बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के रक्सौल से इंडियन मुजाहिदीन के सह-संस्थापक यासीन भटकल की गिरफ्तारी को लेकर राज्य में राजनीति गरमा गई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बिहार सरकार पर आतंकवादियों के प्रति नरम रुख अपनाने का आरोप लगाया है, वहीं सतारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) ने कहा है कि भाजपा के नेता मानसिक संतुलन खो दिए हैं। भाजपा नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सोशल नेटवर्किं ग साइट पर सरकार पर आरोप लगाया है कि देश के छह राज्य भटकल से विभिन्न मामलों में पूछताछ करने के लिए उसे रिमांड पर लेने की बात कर रहे हैं, परंतु बिहार में भटकल की गिरफ्तारी के बाद भी पुलिस ने न तो उससे पूछताछ की और न ही रिमांड पर लेने की कोशिश की।
उन्होंने कहा कि पटना में बचपन बिताने की वजह से गुजरात में पुलिस मुठभेड़ में मारी गई इशरत जहां को जद (यू) बिहार की बेटी बता रही है, ऐसे में भटकल का ससुराल बिहार के समस्तीपुर में होने की वजह से उसे कहीं बिहार का दामाद न बता दे। उन्होंने कहा केन्द्रीय जांच एजेंसियों की सूचना के अनुसार, भटकल दरभंगा में बतौर आयुर्वेद चिकित्सक काम कर युवकों को आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित कर रहा था, ऐसे में बिहार सरकार ने पूछताछ के लिए उसे रिमांड पर लेने की पहल क्यों नहीं की? मोदी ने आरोप लगाया है कि आमतौर पर छोटी-सी सफलता पर भी श्रेय लेने वाली बिहार पुलिस आखिर इतनी बड़ी कामयाबी से अपने आप को क्यों बचा रही है, क्या कोई बड़ी राजनीति वजह बिहार पुलिस को रोक रही है?
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सी. पी. ठाकुर ने भी सरकार पर आरोप लगाया है कि बिहार से अब तक 10 से अधिक संदिग्ध आतंकवादियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, परंतु बिहार सरकार आतंकवादियों के नेटवर्क और उनके पनाहगाहों पर कोई कारवाई नहीं कर पाई है। इधर, जद(यू) के महासचिव के. सी. त्यागी ने मोदी के बयान को आपत्तिजनक और चरित्रहनन करने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान के लिए मोदी को माफी मांगनी चाहिए। जद(यू) के विधान पार्षद संजय सिंह का कहना है कि सत्ता से हटने के बाद मोदी का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। यही वजह है कि वह ऐसे बयान दे रहे हैं।
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