पाकिस्तानी सैनिकों के हमले में शहीद बिहार रेजिमेंट के शहीद बिहटा निवासी विजय कुमार राय की पत्नी सहित उनके परिवार के अन्य सदस्यों ने सेना के अधिकारियों के आश्वासन के बाद शनिवार को अपना अनशन तोड़ दिया। सैन्य अधिकारियों ने शहीद की पत्नी को नौकरी और बच्चों की पढ़ाई की समुचित व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है। बिहटा के आनंदपुर ठेकहा गांव में शहीद विजय के भाई ब्रजनंदन कुमार ने बताया कि बिहार रेजिमेंट के मेजर जनरल बी़ एस़ नेगी द्वारा फोन पर आश्वासन दिया गया है, जिसके बाद परिवार ने अनशन तोड़ने का निर्णय लिया है।
आश्वासन के अनुसार शहीद की पत्नी को नौकरी, दानापुर में रहने की समुचित व्यवस्था तथा बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था कराना शामिल है। अनशन पर बैठे लोगों में विजय की पत्नी पुष्पा सहित सभी परिजनों की स्थिति बिगड़ने लगी थी। उल्लेखनीय है कि विजय के परिजन सेनाध्यक्ष विक्रम सिंह को बुलाने की मांग को लेकर शुक्रवार को अपने घर के सामने ही अनशन पर बैठ गए थे।
इसके पूर्व विजय के परिजनों से मिलने भारतीय जनता पार्टी के नेता और बिहार सरकार में पूर्व मंत्री गिरिराज सिंह और हरेंद्र प्रताप सहित कई नेता पहुंचे थे। जम्मू एवं कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तान की तरफ से हुई फायरिंग में पांच भारतीय जवान शहीद हो गए थे। पांच में से चार जवान बिहार के रहने वाले थे। इनमें बिहार के बिहटा निवासी विजय कुमार राय, छपरा निवासी नायक प्रेमनाथ सिंह, आरा निवासी लांस नायक शंभुशरण राय और छपरा निवासी सिपाही रघुनंदन प्रसाद शामिल थे।

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