पन्ना (मध्यप्रदेश) की खबर ( 01 जुलाई ) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 1 जुलाई 2013

पन्ना (मध्यप्रदेश) की खबर ( 01 जुलाई )

राहत कोष में सभी करें खुलकर सहयोग -कलेक्टर
  • निर्माण कार्यो की गुणवत्ता का प्रमाण पत्र दें तत्काल-कलेक्टर

पन्ना 01 जुलाई 13/कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर धनंजय सिंह भदौरिया ने विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में बाढ और भू- स्खलन की विभिषिका के हजारों व्यक्ति शिकार हुए हैं। वहां जन-धन की आपार हानि हुई है। सभी अधिकारी और कर्मचारी आपदा पीडितों के लिए स्वैच्छा से एक दिन का वेतन राहत कोष में दान करें। संकट की इस घडी में उत्तराखण्ड के आमजन एवं तीर्थ यात्रियों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए राहत कोष में खुलकर सहयोग प्रदान करें। सहयोग राशि मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में जमा कराएं। उन्होंने कहा कि जिले में लगातार वर्षा हो रही है। इसके कारण कुछ क्षेत्रों में बाढ की भी स्थिति निर्मित हुई। अब नदियों का पानी सामान्य स्तर पर हो गया है। बाढ के समय जो व्यक्ति राहत शिविरों में रह रहे थे वे वापस घर लौट रहे हैं। बाढ से प्रभावित वस्तियों में पेयजल की शुद्धिकरण तथा उपचार की विशेष व्यवस्था कराएं। इंदिरा आवास योजना के तीन प्रतिशत जिला स्तर मद से केवल बाढ पीडित क्षेत्रों मंे आवास स्वीकृत किए जाएंगे। लगातार वर्षा के कारण नये भवनों एवं बांधों को भी हानि हो सकती है। निर्माण कार्यो से जुडे कार्यालय प्रमुख निर्माण कार्यो की गुणवत्ता के संबंध में दो दिवस के अन्दर प्रमाण पत्र प्रस्तुत करें। यदि किसी निर्माण कार्य की गुणवत्ता ठीक नही है तो संबंधित ठेकेदार के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कराएं। निर्माण कार्याे के क्षतिग्रस्त होने पर संबंधित तकनीकी अधिकारी के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी। हाउसिंग बोर्ड द्वारा बनाए गए आवासीय भवन हीन गुणवत्ता के हैं। कार्यपालन यंत्री पीडब्ल्यूडी इसकी जांच करके तत्काल प्रतिवेदन दें। कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि वर्षा जनित रोगों से बचाव तथा मलेरिया नियंत्रण के लिए ग्रामवार कार्ययोजना बनाकर कार्य करें। बाढ से प्रभावित गांव में भी उपचार की पूरी व्यवस्था करें। मलेरिया स्लाईड की नियमित जांच कराएं। डिपो होल्डर तथा स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के पास पर्याप्त दवाएं उपलब्ध कराएं। सभी एसडीएम अपने क्षेत्र के अस्पतालों का नियमित निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि लोक सेवा गारंटी योजना के तहत अभी तक 42 अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने डिजीटल हस्ताक्षर बनाकर नही दिए हैं। तीन दिवस में इसे तैयार कर उपलब्ध कराएं। उप संचालक कृषि खाद और बीज के उठाव की नियमित समीक्षा करें। किसानों को समय पर खाद, बीज मिलना सुनिश्चित करें। इनकी गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान दें। बैठक में वनाधिकार अधिनियम से पट्टों के वितरण, आवास मिशन, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, इंदिरा आवास योजना, पंच-परमेश्वर योजना तथा सामाजिक सुरक्षा अभियान की डाटा फीडिंग एवं सत्यापन की समीक्षा की गई। बैठक में समय अवधि पत्रों तथा जन शिकायत निवारण प्रकोष्ठ के पत्रों के निराकरण की विभागवार समीक्षा की गई। बैठक में एडीएम चन्द्रशेखर बालिम्बे, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती भावना बालिम्बे सहित सभी एसडीएम एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। 

