आसाराम बापू राजस्थान में दो दिनों के कारावास के दौरान ठीक से सो नहीं पाए और काफी बेचैनी में रात काटी। आसाराम को एक नाबालिग के यौन उत्पीड़न के मामले में गिरफ्तार किया गया था। न्यायालय द्वारा आसाराम (72) को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के फैसले के बाद फिलहाल उन्हें जोधपुर केंद्रीय कारावास में रखा गया है। उन पर जोधपुर के पास अपने आश्रम में एक 16 वर्षीया बालिका के यौन उत्पीड़न का आरोप है।
एक सूत्र ने बताया कि जेल में आसाराम को बैरेक में रखने के बजाय एक अलग कोठरी में रखा गया है। रात भर आसाराम मच्छरों से परेशान रहे। सूत्र ने बताया, "आसाराम जेल की कोठरी में चटाई पर सोए। उन्होंने पहले कोठरी में गंगाजल का छिड़काव किया। जेल में कुछ कैदियों ने उनकी जरूरतों की देखरेख का काम संभाला।" आसाराम को जेल में दूध और फल उपलब्ध कराए गए। जब उन्होंने आम कैदियों को मिलने वाला खाना खाने से मना कर दिया, तब उनके लिए दलिया बनवाया गया।
हालांकि जेल प्रशासन ने इस बात से इनकार किया है कि आसाराम को विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं। जेल के अधिकारियों ने कहा, "उन्हें आम कैदी की तरह ही रखा गया है और कोई विशेष सुविधा नहीं दी जा रही है।" इस बीच, आसाराम ने यह कहते हुए जमानत की अर्जी दाखिल की कि पुलिस ने गलती से उन पर दुष्कर्म का मामला दर्ज किया है, जो गैर जमानती मामला है। आसाराम को मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित उनके आश्रम से गिरफ्तार किया गया था।

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