बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहा कि शिक्षक दिवस गुरुओं के सम्मान का दिन है। समाज के निर्माण में शिक्षकों का सबसे अहम योगदान होता है और इस दिन हम उनके योगदान को याद करते हैं। पटना में अयोजित एक समारोह में राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले आठ शिक्षकों को सम्मानित करते हुए उन्होंने कहा कि वे शिक्षकों का सम्मान करते हैं और आगे भी करते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि बिहार में नियोजित शिक्षकों के नियत वेतन में वर्तमान समय में 3000 रुपये की बढ़ोतरी की गई। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा वैसे-वैसे वेतन में और बढ़ोतरी की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब उन्होंने सत्ता संभाली थी तब 12 प्रतिशत बच्चे विद्यालय नहीं जाते थे परंतु अब यह संख्या तीन प्रतिशत रह गई है। उन्होंने कहा कि लगातार विद्यालय भवनों का निर्माण हो रहा है तथा संसाधन बढ़ाए जा रहे हैं। आज शिक्षा की गुणवता बढ़ाने के लिए भी कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं परंतु अभी बहुत कुछ करना बाकी है।
उन्होंने माना कि विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बनाना और खिलाना एक बड़ी चुनौती है। नीतीश ने कहा कि शिक्षा के अधिकार के बाद जरूरी हो गया है कि शिक्षण संस्थाएं कारगर रूप से कार्य करें।

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