उत्तराखंड की विस्तृत खबर (25 अगस्त) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 25 अगस्त 2013

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (25 अगस्त)

भगवान श्रीकृष्ण एवं पर्यावरण पर झांकियां

देहरादून, 25 अगस्त, (राजेन्द्र जोशी)। गीता भवन उत्सव समिति के संयोजक राम प्रकाश शर्मा ने कहा कि पौराणिक काल से हिंदुओं के आरध्य देवों की सभी लीलाएं पर्यावरण संरक्षण की शिखा से प्रेरित रही है। हिंदु धर्म ग्रन्थों में पेड़ पौंधों को देवता माना गया है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने पर्यावरण की रक्षा के लिए तथा पंच तत्वों को शुद्ध रखने के लिए जो लीलाएं की थी उनको झांकियों के माध्यम से प्रदर्शित कर जनता के बीच पर्यावरण सुरक्षा के प्रति गीता भवन आम जन को जाग्रित करना चाहता है। उन्होंने कहा भगवान ने बाल रूप में मिट्टी खाकर विश्व को यह संदेश दिया था कि हमारी भूमि पूर्णतः शुद्ध होनी चाहिए। वहीं उन्होंने कहा कालियानाग अपने विष ये यमुना के जल को दूषित करता था, भगवान ने उसका वद्ध कर यमुना को शुद्ध किया, उन्होंने कहा कि फ्रेक्ट्रीयों का प्रदूषित जल, गंदे नालों का जल जो कि नदियों में मिल रहा है वह कालियानाग से भी बेहद खतरनाक है। उन्होंने त्रणावत राक्षस पर कहा कि वह वायुमण्डल को प्रदूषित करना था, जिसका वद्ध कर भगवान कृष्ण ने वायुमण्डल का प्रदूषण मुक्त किया। व्योमासुर राक्षस जो आकाश में रहता था, उसका वद्ध कर भगवान ने आकाश को शुद्ध किया। उन्होंने कहा कि गोवर्द्धन पूजा का महत्व इसलिए है कि भगवान श्री कृष्ण ने पर्वतों का महत्व इसके द्वारा समझाया था, ताकि पर्वतों के साथ कोई छेड़छाड़ न की जाए, जबकि दावानल राक्षस जो वन को जला रहा था, भगवान ने उस अग्नि को पीकर वनों की रक्षा की और यह संदेश दिया कि वन हमारे लिए कितने महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि जनमाष्टमी के अवसर पर गीता भवन कोटद्वार में भगवान श्रीकृष्ण एवं पर्यावरण संरक्षण विषय पर इस तरह की झांकी निकाली जाएगी ताकि आम जन पर्यावरण के प्रति जागरूक हो जाए। 

गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल मार्ग निर्माण की प्रगति की समीक्षा

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देहरादून, 25 अगस्त, (राजेन्द्र जोशी)। रूद्रप्रयाग के जिलाधिकारी दिलीप जावलकर ने गुप्तकाशी लोनिवि निरीक्षण गृह में गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल मार्ग निर्माण की प्रगति से संबंधित समीक्षा कार्यदायी संस्था के साथ की। उन्होंने आगामी 11 सितम्बर से केदारनाथ धाम में नियमित पूजा करानेे के लिये नियुक्त कर्मियों एवं अन्य सेवाओं से जुडे़ अधिकारी एवं कर्मियों के रहने के लिये बनाये जाने वाले प्रीफेब्रिकेटेड हट सामग्री की परियोजना स्थल पर पहॅुचाने से संबंधित अद्यतन प्रगति के बारे में भी कार्यदायी संस्था से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल मार्ग निर्माण की स्वीकृत कार्ययोजना, निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों एवं वांछित सामग्री की आपूर्ति पर लोनिवि के अधिशासी अभियन्ता से विस्तार से समीक्षा की। लोनिवि के इंजीनियर द्वारा बताया गया कि क्षतिग्रस्त केदारनाथ पैदल मार्ग में प्रस्तावित दो फोल्डिंग पुल की निर्माण सामग्री आपूर्ति हो चुकी है। उन्होंने बताया कि समयबद्ध कार्यक्रम के तहत केदारनाथ धाम तक पैदल मार्ग का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जायेगा। अधिशासी अभियन्ता द्वारा बताया गया, कि प्रीफेब्रिकेटेड हट की सामग्री भी गुप्तकाशी में पहॅुच गयी है, जिसे अनुकूल मौसम में हवाई मार्ग से केदारनाथ धाम में ले जाया जायेगा। बैठक में अपर जिलाधिकारी आलोक पांडे, उप जिलाधिकारी के०के० मिश्रा, अधीक्षण अभियन्ता लोनिवि ए०के० श्रीवास्तव सहित अनेक जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। जिलाधिकारी दिलीप जावलकर ने बताया कि रूद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड राष्ट्रीय राजमार्ग के मध्य गुप्तकाशी के पास अति संवदेनशील सेमी गांव के अन्य जगह विस्थापन के लिये सुरक्षित जमीन की तलाश कर ली गई है। 

