झारखंड में मानसूनी बारिश की कमी को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य को सूखा-प्रभावित घोषित किए जाने की मांग की है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रबिंद्र राय और पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मंडा के नेतृत्व में भाजपा प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल सैयद अहमद से मुलाकात की और उनसे राज्य को सूखा प्रभावित घोषित किए जाने की मांग की। भाजपा के राज्य प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा, "राज्यपाल को दिए गए ज्ञापन में हमारी पार्टी ने राज्य में व्याप्त सूखे के संबंध में श्वेत पत्र लाए जाने की मांग की है। इसके अलावा प्रभावित किसानों की ऋण माफी और तत्काल 10,000 रुपये देने की मांग की गई है।"
इस साल झारखंड में काफी कम बारिश दर्ज की गई है। आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक, अगस्त के दूसरे सप्ताह तक यहां 476 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जबकि यहां होने वाली सामान्य बारिश 771 मिलीमीटर है। धान की कृषि के मामले में धनी इस राज्य के 32 फीसदी खेतों में ही इसकी रोपाई हो सकी है। कम बारिश की वजह से राज्य के कई जिले प्रभावित हुए हैं। छह जिलों में 10 फीसदी से भी कम और सात जिलों में 20 फीसदी से भी कम खेतों में धान की रोपाई हुई है।
अधिकारियों का कहना है कि सरकार बारिश की स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए महीने के तीसरे सप्ताह का इंतजार करेगी। एक अधिकारी ने कहा, "किसी भी तरह के उपाय की घोषणा या कदम महीने के तीसरे सप्ताह के बाद लिए जाएंगे। राज्य में बारिश में कमी हुई है और हम स्थिति को निर्धारित कर रहे हैं। बारिश और रोपाई की वास्तविक स्थिति के आधार पर ठोस उपाय किए जाएंगे।"

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