मुंबई के नेवल डॉकयार्ड में खड़ी पनडुब्बी में देर रात आग लग गई हालांकि दूसरी पनडुब्बी को वक्त रहते वहीं से निकाल लिया गया। बताया जा रहा है कि इस आग से पनडुब्बी सिंधुरक्षक को काफी नुकसान पहुंचा है जबकि पनडुब्बी सिंधुरत्न पूरी तरह सुरक्षित है। इसे वक्त रहते वहां से बाहर निकाल लिया गया।
आग पर फिलहाल काबू पा लिया गया है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि नौ सेना के 18 जवान अभी भी आग में फंसे हो सकते हैं। मौके पर फायर फायटर्स की टीम मौजूद है और सूत्रों के मुताबिक, पनडुब्बी में लगी आग को सुबह 3.00 बजे बुझा लिया गया था। इन सब के बीच नौसेना ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं हालांकि अभी तक नुकसान की अंदाजा नहीं लगाया जा सका है। आग लगने के बाद से कोस्ट गार्ड को भी अलर्ट कर दिया गया है। साथ ही साथ पूरे इलाके को भी बंद कर दिया गया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि पनडुब्बी में धमाका या तो बैट्रियों से निकलने वाले हाइड्रोजन से या फिर वहां रखे हथियारों से धमाका हुआ होगा हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है। विस्फोट के बाद दरवाजे सील होने की आशंका जताई जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि एक से दो मीटर पानी के अंदर जाने पर पनडुब्बी के दरवाजे को खोलना मुश्किल हो जाता है।
बताया जा रहा है कि पनडुब्बी के अंदर ऑक्सीजन बनाने वाले यंत्र लगे होते हैं। साथ ही साथ डॉकयार्ड में होने से पनडुब्बी को बचाना आसान होता है। हर क्रू सदस्य के पास ढाई घंटे तक बचाव के उपकरण होते हैं।

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