रविवार को कई इलाकों में घंटो बिजली गुल

देहरादून, आजखबर। रविवार को देहरादून के लगभग दो दर्जन इलाकों में कई घंटे से बिलजी गुल  रही। जिससे लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। इन इलाकों में सुबह 11 बजे बिजली चली गई थी। जो कि दोपहर बाद ही आई। माजरा से अजबपुर 33 केवी लाइन बंद होने से यह इन परेशानी सामने आ रही है। राजधानी के कार्गी, बंजारावाला, नारायण विहार, नवादा, टीएचडीसी कॉलोनी, विद्या विहार, आदर्श विहार, विधान सभा डिफेंस कॉलोनी सहित कई इलाकों में बिजली बंद रही। जिससे लोगों के रोजमर्रा के कार्यो में बाधा पहंुची। वहीं बिजली ने रविवार को परिवार के संग घर में समय बिताने का लोगों का मजा किरकिरा कर दिया। दोपहर बाद बिजली आने के बाद ही लोगों ने राहत की संास ली।

स्वतन्त्रता आन्दोलन में उत्तराखण्ड का विषेश योगदान रहा: बहुगुणा

अल्मोडा/देहरादून, 25 अगस्त, (राजेन्द्र जोशी)। देष की आजादी के लिये जिन रणबांकुरों ने अपने प्राणों की आहुति दी उनके इस बलिदान को हमें हमेषा याद रखना होगा यह विचार प्रदेष के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने आज सालम क्षेत्र के जैंती में आयोजित षहीद दिवस के अवसर पर षहीद स्मारक में पुश्प अर्पित करने के बाद रखे। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के रणबांकुरों ने कुली बेगार प्रथा का अन्त और अंग्रेज षासनकाल में मालगुजारों के माध्यम से जाने वाले कर की समाप्ति की भी अलख जगायी थी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि स्वतन्त्रता आन्दोलन में उत्तराखण्ड का विषेश योगदान रहा है उसमें भी जनपद अल्मोड़ा के सालम, सल्ट के लोगों का विषेश योगदान रहा हैं। इन रणबांकुरों द्वारा देष की आजादी के लिये दिये गये बलिदान की यादों को ताजा करने के लिये 19 अगस्त को देघाट में, 25 अगस्त को सल्ट में एवं 05 सितम्बर में खुमाड़ में कार्यक्रम आयोजित किये जाते है जिसमें इनके बलिदानों की प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने का संकल्प लिया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतन्त्रता आन्दोलन से जुड़े इन क्षेत्रों के विकास के लिये षासन कटिबद्ध है और विकास के लिये निरन्तर प्रयास जारी है। उन्हांेने कहा कि हमें इन क्षेत्रों के विकास के लिए दलगत राजनीति से उपर उठकर कार्य करना होगा यही सच्ची श्रद्धांजली इन लोगों को होगी। इस अवसर पर उन्होंने लगभग 07 करोड के विभिन्न निर्माण कार्यों का षिलान्यास किया जिनमें कस्तूरबा गॉधी बालिका विùालय जैंती के छात्रावास का षिलान्यास जिसकी लागत 317.03 लाख रू0 लमगड़ा विकास खण्ड के बाराकोट में ऐलोपैथिक भवन का जिसकी लागत 12.55 लाख रू0, कस्तूरबा गॉधी विùालय सुनाड़ी के भवन जिसकी लागत 122.15 लाख रू0 तथा निर्माणाधीन आईटीआई के भवन का पुर्ननिर्माण लागत 161.84 लाख रू0 है। मुख्यमंत्री ने