दिलीप कुमार को अस्पताल से छुट्टी मिली - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 26 सितंबर 2013

दिलीप कुमार को अस्पताल से छुट्टी मिली


dilip kumar saira bano
लीलावती अस्पताल में भर्ती विख्यात अभिनेता दिलीप कुमार को 12 दिनों बाद गुरुवार को छुट्टी मिल गई। यह जानकारी उनकी पत्नी सायरा बानो के प्रबंधक मुर्शीद खान ने दी है। ट्रेजडी किंग के नाम से मशहूर, 90 वर्षीय इस अभिनेता को बेचैनी की शिकायत होने पर 15 सितंबर को लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में डॉक्टरों ने उनके हृदयाघात का निदान किया। उनकी पत्नी व मशहूर अदाकारा सायरा बानो उनकी देखरेख कर रही थीं।


मुर्शीद खान ने बताया, "दिलीपजी को आज (गुरुवार) अपराह्न् 3:15 बजे अस्पताल से छुट्टी मिल गई। वह पूरी तरह स्वस्थ हैं।"इससे पूर्व बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन, इस बीमार सितारे से मिलने पहुंचे थे। दिलीप कुमार छह दशकों तक फिल्मों में सक्रिय रहे हैं। इस लंबी सिनेमाई पारी के दौरान उन्होंने नायक के साथ ही अन्य किरदार भी निभाए।



उनकी सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में 'ज्वार भाटा', 'मेला', 'नया दौर', 'तराना', 'देवदास', 'गंगा जमुना', 'लीडर', 'मुगल-ए आजम', 'शक्ति', 'कर्मा' और 'सौदागर' शामिल हैं। वर्ष 1998 में आई फिल्म 'किला' के बाद उन्होंने सिनेमाई पारी को यहीं छोड़ने का निर्णय किया।

कोई टिप्पणी नहीं: