राज्य के विवेक भारत गौड़ ग्लोबल हेल्थकेयर एक्सीलेंस अवार्ड के लिए चुने गए
देहरादून, 10 अगस्त, । प्राइम टाइम मीडीया रिसर्च, नई दिल्ली द्वारा उत्त्राखण्ड के ऋषिकेश स्थित संस्था भारत हैरिटेज सर्विसेज के विवेक भारत गौड़ को उनके हेल्थ केयर के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट सेवा कार्याे के लिए ग्लोबल हेल्थकेयर एक्सीलेंस अवार्डस 2013 हेतु चुना गया है। वे यह प्रतिष्ठित सम्मान पाने वाले उत्तराखण्ड के प्रथम व्यक्ति हैं। उन्हें ‘‘सर्वश्रेष्ठ योगा मास्टर व समग्र स्वास्थ्य परामर्शदाता‘‘ के रूप मे नामित किया गया है। योगाचार्य विवेक जी ने समग्र स्वास्थ्य की अवधारणा के लिए योग, आयुर्वेद, रेकी, एक्युप्रेशर आदि विधाओं का समायोजन कर औषधि मुक्त चिकित्सा पद्धति का प्रयोग कर देश व विदेश के कई लोगो को लाभ पहुंचाया है। वे अपनी संस्था भारत हैरिटेज सर्विसेज के अन्तर्गत देश के कई हिस्सों में कई प्रशिक्षण शिविरों का समाज के सभी वर्गाे सामान्य जन, कारपोेरेट, स्कूल आदि मे इस विधा का प्रचार-प्रसार करते हैं। उनकी संस्था में देश विदेश से आने वाले प्रशिक्षणर्थी इन विधाओं को सीखकर विश्व के 40 से ज्यादा देशों मे लोगो को लाभ पहुंचा रहे हैं। अपनी भारतीय संस्कृति की धरोहर को विश्व में प्रसारित करने हेतु वे समय समय पर विश्व भ्रमण पर जाकर वहां कार्यशाला, व्याख्यान, पाठयक्रम आदि भी अन्य वैश्विक सस्थाओं के सहयोग से आयोजित करतें है। उनकी संस्था उत्तराखण्ड सरकार द्वारा पंजीकृत होने के साथ-साथ वल्र्ड मूमेन्ट फॉर योगा एंव आयुर्वेदा, इटली, ऐसोसिएशन ऑफ कामा आर्टस एंव होलिस्टिक डिसप्लेन, इटली, योगा एलायंस अमेरिका, इन्टरनेशनल योगा एलायंस, भारत, यूरोप योगा फेडरेशन, इटली द्वारा भी मान्यता प्राप्त है।वे यूरोप योगाफेडरेशन, व वल्र्डमूमेन्टफार योगा एंव आयुर्वेदा के बोर्ड मेम्बर भी है। इसके साथ ही चीन, नीदरलैन्ड, फ्रांस, इटली, न्यूजीलैन्ड सस्थाओं के वे नियमित प्रवक्ता व प्रशिक्षक भी है। उनके उत्कृष्ट संेवाकार्याे द्वारा ये अवार्ड होटल अशोक, दिल्ली में अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में श्रीमती संतोष चैधरी, राज्य मंत्री, स्वास्थ्यं व परिवारकल्याण मत्रांलय, भारत सरकार द्वारा आगामी 11 अगस्त को प्रदान किया जाएगा । हमसे बातचीत मे उन्होने बताया कि यह सब उनके गुरूजनों, मित्रों पारिवरिक,सामाजिक सहयोग कारण संभव हो सका है। उन्होने हमारी पुरानी विधाओं को आधुनिक व वैज्ञानिक तरीके से बताने की आवश्यकता पर जोर दिया ।
कच्छा बनियानधारी डकैतों ने कई सालों बाद फिर दी दस्तक, ग्रामीणों ने दिया साहस का परिचय
देहरादून, 10 अगस्त, । कच्छा बनियानधारी नाम से मशहूर खतरनाक डाकूओं ने एक बार फिर कई सालों बाद दस्तक दी है। इस डकैत के गिरोह के बारे में कहा जाता है कि यह गिरोह पूरे परिवार को बंधक बनाकर उन पर जानलेवा हमला करता है और डाका डाल कर फरार हो जाता है। इस गिरोह ने उत्तर प्रदेश में भी अपना आतंक मचाया हुआ था, वहीं एक बार फिर अब यह गिरोह कई सालों बाद सामने आया है और इसने अपना निशाना बनाया ग्रामीणों को। राजधानी दून के तुंतोवाला गांव में दो दर्जन हथियारबंद डाकू घुस आए उन्होंने तुंतोवाला निवासी गुड्डू के घर को निशाना बनाते हुए डाका डालने की कोशिश की, गुड्डू ने शोर मचाकर गांव वालों को एकत्र कर दिया। गांव वालों को डकैतों के बीच जमकर संघर्ष हुआ, लेकिन कोई भी डाकू गांव वालों के हाथ नहीं लग सका। घटना के बाद पुलिस ने क्षेत्र की नाकाबंदी करने के बाद पूरे क्षेत्र को घेरकर वहां काबिंग शुरू की। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कच्छा बनियानधारी डकैतों ने शुक्रवार देर रात तुंतोवाला के एक गांव में डाका डालने की जयोना बनाई और करीब दो दर्जन बदमाश हथियारों के साथ गांव में घुस गए और उन्होंने गुड्डू के घर पर धावा बोल दिया, इससे पहले की डाकू कुछ करते गुड्डू के परिजनों ने डाकू-डाकू शोर मचाकर पूरे गांव को एकत्र कर दिया, गांव वालों ने साहस का परिचय देते हुए हाथों में दरांती, लाठी-डंडे लेकर पूरे गांव को घेर लिया, इस बीच गांव वालों को कच्छा बनियान पहने डाकू नजर आए। जिसके बाद डाकुओं और गांव वालों मे जमकर संघर्ष हुआ। करीब 45 मिनट तक दोनों और से लाठी डंडे चले, लेकिन इस संघर्ष में डाकुओं को मौका देखकर फरार होने का मौका मिल गाया, जिसके बाद पूरी रात गांव वालों ने टार्च लेकर डाकुओं की खोज की, लेकिन कोई भी हाथ नहीं लग पाया। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने गांव वालों से डाकुओं का हुलिया जानने के बाद क्षेत्र की नाकाबंदी कर काबिंग शुरू कर दी। शनिवार दिन भर चली काबिंग के बाद भी कोई डकैत पुलिस के हत्थे नहीं चढा।
गला घोंट कर हुई थी युद्धवीर सिंह की हत्या
देहरादून, 10 अगस्त, । पुलिस को कई अहम सुराग कैबिनेट मंत्री डाक्टर हरक सिंह रावत के पूर्व पीएस युद्धवीर सिंह रावत की हत्या के मामले में मिले हैं और पुलिस इस मामले के खुलासे के नजदीक पहुंच चुकी है। इस सनसनी खेज हत्याकांड का पुलिस द्वारा कभी भी खुलासा किया जा सकता है। गौरतलब हो कि शुक्रवार को संदिग्ध स्थिति में पुलिस को युद्धवीर सिंह रावत का शव राजपुर रोड से बरामद हुआ था। उनके शरीर पर कई चोट के निशान भी थे वहीं पोस्टमार्टम रिर्पाेट से भी यह खुलासा हो चुका है कि उनकी हत्या गला घोंट कर की गयी है। पुलिस ने हाई प्रोफाइल हत्याकांड को गंभीरता से लेते हुए तीन पुलिस टीमें गठित की है और इस हत्याकांड की जांच कई ऐगलों से की जा रही है। पुलिस कप्तान द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार घटनास्थल और लोगोें से पूछताछ के दौरान इस मामले में कई अहम जानकारियां मिली हैं और पुलिस इन लीड़ों के आधार पर छानबीन में जुटी है। घटना वाले दिन जिस महिला के साथ होने का मामला सामने आया था पुलिस ने उससे भी गहन पूछताछ की है जानकारी के मुताबिक इस हत्याकांड के तार पैसे के लेन देन से ही जुडे़ हैं तथा इसमें एक महिला की भी अहम भूमिका होने की बात सामने आयी है यही नहीं इस मामले के तार युद्धवीर सिंह के गृहजनपद रुद्रप्रयाग से भी जुड़े होने की जानकारी मिली है। मृतक युद्धवीर सिंह के परिजनों द्वारा इस मामले की सीबीआई जांच कराये जाने की मांग भी की जा रही है और वह उनकी हत्या को एक बड़ा षडंयत्र बता रहे हैं जिसमें कुछ सफेद पोशों की भूमिका की आशंका जताते हुए उन्होंने सीबीआई से पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है वहीं पुलिस सूत्रों के अनुसार पुलिस इस मामले के खुलासे के करीब पहुंच चुकी है और शीघ्र ही इस मामले में कुछ गिरफ्तारियां होने और मामले के खुलासा होने की उम्मीद है। वहीं शनिवार को युद्धवीर सिंह रावत का अंतिम संस्कार कर दिया गया। शव यात्रा में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे इस दौरान कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत भी अपने आसुओं को नहीं रोक पाएं।