षहीद दिवस पर विधानसभा अध्यक्ष व संसदीय सचिव के द्वारा अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में विभिन्न योजनाओं सहित अन्य जो मॉग रखी थी उसे चरणबद्व तरीके से स्वीकृत करने का आष्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इन मॉगों के बारे में वरीयता के आधार पर आगामी विधानसभा सत्र से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष को षासनादेष उपलब्ध करा दिये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि दैवीय आपदा के कारण उत्तराखण्ड में काफी नुकसान पहुॅचा है उस नुकसान की भरपाई हम तभी कर पायेंगे जब हम सर्कीण भावना से उपर उठकर प्रदेष के विकास के लिए आगे आकर काम करेंगे और नये उत्तराखण्ड का निर्माण करेंगे। इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि काफी लम्बे समय से आन्दोलित गुरिल्ला स्वयंसेवकों को आपदा प्रबन्धन से जोड़ने के लिए विचार किया जा रहा है ताकि उनकी समस्याओं का निदान हो सके। उन्होंने कहा कि विषेशकर स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पेयजल, षिक्षा के प्रति हमें विषेश ध्यान देना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व0 पूज्य पिताजी हेमवती नन्दन बहुगुणा की पर्वतीय क्षेत्र के विकास के प्रति जो सोच थी उस भावना को साकार करने के लिए गैरसैण में राजधानी निर्माण का निर्णय लिया गया है जहॉ पर पर्वतीय क्षेत्र के विकास के लिए ठोस नीति बनायी जायेगी और उसे कार्यरूप में पणरित किया जायेगा। आपदा के कारण पर्वतीय क्षेत्र के धारचूला, मुनस्यारी, बागेष्वर, चमोली, रूद्रप्रयाग, उत्तरकाषी में जो क्षति हुई है उसके कारण जो लोग प्रभावित हुए है उनके पुर्नवास के लिए भी ठोस नीति तैयार की जा रही है। सर्वप्रथम उन्हें उसी क्षेत्र में पुर्नवासित किया जायेगा अगर वहॉ पुर्नवासित किया जाना सम्भव नहीं होगा तो तब मैदानी क्षेत्रों में पुर्नवासित किया जायेगा। विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुजंवाल ने कहा कि स्वतन्त्रता आन्दोलन से जुड़े इस क्षेत्र की समस्याओं को दूर करने के लिए हम सभी को सामूहिक प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेष के मुख्यमंत्री से स्वतन्त्रता आन्दोलन से जुड़े इस क्षेत्र में आने का आग्रह मेरे द्वारा किया गया उन्होंने सहर्श आने की सहमति देकर न केवल उन षहीद हुए स्वतन्तत्रा संग्राम सेनानियों को सच्ची श्रद्वाजली दी अपितु इस क्षेत्र के विकास के लिए एक नई इबादत भी खड़ी कर दी है। लमगड़ा में महाविùालय, बाडेछीना दन्या पालीटैक्नीक की घोशणा सहित जैंती में विज्ञान विशय की स्वीकृति के साथ ही अनेक घोशणायें उनके द्वारा की गयी है जिसके प्रति उन्होंने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर सांसद प्रदीप टम्टा, विधायक मनोज तिवारी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मोहन