बिहार की राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में विजयादशमी पर्व के दिन होने वाले रावणवध समारोह की तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। इस वर्ष रावण का पुतला 65 फीट ऊंचा होगा। इस बार पुतला बनाने में कागज का नहीं बल्कि जूट का प्रयोग किया जा रहा है।
दशहरा समिति के सचिव अरुण कुमार ने बुधवार को बताया कि इस बार रावण का पुतला 65 फीट ऊंचा होगा जबकि उसके मुंह का आकार 16 फीट होगा जो बराबर खुलता और बंद होता नजर आएगा। इसी तरह मेघनाथ का पुतला 55 फीट ऊंचा और कुंभकरण का पुतला 60 फीट ऊंचा होगा। इस वर्ष इन पुतलों को बनाने के लिए 300 बांस और 30 किलोग्राम सुतली का प्रयोग किया जा रहा है।
पुतला बनाने वाले मोहम्मद जफर आलम ने बताया कि पुतला बनाने में कागज का प्रयोग बड़ी मात्रा में होता है परंतु इस बार कागज की जगह जूट के चादर का प्रयोग किया जा रहा है। इस वर्ष पुतला दहन के बाद आधे घंटे तक गांधी मैदान में आतिशबाजी की जाएगी। पुतलों में ऐसे तो 400 बड़े पटाखों के साथ कई तरह के नए पटाखे भी लगाए जाएंगे। विजयादशमी के दिन गांधी मैदान पर आकाश रंग-बिरंगे प्रकाश से आधे घंटे तक जगमग करेगा। बताते चलें कि गांधी मैदान में होने वाले रावणवध समारोह का आयोजन पिछले 57 वर्षों से होता आ रहा है।
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