वैश्विक सुरक्षा को पाकिस्तान के परमाणु हथियारों से जितना खतरा है, उसकी तुलना में ईरान से इस तरह का खतरा बहुत कम है, जबकि ईरान के मामले को बहुत अधिक बढ़ा चढ़ाकर पेश किया जाता है। एक पूर्व अमेरिकी अधिकारी ने यह टिप्पणी की है। व्हाइट हाउस और पेंटागन के एक पूर्व अधिकारी और रोलिंग पैनिस इन दि डार्क के लेखक डगलस मैक किनोन ने कल फाक्स न्यूज के एक कार्यक्रम में यह टिप्पणी की।
उन्होंने कहा कि अपनी और इस्राइल की सुरक्षा की बात करते हुए क्या हमने ईरान से उत्पन्न परमाणु खतरे को बढ़ा चढ़ाकर पेश किया है और इस तरह खुद को खतरे में डाला है और क्या ऐसा करते समय हमने पाकिस्तान से उत्पन्न कहीं अधिक बड़े खतरे को कम करके पेश किया है। इससे पहले कि बहुत देर हो जाए ,क्या सरकार का कोई अधिकारी इस सवाल का जवाब दे सकता है।
उन्होंने कहा कि हर दिन, हर हफ्ते और वास्तव में हर साल हम लगातार यही सुनते रहते हैं कि ईरान से हमें बहुत ज्यादा परमाणु खतरा है। मैक किनोन ने यह बात कहते हुए उस अनोखे क्षण की याद दिलायी, जब कई साल पहले एक दफा अभिनेता जार्ज क्लूनी ने राष्ट्रपति बराक ओबामा से पूछा था कि ऐसी कौन सी बात है, जिसकी वजह से उन्हें रातों को नींद नहीं आती, उस समय ओबामा ने कहा था पाकिस्तान।
किनोन ने कहा कि यह बहुत ही विचित्र है कि ओबामा ने यह स्वीकारोक्ति क्लूनी के सामने की, न कि अमेरिकी लोगों के सामने। हालांकि इस बात से कोई ज्यादा असर नहीं पड़ता, असर पड़ता है तो इस बात से कि राष्ट्रपति ने इस बात को स्वीकारा कि उस देश से उन्हें कितने खतरों का आभास होता है। मीडिया और राजनीतिक नेताओं द्वारा ईरान के मामले को बेहद उछाले जाने की बात की ओर लौटते हुए उन्होंने कहा कि इसे हमेशा इस्राइल की सुरक्षा से जोड़ा जाता रहा है।
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