एसडीएम का पता बताने वाले को दो लाख ईनाम
देहरादून, 10 अगस्त, । मंदाकिनी के प्रवाह में ग्यारह दिन पूर्व बह गए अल्मोड़ा के एडीएम अजय अरोड़ा के परिजनों ने उनका सुराग देने वाले को दो लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की है। गौरतलब हो कि एडीएम अजय अरोड़ा केदारनाथ धाम से बेसकैम्प लौटते हुए मंदाकिनी नदी के तेज बहाव में बह गए थे। ग्यारह दिन बीत जाने के बाद भी उनका कोई पता न चल पाने के कारण उनके परिजन खासे नाराज है। अजय अरोड़ा के पिता द्वारा शासन प्रशासन पर घोर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार यदि नदी में बहे एक व्यक्ति को नही तलाश सकती तो उससे क्या उम्मीद की जा सकती है।
कई मार्ग अभी भी बंद
देहरादून, 10 अगस्त,। आपदा परिचालन केन्द्र देहरादून से प्राप्त सूचना के अनुसार लो0नि0वि0 प्रा0ख0,दे0दून लम्बीधार किमाडी मोटर मार्ग देहरादून। लो0नि0वि0 नि0ख0, देहरादून कार्यालय वाली सडक बन्द है। लो0नि0वि0 ऋषिकेश से सम्बन्धित 03 सडक बन्द है। चामासारी मंजेरा मोटर मार्ग, सहस्त्रधारा क्यारा मोटर मार्ग, पी0पी0सी0एल0 मोटर मार्ग बन्द है। लो0नि0वि0 सहिया से सम्बन्धित 19 मार्ग बन्द है। पजिटीलानी चंदउ, सुपउ, दसउ मोटर मार्ग, लक्स्यार लुधेरा क्यारी कच्टा मोटर मार्ग, गास्कीगाड गडोल सकरौल मोटर मार्ग, कोटी डिमउ लेल्टा पाल्टा मोटर मार्ग, समर जैन मोटर मार्ग, कोरवा क्वारना मोटर मार्ग मसूरी, त्यूनी नई टिहरी किर्ती नगर मोटर मार्ग, सहिया क्वानू मोटर मार्ग, रानी गांव सम्पर्क मार्ग, सकनी पंजिया मोटर मार्ग, सकनी ककाडी मोटर मार्ग, मीनस हटाल मोटर मार्ग बन्द, कालसी बैराट खाई मोटर मार्ग नराया लोरली मोटर मार्ग, हरिपरु इच्छाडी मोटर मार्ग, कोटि डिमऊ डाण्डा मोटर मार्ग, कानेरा कुना मोटर मार्ग, बिजेऊ क्वेटा खटार मोटर मार्ग, पंजिटिलाीनी बंजरा सुपेऊ मोटर मार्ग बन्द है। लो0नि0वि0 चकराता से सम्बन्धित 08मार्ग बन्द है। धारागाड कथियान मोटर मार्ग, छजाड भूड मोटर मार्ग, हटाड छझाड से बूट मोटर मार्ग, अणु चिल्हाड मोटर मार्ग, कांडा अपर मोटर मार्ग, खारसी मोटर मार्ग बन्द, माकसी पोखरी ककारी मोटर मार्ग, सिलीगाड झबराड कुनैन मोटर मार्ग बन्द है
पछवादून में धड़ल्ले से हो रहा है अवैध खनन, प्रशासन और खनिज विभाग की है माफिया के साथ संलिप्तता
देहरादून, 10 अगस्त, । जनपद देहरादून के पछवादून क्षेत्र की नदियों में अवैध खनन धड़ल्ले से चल रहा है। प्रशासन और खनिज विभाग अवैध खनन रोक पाने में नाकाम साबित हो रहा है। खनन माफिया द्वारा रात-दिन नदियों का सीना चिरा जा रहा है। कई स्थानों पर भंडारण की आड़ में भी अवैध खनन का बड़ा खेल चल रहा है। पछवादून क्षेत्र में यमुना, टौंस, आसन, शीतला, सारणा व कई अन्य नदियों और नालों व खालों से अवैध खनन हो रहा है। कोर्ट ने दून वैली में खनन पर प्रतिबंध लगाया हुआ है, उसके बावजूद धड़ल्ले से खनन हो रहा है। कुछ स्थानों पर खनन माफियाओं ने नदी से कुछ दूरी पर उपखनिज का भंडारण किया हुआ है। डाकपत्थर, ढकरानी, भीमावाला, नवाबगढ़, बाबूगढ़ आदि स्थानों पर रेता और पत्थरों का भंडारण किया गया है। दिन और रातभर क्षेत्र में