इंडियन मुजाहिद्दीन वाले भटकल भाई। आप आखिरकार पकड़ लिए गए। लेकिन हैरान - परेशान होने वाली कोई बात नहीं। आप कुछ दिनों तक देश की जेलों में रह कर बिरियानी खाओ। आपका कोई क्या बिगाड़ लेगा। इस देश में भारत माता को डायन कहने वाले मुलायम प्रिय आजम खान आज भी उत्तर प्रदेश में मंत्री हैं या नहीं। संसद में वंदे मातरम का बार - बार ब हिष्कार करने वाले बहुजंन समाज पार्टी के एक सांसद का किसी ने कुछ बिगाड़ लिया क्या। पुलिस हटा लेने की स्थिति में देश की बहुसंख्यक आबादी को मिनटों में मिटा देने का दंभ भरने वाले हैदराबाद के अकबरुद्दीन बंधुओं का क्या हुआ। आखिर वे सभी जेल से छूट गए ना। आज भी माननीय बन कर घूम रहे हैं। फिर आप क्यों फिक्र करते हो। आपके अब्बा हुजूर मुठभेड़ में मारे जाने के बनिस्बत आपके पकड़े जाने पर खुशी जाहिर कर ही चुके हैं।
अभी समाजवादी पार्टी के दो सांसदों ने आपकी गिरफ्तारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आने वाले दिनों में अभी न जाने कितने किंतु - परंतु खड़े होंगे। कुछ दिनों के अदालती पचड़े के बाद जमानत मिल ही जाएगी। बस फिर क्या। अखबारों व चैनलों पर मिले कवरेज की बदौलत सेलिब्रेटीज बन ही चुको हो। क्या पता कुछ अरसे बाद बिग बास टाइप कोई सीरियल आपके सामने मेहमान बनने का प्रस्ताव रख दे। फिर खूब देना सफाई। अपने ऊपर लगे आरोपों को सांप्रदायिक शक्तियों की साजिश बता कर धूल में उड़ा देना कौन सी बड़ी बात है। ऐसा न भी हो, तो क्या गम है। कोई न कोई राजनैतिक दल आपके सामने उम्मीदवार बनने का प्रस्ताव रख ही देगा। सुना है आपके कई और भाई है, जो सब के सब अंधेरगर्दी के काम में लगे हुए हैं। फिर सब को बुला लेना। क्या पता देखते ही देखते आपका भी बड़ा राजनैतिक परिवार बन जाए। जैसा आज कभी कांग्रेस के परिवारवाद को कोसने वाले उत्तर प्रदेश के मुलायम सिंह यादव का है। इसलिए फिकिर नाट। बस चुनाव क्षेत्र च्वाइश करो।
तारकेश कुमार ओझा,
खड़गपुर ( प शिचम बंगाल)
लेखक दैनिक जागरण से जुड़े हैं।
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