सिंह मेहरा, जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष दीवान सिंह भैसोड़ा, पूर्व प्रमुख पीताम्बर पाण्डे, रमेष मिलकानी, केवल सती, जमन सिंह बिश्ट, किषन नेगी, रमेष चन्द्र षर्मा, जीत सिंह धानिक, बिटूटू कर्नाटक, आनन्द प्रसाद, गगां प्रसाद जोषी, प्रहलाद मेहरा, दिनेष कुजंवाल, सहित अनेक लोगों ने अपने  अपने विचार रखते हुए प्रदेष की षिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने पर बल दिया और विकास कार्यों के लिए दलगत रजनीति से उपर उठने की बात कही। इस कार्यक्रम में सूचना विभाग द्वारा निःषुल्क प्रचार सहित्य का भी वितरण किया गया।इस कार्यक्रम में आयुक्त कुमाउ मण्डल अवनेन्द्र सिंह नयाल, जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता, मुख्य विकास अधिकारी ज्योति नीरज खैरवाल, पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा, अपर जिलाधिकारी प्रषान्त कुमार आर्य, उपजिलाधिकारी षिव चरण द्विवेदी, पंकज उपाध्याय, स्वतन्त्रा संग्राम परिवार से जुड़ी सरस्वती देवी, कुसमु कुजंवाल सहित अनेक लोग उपस्थित थे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे स्वतन्त्रा संग्राम सेनानी परिवार से जुड़े दिवान बोरा ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हम सभी को क्षेत्र के विकास के लिए एकजुट होकर कार्य करना होगा। इस कार्यक्रम का संचालन कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता दिनेष कंुजवाल एवं प्रख्यात स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी मरचू राम के पुत्र प्रताप राम ने संयुक्त रूप से किया गया। इस अवसर पर अनेक स्कूली बच्चों सहित सांस्कृतिक दलों ने रगांरंग देषभक्ति के कार्यक्रम प्रस्तुत किये। षहीद समारोह के अवसर पर विषिश्ट अतिथि, सांसद प्रदीप टम्टा विधायक राज्य सभा सभासद महेन्द्र सिंह मेहरा, श्रीमती अनुपमा सक्सेना, ससंदीय सचिव उच्च षिक्षा मनोज तिवारी,, ब्लॉक पूर्व सहकारी बैंक के अध्यक्ष दीवान सिंह भैसोड़ा, ब्लॉक प्रमुख लमगड़ा महेन्द्र सिंह मेर, पूर्व सहकारी बैंक के अध्यक्ष महेन्द्र सिंह मेहरा नगरपालिका अल्मोड़ा के अध्यक्ष प्रकाष जोषी, पिथौरागढ़ के जगत सिंह खाती, केवल सती, जमन सिंह बिश्ट, पूर्व ब्लॉक प्रमुख पीताम्बर पाण्डे, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र बाराकोटी, बिटटू कर्नाटक, जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता, मुख्य विकास अधिकारी ज्योति नीरज खैरवाल, अपर जिलाधिकारी प्रषान्त कुमार आर्या, उपजिलाधिकारी षिवचरण द्विवेदी, विधानसभा अध्यक्ष के सहायक सूचना अधिकारी राजेन्द्र सिंह रावत सहित क्षेत्र के अनेक जनप्रतिनिधियांे एवं स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों/उनके आश्रितों द्वारा षहीद स्मारक पर पुश्पाजंली अर्पित करते हुए सालम के वीर षहीदों को श्रद्धाजंली दी।

