प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार को लाल किले पर लगातार 10वीं बार तिरंगा फहराया। वह जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी के बाद लाल किले पर सबसे ज्यादा बार तिरंगा फहराने वाले प्रधानमंत्री हैं।
पंडित जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले पर 17 बार तिरंगा फहराया था, जबकि इंदिरा गांधी ने 16 बार। अटल बिहारी वाजपेयी ने 1998 से 2003 तक छह बार तिरंगा फहराया। भारत के आजाद होने पर प्रथम प्रधानमंत्री पंडित नेहरू ने पहली बार इस ऐतिहासिक लाल किले पर 1947 में तिरंगा फहराया था।
मनमोहन सिंह ने देश के 14वें प्रधानमंत्री के तौर पर 15 अगस्त 2004 को पहली बार लाल किले पर तिरंगा फहराया था। वह उसी वर्ष मई में प्रधानमंत्री बने थे। इस मौके पर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने नरेन्द्र मोदी पर संभवत: निशाना साधते हुए कहा कि तंग और सांप्रदायिक विचारधारा की आधुनिक भारत में कोई जगह नहीं है।
मनमोहन सिंह ने 67वें स्वतंत्रता दिवस पर देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि एक आधुनिक प्रगतिशील और धर्म निरपेक्ष देश में तंग और सांप्रदायिक ख्यालों की कोई गुंजाइश नहीं हो सकती। ऐसी सोच हमारे समाज को बांटती है और हमारे लोकतंत्र को कमजोर करती है। उन्होंने कहा कि हमें इसे रोकना होगा। हमें अपनी संस्कृति की उन परंपराओं को मजबूत करना होगा, जो हमें अन्य विचारधाराओं के प्रति सहनशील होना और उनका सम्मान करना सिखाती है। प्रधानमंत्री ने सभी राजनीतिक दलों, समाज के सभी वगो और आम जनता से इस दिशा में प्रयास करने की अपील की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा भारत खुशहाल होगा और उसकी खुशहाली में सभी नागरिक बराबर के शरीक होंगे चाहे उनका धर्म, जाति, क्षेत्र, भाषा कुछ भी हो । इसके लिए हम सबको मिलकर देश में राजनीतिक स्थिरता, सामाजिक एकता और सुरक्षा का माहौल बनाना होगा।
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