अपनी बेटी आरुषि और नौकर हेमराज की हत्या के आरोप का सामना कर रहे राजेश तलवार और नूपुर तलवार ने मंगलवार को मांग की कि पत्रकार नलिनी सिंह और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारी अनुज आर्य के बयान अदालत में दर्ज किए जाएं। आरुषि-हेमराज दोहरे हत्या मामले में आरोपी माता-पिता ने अंतिम दलील पेश करने के पहले दिन इस बारे में अर्जी पेश की है।
बचाव पक्ष के वकील मनोज सिसोदिया ने कहा कि तीन नौकरों राज कुमार, कृष्णा और विजय मंडल ने नार्को जांच के दौरान स्वीकार किया था कि उन लोगों ने हेमराज के कमरे में शराब पी और टीवी पर नेपाली गाना देखा-सुना। उनके दावे की पुष्टि के लिए सीबीआई के उपाधीक्षक अनुज आर्य ने नलिनी सिंह से संपर्क किया और टीवी पर प्रसारित नेपाली गीतों की सूची मांगी।
गीतों का दावे के साथ मिलान किए जाने के बावजूद एजेंसी ने उसे कभी रिकार्ड पर पेश नहीं किया। सीबीआई अधिकारी ने दावा किया कि नलिनी सिंह गवाह के रूप में बुलाई जा सकती हैं, लेकिन बाद में इससे मुकर गए।
सीबीआई की ओर से अंतिम दलील पूरी होने के बाद नलिनी सिंह ने एनडीटीवी पर बहस के दौरान 14 अक्टूबर को दावा किया कि सीबीआई ने उन्हें सूचित किया था कि उन्हें गवाह के रूप में बुलाया जा सकता है, लेकिन उन्हें फिर कभी बुलाया नहीं गया। इस परिचर्चा में सीबीआई के पूर्व निदेशक आर. के. राघवन, वरिष्ठ वकील के.टी.एस. तुलसी और तहलका की प्रबंध संपादक शोमा चौधरी भी शामिल थे। अनुज आर्य ने गीतों से संबंधित सीडी हासिल की थी।
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