- छात्रों का 48 धंटे का भूख हड़ताल शुरू, सचिवालय डी.एस.पी. की बर्खास्गी व लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा को लेकर एकजुट होने का आह्वान,
- डी.एस.पी. के काले कारनामे का परिवाद सी.जी.एम. के यहाँ दायर, छात्रों ने किया आर-पार के संधर्ष का ऐलान, छात्रों और बुद्धिजीवियों ने भी किया समर्थन।
पटनाः- 31 अगस्त को सचिवालय डी.एस.पी. द्वारा पुलिस हिरासत में की गई पिटाई, छात्राओं के साथ किए गए दुव्र्यवहार, छात्रों को नक्सली करार देने, लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा, पुलिस की मौजूदगी में छात्र-छात्राओं पर असामाजिक तत्वों के हमले तथा शहीद भगत सिंह का बैनर जलाने की कार्रवाई के खिलाफ सचिवालय डी.एस.पी. मनीष कुमार की बर्खास्तगी को लेकर छात्रों का 48 घंटे का भूख हड़ताल आज दिन के एक बजे शुरू हो गया। गाँधी मैदान के समीप शहीद भगत सिंह चैक पर 48 घंटे के भूख हड़ताल पर बैठे ए.आई.एस.एफ. के राज्य सचिवमंडल सदस्य सुशील कुमार, जिलाध्यक्ष अभिषेक आनन्द, महानगर उपाध्यक्ष अनुराग कुमार, पटना वि.वि. सचिवमंडल सदस्य राहुल कुमार एवं काॅलेज आॅफ काॅमर्स सह सचिव साजन कुमार ने चेतावनी भरे स्वर में कहा कि सरकार तत्काल डी.एस.पी. की बर्खास्तगी करे नहीं तो उग्र आन्दोलन की जबावदेही नीतीश सरकार पर होगी। सचिवालय डी.एस.पी. के द्वारा 31 अगस्त को किए गए काले कारनामे की शिकायत पटना मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) से करते हुए परिवाद दायर संगठन के जिला कोषाध्यक्ष सागर सुमन ने किया है।
अनशन पर बैठे छात्रों के आन्दोलन का समर्थन करते हुए केदार दास श्रम संस्थान के निदेशक प्रो. नवीन चंद्रा ने कहा कि कारपोरेट परस्त फासीवादी सरकारें जनवादी लोकतंत्र के रास्ते में बाधक है। उन्होंने अविलंब डी.एस.पी. बर्खास्तगी की माँग करते हुए कहा कि राज्य सरकार के पास यदि थोड़ी संवेदनशीलता बची है तो और देर न करें। ए.आई.एस.एफ. के जिला सचिव अकाश गौरव ने कहा कि सरकार यदि माँगों को नहीं मानेगी तो छात्र जगह-जगह सड़क जाम करने को बाध्य होंगें। इस मौके पर राज्य पार्षद सदस्य निखिल कुमार झा, प्रिंस कुमार, राज्य छात्रा संयोजिका मिन्नू कुमारी, जिला छात्रा संयोजिका निशा कुमारी, मगध वि.वि. प्रतिनिधि अर्चना कुमारी, गोविन्द कुमारी, पटना महानगर सचिवमंडल सदस्य अखिल गौरव, विद्याशंकर दुबे, पुष्पेन्द्र शुक्ला, महानगर अध्यक्ष उज्जवल कुमार, अभिषेक दुबे, रंजीत पंडित, सत्यम कुमार, धनंजय कुमार, रौशन कुमार, राहुल कुमार झा, राजेश कुमार, रजनीश कुमार, नरेन्द्र कुमार, जयनारायण सहित दर्जनों छात्र शामिल रहे।

1 टिप्पणी:
पुलिस व्यवस्था पर कोई ध्यान क्यों नहीं देता ?
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