पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा है कि भारत और पकिस्तान के बीच विवादास्पद कश्मीर मुद्दे को सुलझाने में अमेरिका की सकारात्मक भूमिका होगी। एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान (एपीपी) के अनुसार, तीन दिवसीय यात्रा पर अमेरिका चले शरीफ ने लंदन में अपने पड़ाव के दौरान यह बात कही। शरीफ ने कहा कि जुलाई 1999 में कारगिल युद्ध के समय अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन से कहा था कि यदि अमेरिका हस्तक्षेप करे तो कश्मीर मुद्दा सुलझ सकता है।
शरीफ ने शनिवार को कहा, "मैंने उनसे कहा कि आप जितना समय मध्य पूर्व में लगाते हैं, उसका 10 फीसदी वक्त ही अगर कश्मीर मुद्दे पर दें तो गुत्थी सुलझ सकती है।" शरीफ के अनुसार, क्लिंटन ने इस मामले पर ध्यान देने को कहा था, लेकिन बाद में स्थितियां बदल गईं। शरीफ ने कहा कि भारत हस्तक्षेप नहीं चाहता, लेकिन विश्व की शक्तियों को इस मुद्दे को सुलझाने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि दोनों देश पिछले 60 वर्षो से हथियारों की होड़ में उलझे हुए हैं।
शरीफ ने कहा, "स्थिति गंभीर होती जा रही है। भारत ने परमाणु बम बनाया, इसलिए हमने भी ऐसा किया। भारत ने मिसाइलें बनाईं, इसलिए हमने भी बनाईं। इसकी कहीं तो सीमा होनी चाहिए। हम सभी को इस बारे में सोचना चाहिए।"

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