सूबे की बैडमिंटन प्रतिभाएं ओलंपिक में अपना जौहर दिखाने को बेकरार

देहरादून, 25 अगस्त, (राजेन्द्र जोशी)। सूबे की बैडमिंटन प्रतिभाएं अब ओलंपिक में अपनी चमक बिखेरना चाहती हैं। ये प्रतिभाएं राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुकी हैं। अब इनका अगला लक्ष्य वर्ल्ड चौंपियन बनना और ओलंपिक में देश के लिए मेडल लाना है। इसके लिए अपनी तैयारियों में कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। इंडोर स्टेडियम में चल रही सब जूनियर वर्ग की राज्य स्तरीय बैडमिंटन प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने पहुंचे इन खिलाड़ियों ने अपनी फ्यूचर प्लानिंग साझा की। इंडोनेशिया, सिंगापुर, चाइना में हुई अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपनी चमक बिखेर चुके अल्मोड़ा के 16 वर्षीय चिराग सेन कहते हैं कि वे देश के लिए कुछ करना चाहते हैं। ओलंपिक में देश के लिए मेडल जीतना उनका मुख्य लक्ष्य है। चिराग सेन के छोटे भाई लक्ष्य सेन भी ओलंपिक चौंपियन बनना चाहते हैं। कई पदक जीत चुके 13 वर्षीय लक्ष्य अभी सितंबर माह में लंदन में आयोजित होने वाली जूनियर टूर्नामेंट की तैयारी कर रहे हैं। कहते हैं ओलंपिक में चौंपियन बनने के लिए वे अपनी तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर रही 16 वर्षीय कुहु गर्ग कहती हैं कि उनका उद्देश्य भी भारतीय टीम में चयनित होकर ओलंपिक में विश्व चैंपियन बनना है। अल्मोड़ा के 16 वर्षीय बोधित जोशी का लक्ष्य भी वर्ल्ड चौंपियन बनना है। देहरादून के वैभव चौहान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी चमक छोड़ना चाहते हैं। 15 वर्षीय वैभव चौहान पटना, बंगलूरू, इंदौर में हुई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपना दमखम दिखा चुके हैं।

केवी के प्रतिभावान खिलाड़ियों की राह में अटका दिया रोड़ा

देहरादून, 25 अगस्त, (राजेन्द्र जोशी)। केंद्रीय विद्यालयों के प्रतिभावन खिलाड़ियों के राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचने में बड़ा रोड़ा अटका दिया गया है। केवीएस के हाल में जारी निर्देश के बाद अंडर-14 खेल प्रतियोगिताओं पर रोक लगा दी गई है। इस आयु वर्ग में अब कोई प्रतियोगिता हुई तो स्कूल स्तर तक ही होगी। संगठन के इस निर्णय से खिलाड़ी और अभिभावक मायूस हैं। केंद्रीय विद्यालय संगठन ने गत वर्ष अंडर-14 की राष्ट्रीय स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं बंद कर दी थी। हालांकि, क्षेत्रीय स्तर पर आयोजन हुआ था। अब क्षेत्रीय प्रतियोगिता भी बंद की जा रही है। इसके पीछे संगठन का तर्क है कि अंडर-14 स्तर के खेलों में अंर्तराष्ट्रीय मंच पर जगह नहीं है। ऐसे में राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं का कोई लाभ नहीं है। अब अंडर-14 के खिलाड़ी तो खेलेंगे, लेकिन स्कूल स्तर पर ही। इससे बेहतर प्रदर्शन के बावजूद वे स्कूल से बाहर नहीं निकल पाएंगे। एक अभिभावक ने बताया कि उनके बेटे ने खेल की पूरी तैयारी कर ली थी, लेकिन अब निर्देश की जानकारी मिलने के बाद वह मायूस है। केवीएस के कार्यवाहक ,उपायुक्त एसएस चौहान केंद्रीय विद्यालय संगठन ने यह रोक लगाई है। रोक के पीछे तर्क यही है कि इस एज ग्रुप में बच्चों को अंर्तराष्ट्रीय स्तर तक मौका नहीं मिल पाता। वे राष्ट्रीय स्तर तक ही सीमित रह जाते हैं।