नदियों में अवैध खनन हो रहा है। खनन माफियाओं की पुलिस के साथ मिलीभगत होने से हौंसल बुलंद हैं। प्रशासन और खनिज विभाग केे अधिकारी जब तक छापा मारने के लिए जाते हैं चुगान में शामिल ट्रक दूसरे रास्तों से निकल जाते हैं। सूचना तो यह भी है कि एसडीएम और तहसीलदार के ड्राइवर खनन माफियाओं से मिले हुए हैं जिस कारण वह खनन माफिया को प्रशासन द्वारा की जाने वाली छामेमारी की कार्रवाई की मोबाइल से सूचना दे देते हैं। आसन और सारणा नदियों में भी अवैध खनन और चुगान का धंधा धड़ल्ले से चल रहा है। अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। विकासनगर तहसील क्षेत्र अंतर्गत उपखनिज भंडारण के कुछ लोगों को लाइसेंस जारी किए गए हैं। भंडारण की आड़ में क्षेत्र में अवैध खनन का बड़ा खेल प्रशासन और खनिज विभाग की मिलीभगत से चल रहा है। कुछ भंडारण करने वाले नदियों से खनन कराकर रवन्ने देकर अवैध को वैध करा रहे हैं। दर्जनों स्थानों पर अवैध खनन का भंडारण किया गया है।
राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए बैठक आहूत
देहरादून, 10 अगस्त, । राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के 26 अगस्त 2013 दिन सोमवार को देहरादून यूनिवर्सिटी आफ पैट्रोलियम एण्ड एनर्जी स्टडीज बिधोली स्थित विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में प्रस्तावित कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे। जिसके सुरक्षा की दृष्टि एवं अन्य सभी व्यवस्थाओं के संबंध में जिलाधिकारी देहरादून आर मीनाक्षी सुंदरम की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय में महामहिम के कार्यक्रम के सम्बन्ध में सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक आहूत की गई। बैठक में उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियांे को निर्देश दिये कि महामहिम राष्ट्रपति की व्यवस्था में किसी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। जिस विभाग को जो दायित्व एवं व्यवस्थाएं दी गयी हैं उनको सही समय से करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने बीएसएनल के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जौलीग्रांट एवं बिधोली हैलीपैड में ब्राडबैंड कनैक्टिविटी सुचारू रूप से होनी चाहिए। इसके साथ ही जहां-जहां सेफ हाउस बनाये जा रहे हैं वहां दूरभाष की व्यवस्था के साथ-साथ कंप्यूटर, प्रिन्टर, फैक्स, इंटरनेट की व्यवस्था कराई जाए। उन्होने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को निर्देश दिये है कि महामहिम राष्ट्रपति के मिनट टू मिनट कार्यक्रम राजभवन से मंगवा लिया जाय। बैठक में जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट एवं यूनिवर्सिटी हैलीपैड तथा कार्यक्रम स्थल में सेफ हाउस बनाये जायं। बैठक में उन्होंने लोक निर्माण विभाग व राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों से कहा कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट से विधोली तक के मार्ग का समुचित देखरेख व जहां मार्ग खराब है उसकी मरम्मत हॉट मिक्स प्लांट से की गयी है। इसका निरीक्षण अधि0 अभियन्ता लोक निर्माण विभाग को करने के निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिये गये। पावर कारर्पाेरेशन के अधिकारियों से कहा कि राष्ट्रपति के प्रवास के दौरान विद्युत आपूर्ति सुचारू रूप से होनी चाहिए तथा कार्यक्रम स्थल पर विद्युत आपूर्ति का प्रमाण पत्र 24 घण्टे पूर्व प्रशासन को दिया जाये। उन्होंने जल संस्थान को जल की आपूर्ति सुचारू करने के निर्देश महामहिम के आगमन के समय रखने के निर्देश दिये। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिये कि राष्ट्रपति के प्रवास के दौरान फ्लीट तैयार रखें । इसके साथ ही सेफ हाउस भी बना लिये जायंे। उन्होंने बीएसएनएल के अधिकारियों को यूनिवर्सिटी हैलीपैड के लिये भी ब्राडबैंड लगाने के लिये निर्देश दिये।ं उन्होने यूनिवर्सिटी के निदेशक से कहा कि आगे की पंक्ति में 20 सीट राष्ट्रपतिके साथ आये अधिकारियों के लिए आरक्षित रखें। इसके साथ ही यूनिवर्सिटी कैम्पस में महामहीम के लिए एक हेलीपेड मैजरमैन्ट के साथ बनाया जाये जिसकी टैक्निकल देख-रेख लोनिवि के अधि0 अभियन्ता द्वारा कराई जाये। बैठक में उन्होने पेट्रोलियम एण्ड एनर्जी स्टडीज यूनिवर्रिटी के निदेशक से कहा कि निमत्रंण पत्र विभिन्न रंगों के कैटेगरी के अनुसार बनाये जाय तथा पार्किंगं केे लिए पास एवं स्थान का चयन भी कर लें। उन्होने कहा कि सोमवार को प्रातः 10 बजे सम्बन्धित अधिकारियों के साथ कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण उनके द्वारा किया जायेगा। बैठक में एस एल.ओ./संयुक्त मजिस्ट्रेट रंजना वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी सुशील कुमार, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व झरना कमठान, एसपी सिटी जगदीश चन्द्र, नगर मजिस्ट्रेट हरक सिह रावत, एसडीएम सदर रामजी शरण, उप जिलाधिकारी ऋषिकेश हिमालय सिंह मर्ताेलिया, उप जिलाधिकारी, विकास नगर अशोक पाण्डेय, उप नगर मजिस्ट्रेट हरगिरी, अधिशासी अभियन्ता लोक निमार्ण विभाग सी.एम. पाण्डेय, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. गुरूपाल सिंह, जिला सूचना अधिकारी अजय मोहन सकलानी, तथा यूनिवर्सिटी के निदेशक अरूण ठांड मौजूद थे।
वैचारिक अस्पृश्यता बड़ी चुनौती : तरूण विजय,
विद्या का अर्थ श्रेष्ठ आचारण करना है : लक्ष्मी नारायण भाला
देहरादून, 10 अगस्त, । वैचारिक अस्पृश्यता बड़ी चुनौती है इसे दूर करना समय की मांग है। शिक्षा मंजूषा के लोकार्पण के अवसर पर यह विचार मुख्य वक्ता के रूप में सांसद तरूण विजय ने व्यक्त किये जबकि शिक्षा में कमी की चर्चा करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लक्ष्मी नारायण भाला ने कहा कि हमारी शिक्षा में कहीें न कहीं कोई कमी है। जिसके कारण अपराधों पर अंकुश नहीं लगता। उन्होंने कहा कि विद्या का अर्थ श्रेष्ठ आचारण करना है सही मायने में यही विद्या का अर्थ है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि लक्ष्मी प्रकाश जायसवाल ने कहा कि सत्य को कभी दबाया नहीं जा सकता। समाचार पत्र अथवा समाचार जगत मनोरंजन का साधन नहीं है। हिन्दुस्थान समाचार संवाद समिति द्वारा प्रवर समिति अध्यक्ष संजय जैन की अध्यक्षता में जैन धर्मशाला में आयोजित कार्यक्रम में विशिष्ट वक्ताओं ने शिक्षा सार्थकता तथा उपादेयता पर प्रकाश डाला। अतिथियों ने इसी अवसर शिक्षा मंजूषा का लोकार्पण भी किया। लक्ष्मी प्रसाद जायसवाल के संपादन में प्रकाशित इस पत्रिका के लाकेार्पण के अवसर पर उत्तराखंड के कई प्रमुख समाजसेवी राजनेता तथा सामाजिक कार्यकर्ता विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत प्रवर समिति अध्यक्ष संजय जैन तथा आभार प्रदर्शन विमल कुमार ने एवं सफल संचालन डां. विनोद मित्तल ने किया। शिक्षा मंजूषा के निर्माण के लिए प्रवर समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि देश में लगभग 89 संवाद समितियां है जो संवाद प्रसारण का काम कर रही हैं। हिन्दुस्थान के प्रकृति से औरों से अलग है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कहीं भी किसी भी रूप में सत्य को दबाया नहीं जा सकता। उत्तराखंड में आयी आपदा का उदाहरण देते हुए कहा कि इसमें राष्ट्रवादी संगठनों ने अच्छा काम किया है पर उनके काम को उतना महत्व नहीं दिया गया जितना अपेक्षित था। मुख्य अतिथि लक्ष्मी नारायण भाला ने बताया कि आपात काल में तत्कालीन सरकार ने सभी संवाद समितियों को एक कर दिया। आपात काल के बाद फिर समितियां अलग-अलग हुई और संवाद के माध्यमों में बदलाव आया। उन्होंने कहा कि शिक्षा संवाद के मूल में है। जिसके कारण शिक्षा पर विशेष जोर दिया गया। कल्पना थी कि एक विद्यालय खुलेगा तो एक जेल बंद होगी पर विद्यालय तो बढ़े पर जेले तो कम नहीं हुयी, जो शिक्षा की कमी दर्शाता है। मुख्य वक्ता संासद तरूण विजय ने कहा कि समाचार ने सत्य अपवाद नहीं हैं। उन्होंने कहा कि एक बार राष्ट्रवादी समाचार पत्रों में डी.राजा, ए.वी. वर्धन जैसे विचारकों को भी स्थान मिलता था। यहीं संवाद का सच्चा माध्यम है। आज देश में विचार व्यक्त करने वाले पाकिस्तान, चीन की स्थिति में वैचारिक अस्पृश्यता देख सकते है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की आपदा में क्षेत्रवासियों ने जो त्याग किया है। उसका प्रचार प्रसार संवाद माध्यमों में नहीं हुआ जबकि पर्वतीय लोगों ने खेतों के आलू तक लाकर पर्यटकों को खिला दिये। इसकी चर्चा नहीं होती जो समाचार तथ्य के विपरीत है। उन्होंने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने हमेशा हिन्दुस्थान से देश को पुकारते थे और वे भारतीय भाषाओं के सच्चे समर्थक थे। सांसद तरूण विजय ने कहा है कि आज भारतीय भाषा सर्वाधिक संकट में है। पचास से अधिक भारतीय बोलियां विलुप्त हो रही हैं। इसकेक लिए प्रभावी प्रयास की जरूरत है। कार्यक्रम में समाज सेवी कृपा शकंर, गोपाल कृष्ण मित्तल, विजय स्नेही,आजाद सिंह रावत, भुवन जी, पूर्व एडीजी चन्द्रशेखर उपाध्याय, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरबंस कपूर, संजय श्रीवास्तव,रवीन्द्र कटारियां, सुरेन्द्र मित्तल, घनश्याम कुमार डां. प्रभाकर उनियाल,राकेश कुमार भाटी,राजेश शर्मा,संजीव शर्मा,राजेन्द्र सिंह,मनोज अनुरागी,विजय स्नेही,रामप्रताप मिश्र साकेती, समेत बड़ी संख्या में क्षेत्रीय प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।
केन्द्र सरकार को तत्काल बर्खास्त करने की मांग
देहरादून, 10 अगस्त, (मनोज इष्टवाल)। कश्मीर घाटी में हुई घटना के विरोध में हिन्दू जागरण मंच उत्तराखण्ड ने प्रदर्शन किया। शनिवार को मंच के बैनरतले कार्यकर्ता घण्टाघर पर पहंुचे और उन्होंने कश्मीर में हुई घटना पर अपना विरोध दर्ज कराया। उनका कहना था कि कश्मीर के किश्तवाड़ में ऑल पार्टी हुुर्रियत कान्टेंस के उदारवादी गुट के प्रमुख मीरवाइज उमर फारूक को नजरबंद रखने के खिलाफ उनके समर्थकों ने सुनियोजित ढंग से ईद की नमाज पढ़ने के