- ऐसे भी बढ़ रही है घरेलू हिंसा
भोपाल। तुलसी नगर, सेकण्ड स्टाॅप में एक महिला द्वारा अपने पति के ऊॅंचे ओहदे का फायदा उठाकर टपर वेयर कंपनी का सामान बेचा जा रहा है। इस महिला का कहना है कि उसका पति सीएम हाउस सिक्युरिटी में कार्यरत है जो महिलाओं को नामी कंपनी का सामान बेचने, अपनी नेटवर्क कंपनी से जुड़ने और विदेश यात्रा कराने का प्रलोभन देती है यही नहीं उक्त महिला कंपनी से जुड़ने वाली महिलाओं को उनके अधिकार व न्याय दिलाने की वकालत भी करती है।
राजधानी में घरेलू हिंसा बढ़ने का एक कारण नेटवर्क मार्केटिंग भी है। शहर में ऐसी कुछ महिलाएं सक्रिय हैं जो पति के आफिस जाने के बाद नामी कंपनी के प्रोडक्ट लेकर घर-घर दस्तक देती हैं और इनमें से कुछ महिलाओं को दोस्त बना लेती हैं। इन महिलाओं को जल्द धनवान बनने और विदेश यात्रा का प्रलोभन देकर अपने नेटवर्क से जोड़ लिया जाता है। जब पति द्वारा नेटवर्क से जुड़ने से मना किया जाता है तो कुछ लालची प्रवृत्ति की महिलाएं जिद पर उतर आती हैं और मार्केटिंग वाली महिलाओं पति की अनुपस्थिति में जुड़ी रहती हैं। ये महिलाएं उन्हें घर जोड़ने, बच्चों की सही परवरिश करना सिखाने या अधिकारों की बात करने की बजाय ऐसी बातें करती हैं जिसमें घरेलू हिंसा, दहेज प्रताड़ना जैसी बातों के लिए उकसाया जाता है उनका मकसद किसी भी तरह अपने प्रोडक्ट बेचना होता है, लेकिन ये बात कुछ लोभी महिलाएं समझ नहीं पातीं और कई ऐसी महिलाएं जो अपने पति को कैसे भी काबू में रखने की लालसा लिये रहती है, अपनी सहेली की बातों को आजमाने लगती हैं। जब कभी यदि पति-पत्नी में बहस या वाद-विवाद, झगड़े की नौबत आती है तो ऐसी महिलाएं मार्केटिंग वाली महिलाओं से संपर्क करती हैं और मामला पुलिस, कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाने में बीतने लगता है। इसका सबसे ज्यादा खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ता है।
राजधानी में ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं जिनमें ब्वायफेंड के फेर में पूरा परिवार अदालत और अस्पताल के चक्कर लगाने को विवश हो गया। इन मामलों में आधा अधूरा ज्ञान भी दो परिवारों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। उक्त महिलाएं ऐसे ही घरों को अपना निशाना बना रही हैं। जहां गरीब पति उनके महंगे प्रोडक्ट खरीदने से पत्नी को मना करता है वहां पति को झूठे केस में फंसाने की धमकी तक दी जाती है। ऐसे पति की पत्नी को लिविंग स्टेण्डर्ड बढ़ाने के लिए भी उकसाया जाता है। जो महिलाएं झांसे में आ जाती हैं वे नेटवर्क कंपनी की चालाक महिलाओं के जाल में उलझकर अपनी जिंदगी बर्बाद कर लेती हैं।
मनोज कुमार चैहान
मकान नं. 39, बरेली, रायसेन मप्र

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