मांगों को लेकर मनरेगा कर्मियों का अनिश्चितकालीन धरना जारी 

देहरादून, 25 अगस्त, (राजेन्द्र जोशी)। महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) कर्मचारी संगठन का आठ सूत्री मांगों को लेकर देहरादून में अनिश्चितकालीन धरना जारी है। संगठन द्वारा धरना स्थल पर अपनी मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की गई।  प्रदेशभर के मनरेगा कर्मियों द्वारा परेड ग्राउंड के पास स्थित रायपुर बस स्टैंड पर अपनी मांगों को लेकर पिछले 25 दिनों से धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है। सरकार के अड़ियल रूख के चलते मनरेगा कर्मियों में रोष व्याप्त है। मनरेगा कर्मी अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री, विभागीय मंत्री प्रीतम सिंह चौहान, कैबिनेट मंत्री डा. इंदिरा ह्रदयेश, डा. हरक सिंह रावत, प्रीतम सिंह पंवार, सुरेंद्र राकेश, मंत्री प्रसाद नैथानी, यशपाल आर्य से मुलाकात कर चुके हैं लेकिन उसके बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हुई। मनरेगा कर्मियों का कहना है कि ग्राम रोजगार सेवक का मानदेय 4,350 से बढ़ाकर 15000, तकनीकी सहायक का मानदेय 8,700 से बढ़ाकर 22000, डाडा इंट्री ऑपरेटर का मानदेय 7,250 से बढ़ाकर 18,000 और उप कार्यक्रम अधिकारी का मानदेय 12000 से बढ़ाकर 28,000 रुपये प्रतिमाह किया जाए। यात्रा भत्ता को निश्चित यात्रा भत्ता मानकर मानदेय के साथ भुगतान किया जाए। प्रदेश के विभिन्न जिलों में गणित और वाणिज्य विषय की अनिवार्यता के कारण बाहर हुए कर्मचारियों को बहाल किया जाए और वर्तमान में कार्यरत कर्मचारियों पर गणित और वाणिज्य विषय का प्रतिबंध समाप्त किया जाए। कार्यरत कर्मचारियों पर उम्र की बाध्यता समाप्त की जाए। विभिन्न जिलों में हटाए गए कर्मचारियों को बहाल किया जाए और भविष्य में यदि शासन किसी भी प्रकार की नई नियुक्तियां करता है तो कार्यरत कर्मचारियों को यथावत रखते हुए शेष रिक्तियों पर ही नई नियमावली लागू की जाए। मनरेगा कर्मचारियों को सरकारी कर्मचारियों की तरह राजकीय अवकाशों का लाभ प्रदान किया जाए। विभिन्न जिलों में कार्यरत कर्मचारियों को एक पद पर अलग-अलग मानदेय दिया जा रहा है, जबकि शासनादेश-2009 के तहत सभी कर्मचारियों को प्रदेशभर में समान मानदेय दिए जाने की व्यवस्था है। धरना स्थल पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद नौटियाल ने कहा कि कार्यरत कर्मचारियों को भविष्य निधि और बीमा योजनाओं का लाभ दिया जाए। धरने में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद नौटियाल, प्रदेश संरक्षक द्वारिका प्रसाद देवली, प्रदेश महामंत्री रमेश गड़िया, विमल राणा, विजेंद्र जगूड़ी, भानु प्रकाश उनियाल, राकेश बिष्ट, सुंदरमणि सेमवाल, मनोज पाल, कृष्ण कुमार बहुगुणा, रामस्वरूप, शूरवीर सिंह आदि शामिल रहे।

खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की बैठक आज

देहरादून, 25 अगस्त, (राजेन्द्र जोशी)। उप मुख्य कार्यपालक अधिकारी, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड बी.एस.खत्री ने बताया है कि 26 अगस्त, 2013 को प्रातः 11.30 बजे माननीय अध्यक्ष/मंत्री खादी ग्रामोद्योग हरीश चन्द्र दुर्गापाल की अध्यक्षता में बोर्ड बैठक आयोजित की जायेगी। खत्री ने बताया कि उक्त बैठक उत्तराखण्ड खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड, मुख्यालय भोपालपानी, देहरादून में आयोजित होगी।