बाद जो बवाल किया वह घोर निंदनीय है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि इस समुदाय द्वारा पवित्र माह समाप्त होने पर त्यौहार मनाने के बाद जिस तरह से दंगा किया उससे इस त्यौहार की खुशियों को भी धूमिल कर दिया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि केन्द्र सरकार के ढुलमुल रवैये के कारण इनके हौसले बुलंद हो रहे हैं। केन्द्र सरकार देश की रक्षा करने में सक्षम नही है इसीलिए इस सरकार को केन्द्र में रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने राष्ट्रपति से केन्द्र सरकार को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है। कश्मीर घाटी में हो रही नृशंसता को रोका अन्यथा देश की साम्प्रदायिक सदभावना को ठेस पहुंच सकती है। प्रदर्शनकारियों ने जम्मू-कश्मीर के गृह राज्यमंत्री के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करने और उन्हें मंत्री पद से हटाने की मांग भी की है। प्रदर्शन करने वालों में संदीप सिंह, आशीष ओबराय, विजय रावत, अभिषेक, शंकर, सन्नी, राजू राजपूत, अमित तोमर, मुकेश, रजनीश ध्यानी तथा तरूण कुकरेजा आदि शामिल थे।
यूजेवीएन ने किया सर्वश्रेश्ठ विद्युत उत्पादन
देहरादून, 10 अगस्त, । आपदा में परियोजनाओं के क्षतिग्रस्त होने के बावजूद यूजेवीएन लिमिटेड ने अपने अथक प्रयासों के बल पर 09 अगस्त 2013 को निगम की वृहद एवं मध्यम परियोजनाओं द्वारा कुल 20.89 मिलियन यूनिट विद्युत का रिकार्ड उत्पादन किया गया। ज्ञातव्य है कि राज्य में प्राकृतिक आपदा एवं अतिवृष्टि के कारण निगम की परियोजनाओं को भी काफी क्षति पंहुची थी। अधिकांश विद्युतगृह इस आपदा में व्यापक रुप से क्षतिग्रस्त हो गए थे तथा कई तो लगभग पूर्ण रुप से क्षतिग्रस्त हो गए थे। आपदा की घड़ी में भी यूजेवीएन लिमिटेड के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने धैर्य एवं विवेक से काम लेते हुए गत 21 जून को ही बद्ीनाथ स्थित अपने विद्युतगृह से उत्पादन प्रारंभ कर न केवल पवित्र धाम को रोशन किया अपितु आपदा में राहत कार्यों में लगे एवं फंसे लोगों के मनोबल को भी ऊंचा बनाए रखा। अपनी उत्कृष्ट कार्यक्षमता व कुशल नेतृत्व का प्रदर्शन करते हुए निगम ने अल्प समय में ही न केवल अपने क्षतिग्रस्त विद्युत गृहों को वापस उत्पादनरत कर दिया बल्कि आपदा में विद्युत उत्पादन की कमी से जूझ रहे प्रदेश को भी राहत प्रदान की है। जानकारी के अनुसार निगम ने छिबरो जल विद्युत परियोजना से 4.254 मिलियन यूनिट, खोदरी से 1.880 मियू., ढकरानी से 0.655 मियू., ढालीपुर से 0.685 मि.यू., कुल्हाल से 0.523 मि.यू., तिलोथ से 2.12 मिलियन यूनिट, मनेरी भाली द्वितीय जल विद्युत परियोजना से 4.71 मि.यू., चीला से 2.982 मि.यू., मोहम्मदपुर से 0.174 मि.यू., रामगंगा जल विद्युत परियोजना से 2.133 मिलियन यूनिट तथा खटीमा जल विद्युत परियोजना से 0.468 मिलियन यूनिट विद्युत का उत्पादन किया गया। निगम के प्रबन्ध निदेशक जी.पी.पटेल ने निगम के सभी अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा विद्युत उत्पादन में वृद्धि हेतू किये गये प्रयासों की सराहना की तथा उम्मीद जाहिर की कि वे भविष्य में अपने बनाये हुए कीर्तिमानों से भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करते रहेंगे।

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