लीबिया के प्रधानमंत्री अली जिदान को देश के आंतरिक मंत्रालय द्वारा गुरुवार को हिरासत में ले लिया गया। मंत्रालय के अपराध निरोधी निदेशालय के एक अधिकारी ने यह घोषणा की। समाचार एजेंसी एलएएनए के मुताबिक एक अधिकारी ने कहा, "प्रधानमंत्री का अपहरण नहीं हुआ है।" शुरुआती जानकारियों के मुताबिक अज्ञात हथियारबंद लोगों ने राजधानी त्रिपोली के कोरिन्थिया होटल स्थित प्रधानमंत्री के मुख्यालय से उनका अपहरण कर लिया था, और हथियारों के बल पर उन्हें गुप्त ठिकाने पर ले गए थे।
अल-जजीरा समाचार चैनल के मुताबिक अटॉर्नी जनरल के निर्देश पर आंतरिक मंत्रालय एवं कुछ पूर्व विद्रोहियों के तथाकथित संचालन मुख्यालय के संयुक्त अभियान के तहत प्रधानमंत्री को गिरफ्तार किया गया। समाचार चैनल स्काई न्यूज-अरेबिया के मुताबिक भ्रष्टाचार के आरोप एवं बीते शनिवार को त्रिपोली से अलकायदा के कथित नेता अबु अनस अल-लीबी की अमेरिकी सेना द्वारा गिरफ्तारी जाहिरी तौर पर जिदान की गिरफ्तारी का कारण बनी।
हालांकि अटॉर्नी जनरल ने समाचार चैनल अल-अरेबिया को बताया कि उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर जिदान की गिरफ्तारी का वारंट जारी नहीं किया। जिदान के प्रवक्ता मोहम्मद काब्र ने कहा, "कुछ अज्ञात हथियारबंद लोग जिदान का अपहरण कर उन्हें किसी गुप्त ठिकाने पर ले गए हैं।" दूसरी तरफ, सरकारी सूत्रों ने प्रधानमंत्री के अपहरण के लिए त्रिपोली से 50 किलोमीटर दूर तटीय शहर अज जाविया के विद्रोहियों को जिम्मेदार ठहराया था।
न्याय मंत्री सालाह बशीर मरगानी ने भी अल-अरेबिया को बताया कि हथियारबंद आतंकवादियों ने जिदान का अपहरण कर लिया। लीबिया की सरकार ने इस मुद्दे का हल निकालने के लिए आपात बैठक बुलाई है।
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