श्री विधि से धान उत्पादन तकनीक का दिया गया प्रशिक्षण
पन्ना 01 जुलाई 13/अजयगढ़ विकासखण्ड की ग्राम पंचायत प्रतापपुर में कृषक पुरूषांे तथा महिलाओं को कृषि विज्ञान केन्द्र पन्ना द्वारा श्री विधि से धान उत्पादन तकनीक का प्रषिक्षण दिया गया। कृषि विज्ञान केन्द्र के डाॅ. राजीव सिंह वैज्ञानिक (फसलोत्पादन) ने कृषकों को जानकारी दी कि सर्वप्रथम धान की नर्सरी डालने के पूर्व 17 प्रतिषत नमक का घोल बनाकर बीज को उपाचारित करना चाहिये। जिससे मरा हुआ व कमजोर बीज पानी की उपरी सतह पर आ जायेगा और उसका निष्कासन कर पुनः साफ पानी से स्वस्थ बीज को तीन बार धोने के पष्चात् ही नर्सरी में बुवाई हेतु प्रयोग करना चाहिए। जमीन सतह से 15 सें.मी. ऊंचा बीज शैया तैयार कर बीज की बुवाई करना चाहिए, साथ ही यह ध्यान रहे कि बीज पूर्णतः ढक जाए। संस्था में पदस्थ डाॅ. रीतेष कुमार जायसवाल वैज्ञानिक (पौध संरक्षण) ने नर्सरी बुवाई से पूर्व बीज का उपचार ट्राइसाइक्लाजोल नामक फफूँद नाषक दवा का 2 ग्राम कि.ग्रा बीज की दर से प्रायोग करें। जिससे झुलसा रोग का प्रकोप कम होगा, और खडी फसल में आवष्यकता पडने पर ट्राइसाइक्लाजोल का 1 ग्राम/ली पानी की दर से घोल बनाकर छिडकाव कर सकते हैं। बीजोपचार उपरांत नर्सरी की बुवाई कर सकते हैं और बुवाई के 10-12 दिन के पष्चात् पौध का रोपण अच्छी तरह तैयार खेत में पक्ंित एवं पौध के बीच 25ग्25 सें.मी. के अंतरात पर एक पौधा/हील रोपाई करना चाहिए। कृषक एक बात का विषेष ध्यान रखें कि खेत की तैयारी के समय आवष्यक पोषक तत्व डी.ए.पी. 50 कि.ग्रा. एवं म्यूरेट आॅफ पोटाष 25 कि.ग्रा./एकड की दर से प्रयोग करना चाहिए। धान की खडी फसल में युरिया का 85 कि.ग्रा/एकड की दर से 2 बार बराबर-बराबर मात्रा में प्रयोग करना चाहिए। प्रथम रोपाई के 25-30 दिन पष्चात् द्वितीय पौधें में बाली भरते समय प्रयोग करना चाहिए जिससे धान के उत्पादन में वृद्धि जरूर होगी।

ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण के निर्देशों का पालन करें-कलेक्टर
पन्ना 01 जुलाई 13/ध्वनि प्रदूषण के संबंध में उच्च न्यायालय ग्वालियर खण्डपीठ ने याचिका दायर की गई है। याचिका के संबंध में उच्च न्यायालय ने शासन को ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण के संबंध में निर्देश जारी किए हैं। कलेक्टर धनंजय सिंह भदौरिया ने माननीय न्यायालय के निर्देशों का पूरी तरह से पालन करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा है कि ध्वनि प्रदूषण के नियंत्रण के लिए कोलाहल नियंत्रण अधिनियम भी प्रभावशील है। इसके तहत रात 10 बजे से प्रातः 6 बजे के बीच लाउड स्पीकर से सार्वजनिक स्थलों में केवल 10 डेसीबल तक के शोर की अनुमति है। इस अवधि में अन्य वाद्य यंत्रों से भी केवल 5 डेसीबल तक की ध्वनि की अनुमति दी गई है। इससे अधिक की ध्वनि होेने पर पुलिस तत्काल प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही करें। यदि ध्वनि प्रदूषण रोकने के लिए तत्परता से कार्यवाही नही की जाती है तो इसे माननीय उच्च न्यायालय की अवमानना माना जाएगा। उन्होंने आमजनता से अनुरोध करते हुए कहा है कि रात 10 बजे से प्रातः 6 बजे तक डी.जे., लाउड स्पीकर एवं अन्य ध्वनि विस्तार यंत्रों का उपयोग न करें। कोलाहल नियंत्रण अधिनियम के तहत केवल सक्षम अधिकारी की लिखित अनुमति के बाद ही निर्धारित डेसीबल तक ध्वनि विस्तार यंत्रांे का उपयोग करें। अस्पताल, स्कूल, काॅलेज तथा अन्य सार्वजनिक स्थलों के पास-पास ध्वनि विस्तार यंत्रों का उपयोग न करें। इसका उपयोग करने पर प्रकरण दर्ज कर दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी। ध्वनि प्रदूषण सबके लिए हानि कारक है। इसके नियंत्रण के लिए किए जा रहे प्रयासों में सहयोग करें। 

