आज लड़ाई सुराज के लिए है : मोदी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 20 अक्टूबर 2013

आज लड़ाई सुराज के लिए है : मोदी

देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश से लोकसभा का चुनावी बिगुल फूंकते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी ने जनता का आह्वान किया कि वह विकास एवं भ्रष्टाचार रहित देश के लिए भारत को 'कांग्रेस मुक्त भारत' बनाने का संकल्प ले। 
        
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के लिए अपने नाम की घोषणा के बाद उत्तर प्रदेश के कानपुर में उन्नयन पार्क में आज पहली विशाल रैली को सम्बोधित करते हुए नरेन्द्र मोदी ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान 1857 में कानपुर, झांसी एवं मेरठ से अंग्रेजों को बाहर भगाने का संकल्प लिया गया था। उसी तरह आज केन्द्र से कांग्रेस को भगाने का संकल्प लेने की आवश्यकता है। कांग्रेस पर साठ सालों तक भ्रष्ट शासन देने तथा जनता की आंखों में धूल झोंकने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि वह लड़ाई 'स्वराज्य' की थी जबकि अब लड़ाई 'सुराज' के लिए है। 

कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों पर जमकर प्रहार करते हुए मोदी ने लोगों से सवाल पूछा कि जिस तरह इन पार्टियों ने उनकी जिंदगी तबाह की है क्या वे अपने बच्चों के लिए भी ऐसा चाहेंगे। उन्होंने कहा कि अगर वे अपने बच्चों का उज्ज्वल भविष्य चाहते हैं तो अगले चुनाव में कांग्रेस को भी उसी तरह तबाह कर दें। 
       
कांग्रेस के सहयोगी दल विशेषकर उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ समाजवादी पार्टी (सपा) एवं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) पर कड़ा प्रहार करते हुए मोदी ने कहा कि इस तिकड़ी ने सिर्फ देश एवं समाज को बांटने का काम किया है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि देश और उसका विकास सर्वोपरि हो और इसके लिए भाजपा संकल्पित है।  
        
गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के कोने कोने में कांग्रेस एवं उसके सहयोगियों के प्रति जनता अपने गुस्से का इजहार कर रही है। ये सहयोगी अपने गुनाह छिपाने के लिए कांग्रेस की मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि कांग्रेस सहित ऐसे दलोंको अगले चुनाव में ऐसा सबक सिखाया जाये जिससे कोई भी दल कभी जनता के साथ बेवफाई न कर सके।  नरेन्द्र मोदी ने कहा कि श्री अटल बिहारी बाजपेयी का शासनकाल छोड़कर कांग्रेस ने 60 सालों तक सिर्फ जनता को बेवकूफ बनाया है। चुनाव के समय वायदे करके भूल जाना, झूठ बोलना एवं जनता की आंखों में धूल झोंकना कांग्रेस का चरित्र रहा है। उन्होंने याद दिलाया कि 2009 में चुनाव के समय कांग्रेस की सरकार ने वायदा किया था कि 100 दिनों में महंगाई कम कर देंगे। उन्होंने कहा कि ऐसा न कर पाने पर कया एक बार भी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी अथवा शहजादे 'राहुल गांधी' ने खेद जताया। 
        
मोदी ने कहा कि हालत यह है कि गरीबों के घर चूल्हा नहीं जल रहा है। बच्चे आंसू पीकर सोते हैं। इन हालात में भी कांग्रेस पार्टी का अहंकार सातवें आसमान पर है और इसने जनता के पास जाकर यह कहने की जहमत नहीं ली कि उसने प्रयास किया लेकिन सफल नहीं रही।  भाजपा नेता ने कहा कि जब सत्तारुढ पार्टी को देश के लोगों की परवाह नहीं है तो जनता को भी इसे ऐसा सबक सिखाना चाहिए जिससे भविष्य में कोई पार्टी ऐसा न कर सके।


कांग्रेस पर व्यंग्य करते हुए मोदी ने कहा कि स्थिति यह है कि कांग्रेसी नेता भ्रष्टाचार एवं महंगाई की तो बात भी नहीं करते हैं बस मोदी-मोदी तथा गुजरात की दुहाई देते रहते हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात की जनता ने तो उन्हें 2012 के विधानसभा चुनाव में विशेष योग्यता के साथ उत्तीर्ण कर दिया है लेकिन 2014 का चुनाव दिल्ली के लिए है गुजरात के लिए नहीं। कांग्रेस नेताओं को दिल्ली की सरकार और दस वर्षों में अपने किए कामों के बारे में बोलना चाहिए।  
        
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी श्री मोदी ने पूर्व कोयला सचिव द्वारा कोयला घोटाले में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर आरोप लगाए जाने को प्रधानमंत्री के लिए शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में सरकार कहती है कि कोयला मंत्रालय की फाइलें खो गयी हैं। उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि दिल्ली में सरकार खो गयी है। साथ में जनता की जिंदगी खो गयी है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की खिंचाई करते हुए मोदी ने कहा कि वह इस समय खाद्य सुरक्षा विधेयक की बात करते हैं। वह बतायें कि मिड डे मिल योजना में जिस तरह का खाना बंट रहा है वह खाद्य सुरक्षा विधेयक है या भूख सुरक्षा विधेयक। 
        
मोदी ने राहुल गांधी पर गरीबों का मजाक उड़ाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जो स्वयं सोने का चम्मच मुंह में लेकर पैदा हुआ हो वह गरीबों एवं गरीबी के बारे में क्या जाने। उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा कि वह यह कर उनके जख्मों पर नमक छिड़कते हैं कि गरीबी मन की अवस्था है। उन्होंने कहा कि कथित धर्मनिरपेक्षता कांग्रेस की जडी बूटी है जिसे वह चुनाव जीतने में इस्तेमाल करती है। भाजपा सभी धर्मों को साथ लेकर भारत माता के विकास के लिए काम करना चाहती है। 
        
मोदी ने कहा कि भाजपा के लिए देश ही मजाहब है, संविधान ही एक मात्र ग्रन्थ है। 120 करोड़ की जनता एक ही शक्ति है। भारत माता की भक्ति एकमात्र भक्ति है और सबका स्वास्थ्य सबका विकास ही एक मात्र कार्यशैली है। उन्होंने कहा कि 2014 में परिवर्तन निश्चित है और देश का विकास भाजपा के हाथों सुनिश्चित है। मोदी ने कहा कि अब वोट बैंक की राजनीति बहुत हो चुकी है और भाजपा अब विकास की राजनीति करेगी।
लोकसभा में 545 में से 80 सीटों का प्रतिनिधित्व करने वाले उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर उन्होंने टिप्पणी की कि एक साल में पांच हजार व्यक्ति मारे जा चुके हैं। हालत यह है कि वोट बैंक की राजनीति में आतंकवादी जेल से रिहा किए जा रहे हैं और जनता की सुनवाई हो नहीं रही है।  
        
मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने आठ प्रधानमंत्री तो दिए लेकिन विकास के नाम पर जीरो है। यही कारण है कि आज गुजरात के हर जिले एवं तहसील में उत्तर प्रदेश के लोग रोजी रोटी के लिए पहुंचे हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि उत्तर प्रदेश को भी कांग्रेस, सपा एवं बसपा से मुक्ति मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पहली रैली में जो उन्हें जनता का प्यार मिला है उसे वह उसे ब्याज सहित लौटायेंगे।  रैली को सम्बोधित करते हुए भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि पार्टी ने मोदी को प्रधानमंत्री पद का दावेदार तो घोषित कर दिया है लेकिन उन्हें जनता के आशीर्वाद की बहुत जरुरत है। उन्होंने कहा कि कानपुर ही वह नगर है जहां जनसंघ का पहला अधिवेशन हुआ था और मोदी की यह पहली रैली भी उसी तरह इतिहास बनाएगी। 
        
ज्ञातव्य है कि नरेन्द्र मोदी की उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित आठ रैलियों में यह पहली रैली थी जिसे पार्टी की ओर से 'विजय शंखनाद' रैली का नाम दिया गया था। यह संयोग है कि भाजपा की प्रदेश एवं देश की राजनीति में वापसी के प्रयासों की शुरुआत कानपुर से की गयी जहां भाजपा के पास लोकसभा की एक भी सीट नहीं है। यहां छह में से तीन सीटें सपा एवं तीन कांग्रेस के पास हैं। विजय शंखनाद रैली में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह तथा भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी, वेंकैया नायडू तथा प्रदेश पार्टी अध्यक्ष डॉ.लक्ष्मीकान्त बाजपेयी भी मौजूद थे। 

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