के थाना प्रभारी सत्यव्रत भारती को पहले ही निलंबित किया जा चुका है।

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