राज्यपाल द्वारा ’’वॉरियर ऑफ कुरूक्षेत्रा’’ (कुरूक्षेत्र के योद्धा) बालग्रन्थ का विमोचन 

देहरादून, 25 अगस्त, (राजेन्द्र जोशी)। उत्तराखण्ड के राज्यपाल डॉ0 अजीज कुरैशी ने आज राजभवन के प्रेक्षागृह में ’कुरूक्षेत्र के योद्धा’ नामक बालग्रन्थ का विमोचन किया। महाभारत जैसे ऐतिहासिक युद्ध पर आधारित चार खण्डों की इस पुस्तक माला की रचना युवा लेखिका श्रीमती ममता भट्ट तथा तृप्ति सेठ द्वारा बच्चों के लिए की गयी है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा -’’जीवन के शास्वत मूल्यों, मानव-जीवन के राग-द्वेष तथा महत्वाकांक्षाओं से उत्पन्न मतभेदों के कारण हुए ऐतिहासिक कुरूक्षेत्र के युद्ध से जुड़ी अनेक पौराणिक कथाओं के खजाने से भरे महान् ग्रन्थ ’महाभारत’ के जीवन दर्शन को बच्चों के लिए सरल व तार्किक रूप में ’कुरूक्षेत्र के योद्धा’ के रूप में प्रस्तुत करने का प्रयास प्रशंसनीय है। युवा लेखिकाओं का यह प्रयास भावी पीढ़ी को धर्म का सही मतलब तथा मानवता के सही स्वरूप को समझने में कामयाब होगा।’’ राज्यपाल ने कहा कि हमारे समाज में महाभारत की लड़ाई आज भी जारी है। आज भी कई दुःशासन मासूम जिन्दगियों को बर्बाद कर रहे हैं। भीष्म पितामह जैसे आदर्श व्यक्तित्वों के अभाव में धर्म के नाम पर नफरतों की दीवारें खड़ी हो रही हैं। उन्होंने दोनों युवा लेखिकाओं को शुभकामनाएं दी कि उनकी लेखनी दिन प्रतिदिन सशक्त होकर समाज में व्याप्त बुराईयों को दूर करने में कामयाब हो। इस अवसर पर अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित सांसद सतपाल महाराज ने लेखिकाओं के प्रयास को समाज के लिए पुण्य कार्य बताते हुए कहा कि पुस्तक को इंटरनेट पर उपलब्ध कराने का प्रयास करें ताकि सारी दुनिया के बच्चे इससे लाभान्वित हो सकें। उन्होंने मानव जीवन की जटिलताओं से भरी कहानियों को सरल व रोचक स्वरूप में बच्चों के लिए प्रस्तुत करने का प्रयास सराहनीय बताया।  पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित उत्तराखण्ड की पर्यटन मंत्री श्रीमती अमृता रावत ने कहा कि हमारे पौराणिक ग्रन्थों में निहित संस्कार और आदर्श के संदेश को बच्चों तक पहुंचाने में ये पुस्तक निश्चित ही सहायक सिद्ध होगी। पुस्तक की लेखिका ने कहा कि उनके पुत्र ने उन्हें इस प्रयास की प्रेरणा दी। डॉ0 एसएल जोशी ने पुस्तक रचना पर प्रकाश डालते हुए लेखिकाओं के 18 माह के प्रयास से महाभारत की कहानियों को रोचक व संक्षिप्त रूप बच्चों के लिए तैयार करने को सराहा। कार्यक्रम का शुभारंभ परम्परागत रूप से दीप प्रज्ज्वलन व सरस्वती वन्दना द्वारा हुआ। धन्यवाद ज्ञापन सहलेखिका तृप्ति सेठ द्वारा किये जाने के साथ ही अतिथियों को स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया। समारोह का प्रभावी संचालन राजश्री ओझा ने किया।
अत्यन्त भव्य एवं गरिमापूर्ण वातावरण में सम्पन्न इस कार्यक्रम में अनेक प्रबुद्ध जन तथा स्कूलों के बच्चे भी उपस्थित थे।  

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