- - दो सौ से अधिक दो और तीन पहिया वाहनों से ढोए गए हजारों टन कोयला
- - इस फेहरिस्त में जीप, आॅटो और टैक्टर के नंबर भी शामिल जबकि 11 एरिया के वाहनों की जांच अभी है बाकी
- - बीसीसीएल अधिकारी व कर्मियों के साथ साथ सुरक्षाकर्मी भी हैं संदेह के घेरे में
- - डीसी ने विभागीय जांच के साथ जांच के लिए सीबीआई को लिखा पत्र
कुमार गौरव, धनबाद: जी हां, चैकिये मत...जब स्कूटर पर गाय और भैंस को ढ़ोया जा सकता है तो कोयला नगरी धनबाद में मोटरसाइकिल, कार और यहां तक कि आॅटो और जीप से कोयले की ढुलाई क्यों नहीं हो सकती है ? यह चैंकने वाली बात नहीं बल्कि सच्चाई है। धनबाद प्रषासन ने ऐसा ही एक मामला पकड़ा है, जिसमें मोटरसाइकिल और कार पर 19-19 टन तक कोयले की ढुलाई करने का मामला सामने आया है। संयुक्त बिहार में हुए चारा घोटाला की तरह धनबाद में कोयले की हेराफेरी का एक बड़ा घोटाला सामने आया है। दरअसल बीसीसीएल के चांदमारी और कुजामा कोलियरी के कांटा घर वे-ब्रिज से कोयले की ढुलाई में लगे जिन वाहनों के नंबर जिला परिवहन कार्यालय भेजे गए थे, उसकी जांच के बाद एक चैंकाने वाली बात सामने आई है। कोयले की ढुलाई में लगी गाडि़यों की लिस्ट में 61 वाहनों के नंबर ऐसे हैं जिनमें मोटरसाइकिल, कार, टैम्पो और टैक्टर के नंबर मिले हैं, जिससे दस दस टन कोयले की ढुलाई की गई है। यह आंकड़ा 30 अप्रैल 11 से 17 अप्रैल 13 तक 20 माह के बीच का है। जिसमें 40 मोटरसाइकिल, 09 कार, 03 टैम्पो, 03 टैक्टर व 02 जीप से हजारों टन कोयले की ढुलाई की गई है। अधिकारी इस मामले में फिलहाल कुछ नहीं कह रहे हैं लेकिन जिला परिवहन अधिकारी द्वारा धनबाद डीसी को भेजे गए पत्र व वाहनों की लिस्ट से इस बड़े घोटाले को उजागर करने के लिए काफी है। जानकारी अनुसार डीसी ने जिला परिवहन पदाधिकारी के पत्र को गंभीरता से लेते हुए विजिलेंस और सीबीआई को पत्र लिखकर जांच करने का आग्रह किया है। डीसी ने बताया कि जांच के बाद परत दर परत कोल परिवहन में किए गए फर्जीवाड़े का मामला सामने आ रहा है। एक कांटा घर की जांच करने के बाद 61 ऐसे वाहन मिले हैं। इसमें दो पहिया और तीन पहिया वाहन षामिल हैं। इन वाहनों से कोयले की ढुलाई किए जाने की बात सामने आई है यही नहीं कुजामा कांटा घर की जांच की गई तो यह आंकड़ा 196 पहुंच गई। इस बाबत डीसी धनबाद, प्रषांत कुमार कहते हैं कि अभी बीसीसीएल के दो कांटा घर के आंकड़े सामने आए हैं जबकि इस तरह के 12 एरिया के कांटा घर जांच के दायरे में हैं। मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी तो कोयले की हेराफेरी में अरबों के घोटाले का पर्दाफाष हो सकता है। उन्होंने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है और इसके माध्यम से राजस्व की भी चोरी का मामला बनता है। इस खुलासे के बाद बीसीसीएल के वरीय अधिकारियों को पत्र लिखकर क्षमता से अधिक लदान के लिए 02 करोड़ 86 लाख 99 हजार बतौर दंड जमा करने को कहा गया है। डीसी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एक तरफ जहां विभागीय जांच के आदेष दे दिए गए हैं वहीं सीबीआई को भी पत्र लिखा गया है। उन्होंने कहा कि बीसीसीएल ने डाक्टर की कार को भी टक बनाकर कोयला ढुलवाया है। इनमें चिरकुंडा स्थित तालडंगा के नेहरू रोड निवासी डाक्टर विजय कुमार की कार जेएच-10जी 9777 और डाक्टर सुदर्षन प्रसाद सिंह की कार जेएच 10एडी 9545 भी षामिल है। आरएस मेमोरियल सेवा सदन के डाक्टर सुदर्षन की कार से तीन बार कोयला ढोया गया, इस कार से पिछले साल 27 जून, 14 अगस्त और 10 अक्टूबर को कोयले की ढुलाई की गई। इस संबंध में जब दोनों कार मालिकों से बात की गई तो उन्होंने इस फर्जीवाड़े में कहीं भी किसी भी प्रकार की संलिप्तता से इनकार किया। साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले में वो बीसीसीएल के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराएंगे व इस बात का जिक्र किया जाएगा कि आखिर कैसे उनकी गाडि़यों के नंबर का दुरूपयोग किया गया ? वहीं दूसरी ओर बीसीसीएल अधिकारी कोयले के इस काले खेल से अपने को दूर रखते हुए कहा कि जांच हो रही है और जांच के बाद ही दोशी लोगों पर कार्रवाई सुनिष्चित की जाएगी। डीसी ने कहा कि इस पूरे खेल में कहीं न कहीं गड़बड़झाले की बू आ रही है, राज्य सरकार और बीसीसीएल को इस खेल से बड़ी आर्थिक चपत लगने की संभावना है। जिससे इनकार नहीं किया जा सकता है। डीसी ने हर पहलु को ध्यान में रखकर अपने स्तर से जांच तो करवा रहे हैं अन्य एजेंसियों से भी इस खेल की जांच करवाने की योजना बना रहे हैं ताकि सच्चाई उभरकर सामने आ सके। जानकारों की मानें तो इस खेल में दो संभावनाएं हैं-आउटसोर्सिंग कंपनियों में लगे टांसपोर्टर मोटरसाइकिल और कार का नंबर प्रयोग कर कोयले की हेराफेरी कर सकते हैं तो दूसरी संभावना बनती है कि रोड परमिट फेल होने वाले भारी वाहन के मालिक राज्य सरकार को करोड़ों का चूना लगाने के लिए इस खेल को अंजाम दिया हो। पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जाए तो बीसीसीएल का बड़ा तबका जांच के दायरे में आ सकता है।
---कुमार गौरव---
धनबाद

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें