बिहार में शहीद सैनिकों को लेकर मंत्रियों के बयान से सरकार के लिए नया बखेड़ा प्रारंभ हो जा रहा है। बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री भीम सिंह के एक विवादास्पद बयान को लेकर जहां विपक्षी दल मंत्री को बर्खास्त करने की अभी मांग कर ही रहे हैं वहीं शनिवार को कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह की भी जुबान फिसल गई। नरेन्द्र सिंह ने जमुई में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि भारत-पाकिस्तान सीमा पर शहीद हुए सैनिकों के लिए पाकिस्तान सेना का हाथ नहीं है। उन्होंने कहा कि उग्रवाद तो हर जगह है। उन्होंने शहीद के परिजनों के अनशन पर कहा कि अगर कोई धरना देकर यह कहेगा कि राष्ट्रपति बुला दो, कर्नल बुला दो, भगवान बुला दो, तो यह संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि यह सब विपक्ष करवा रहा है।
इस बयान के बाद राज्य के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष मंगल पांडेय ने ऐसे बयान की भर्त्सना करते हुए असंवेदनशील मंत्रियों के इस्तीफे की मांग की है। उल्लेखनीय है कि दो दिन पूर्व भीम सिंह ने अपने बयान में कहा था कि सेना और पुलिस में तो लोग शहीद होने के लिए ही जाते हैं, हालांकि बाद में उन्होंने इस बयान के लिए सार्वजनिक रूप से खेद प्रकट करते हुए माफी मांग ली थी।

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