जिले में अब तक 362.8 मि.मी. वर्षा दर्ज

पन्ना 01 जुलाई 13/जिले मेें एक जून से अब तक 362.8 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। इस संबंध में अधीक्षक भू-अभिलेख ने बताया कि तहसील पन्ना में 428 मि.मी., गुनौर में  304 मि.मी., पवई में 273 मि.मी., शाहनगर में 364 मि.मी. एवं अजयगढ़ में 444.9 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। गत वर्ष इसी अवधि मेें जिले में 47.1 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई थी। जिसमें तहसील पन्ना में 11.0 मि.मी., गुनौर में 3.0 मि.मी., पवई में 52.4 मि.मी., शाहनगर में 108.4 मि.मी. एवं अजयगढ़ में 60.6 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई थी। गत वर्षा की तुलना में अब तक लगभग 7 गुना वर्षा हो चुकी है। जिले में एक जुलाई को 14 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई। सर्वाधिक 38 मि.मी. औसत वर्षा शाहनगर तहसील में दर्ज की गई। जिले में 30 जून को तेज वर्षा का दौर रहा। इस दिन तहसील पन्ना में 107 मि.मी. तथा तहसील अजयगढ में 103 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई। अब वर्षा का जोर कम होने से नदियों का जल स्तर घट गया है। रैपुरा तथा सुनवानी क्षेत्र में बाढ से प्रभावित सभी गांव से पानी उतर गया है। जिले में 30 जून को कल्दा क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण भितरी मुटमुरू सिंचाई बांध क्षतिग्रस्त हो गया। इसके कारण कई गांव में बाढ की आशंका हुई। इसके चलते 5 गांव के निवासियों को सचेत किया गया। कुछ लोगों ने भय के कारण अपने गांव छोड दिए। लगभग 4 घण्टे के बाद गलको नदी का पानी उतर गया। किसी तरह की जन-धन की हानि नही हुई। 

अनुमति लेकर करें बीजों की बिक्री

पन्ना 01 जुलाई 13/जिले में कई दुकानदार सब्जी सहित अन्य फसलों के बीजों की बिक्री बिना किसी तरह के लाईसेन्स लिए कर रहे हैं। सहायक संचालक उद्यानकी ने कहा है कि सभी सब्जी बीज विक्रेता बीज नियंत्रण आदेश 1983 के तहत लाइसेन्स प्राप्त करके ही बीजों की बिक्री करें। जिन विक्रेताओं के लाइसेन्स की अवधि समाप्त हो गई है वे तत्काल उसका नवीनीकरण कराएं। बिना लाइसेन्स के बीजों की बिक्री करने पर दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी।

डायटिबिज जागरूकता क्लब ने दिए 11 हजार

पन्ना 01 जुलाई 13/उत्तराखण्ड में भीषण तबाही के बाद बडे पैमाने पर राहत एवं बचाव कार्य किए जा रहे हैं। इस कार्य में विभिन्न वर्गो द्वारा सहयोग दिया जा रहा है। पन्ना के डायटिबिज जागरूकता क्लब के सदस्यों ने 11 हजार रूपये की सहायता राशि दी है। सदस्यों ने मुख्यमंत्री सहायता कोष के नाम 11 हजार रूपये का बैंक ड्राफ्ट कलेक्टर धनंजय सिंह भदौरिया को भेंट किया। इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि उत्तराखण्ड की भीषण प्राकृतिक आपदा में सबको सहयोग करना चाहिए। क्लब के सदस्यों ने इस दिशा में सराहनीय पहल की है। इस अवसर पर क्लब के सदस्य प्रमोद पाठक, शिवराम गोस्वामी, ओम चैबे तथा स्वामी जडिया उपस्थित रहे।     

कलेक्ट्रेट में हुआ वन्दे मातरम्

पन्ना 01 जुलाई 13/माह के प्रथम दिवस प्रातः 10.30 बजे कलेक्ट्रेट कार्यालय में सामूहिक रूप से वन्दे मातरम् का गायन किया गया। इसमें कलेक्टर धनंजय सिंह भदौरिया, एडीएम चन्द्रशेखर बालिम्बे, संयुक्त कलेक्टर एन.के. बीरवाल तथा कलेक्ट्रेट परिसर के सभी कार्यालयों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। जिले के अन्य कार्यालयों में भी वन्दे मातरम का गायन किया गया। 

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