संसद में उठा भारतीय लेखिका सुष्मिता की हत्या का मामला - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 6 सितंबर 2013

संसद में उठा भारतीय लेखिका सुष्मिता की हत्या का मामला

sushmita mukherjee
अफगानिस्तान में तालिबान उग्रवादियों द्वारा भारतीय लेखिका सुष्मिता बनर्जी की हत्या किए जाने का मुद्दा शुक्रवार को राज्यसभा में उठा और सदस्यों ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की। तृणमूल कांग्रेस के कुणाल कुमार किशोर ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह निर्मम और जघन्य हत्या का मामला है। उन्होंने कहा कि 49 वर्षीय सुष्मिता कोलकाता में ईद मनाने के बाद हाल ही में काबुल गई थीं।

उन्होंने कहा कि काबुल में सुष्मिता सामाजिक कार्यों से जुड़ी थीं और तालिबान को उनके रचनात्मक काम रास नहीं आ रहे थे। 'वह तालिबान के पूरी तरह खिलाफ थीं। तमाम विषमताओं के बावजूद उन्होंने सामाजिक काम जारी रखे।' घोष ने कहा कि वह सुष्मिता की हत्या की घटना की कड़े शब्दों में भर्त्सना करते हैं और सरकार से उनकी अपेक्षा है कि वह इन भावनाओं से अफगानिस्तान की सरकार को अवगत कराए। सीपीआई के डी. राजा, कांग्रेस के रामचंद्र खूंटिया, बीजेपी की नजमा हेपतुल्ला और एसपी के नरेश अग्रवाल सहित कई सदस्यों ने इस मुद्दे को उठाया।

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