बिहार : दिन में देखा सपना, कभी पूरा मत होना - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 20 अक्टूबर 2013

बिहार : दिन में देखा सपना, कभी पूरा मत होना

  • सपना में जान से मार देने की धमकी देने वाले के खिलाफ किस अधिकारी के समक्ष जाकर फरियाद करें ताकि मेरी जिंदगी सुरक्षित हो सके।


पटना। रविवार के दिन कुछ खाना खाया गया। खाने के बाद पानी पीना पड़ा। इसके बाद सोना पड़ा। यू.पी.के बाबा शोभना सरकार की तरह सपना देखा। सपना में खाकी वर्दीधारी जान से मारने की धमकी देने लगे। अभी हाल में फतुहा में अंधविश्वास का बढ़ाया लोगों ने दिया गया। एक नौ जवान बाबा के द्वारा तेल और पानी में फूंक मारा जा रहा है। उसमें शक्ति है कि फूंकने मारने के बाद तेल और पानी में करिश्माई करने की शक्ति आ जाती है। वर्दीधारी पुलिस ने जान से मार देने की बात को अन्य वर्दीधारियों साथियों की कान फूंकने लगे। मोबाइल गाड़ी चलाने वाले चालक ने समझाने लगा कि पुलिस से पंगा नहीं लेना चाहिए। जल्दी से नौ-दो-ग्यारह हो जाए। जब मुख्य सड़क छोड़कर गांव की पगडंडी पकड़कर घर आना पड़ा। 

इसके बाद नींद टूट गयी। हुआ यह कि खाना खाकर पानी पीकर सो गये। कुछ ही क्षणों में गहरी नींद में चले गये। सपना देखने लगे कि किसी काम से घर से बाहर निकले है। सड़क पर आने के बाद बस पकड़ लिये। कुर्जी मोड़ के पास आते ही बस चालक गाड़ी घुमा लेता है और गाड़ी बंद करके उतर जाता है।  बस में पैसा बटौरने वाले बस कन्डंक्टर ने पैसा नहीं लिया। तबतक मेरे पास कन्डंक्टर पहुंच ही नहीं पाया था। इतने में बस ही रोक दी गयी। यह सब चालक ने खाकी वर्दीधारी को देखकर  किया। फिर क्या था खाकी वर्दीधारी गिद्ध की तरह चालक पर टूट पड़़े। चालक की जमकर धुनाई कर दिये। धुनाई करने से शांत नहीं हुए इसके बाद चालक के पॉकेट से दिनभर की कमाई छीन लिये। इसके बाद खाकी वर्दीधारी आगे बढ़ने लगे। अपना प्रेस कार्ड दिखाते हुए कहे कि इस बस चालक की धुनाई के बारे में कौन विवरण देंगे? एक खाकी वर्दीधारी वाला कहने लगा कि 6 साल से लाइसेंस नहीं बनाया है। हम लोगों को देखकर कन्नी कटाने लगता है। एक सवाल में कहा कि आपने धुनाई तो ही है और तो और पॉकेट से तमाम रकम निकाल लिये है। इतना कहना था कि वर्दीधारी ने अपने दोनों हाथ से मेरी आंख के सामने ले जाकर कहने लगा कि दोनों आंख निकालकर जान से मार देंगे। किसी को पता नहीं चलेगा।

अब इस सपना को किस अधिकारी के समक्ष बयान करें ताकि मेरी जिंदगी की रक्षा हो सके। दिन में देखा सपना, कभी पूरा मत होना




आलोक कुमार
बिहार 


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