तहलका के संपादक तरुण तेजपाल अपनी महिला सहकर्मी के आरोप नकार दिए हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें वह सीसीटीवी फुटेज दी जाएं ताकि तथ्य सामने आ सके. गौरतलब है कि घटना की जांच में जुटी गोवा पुलिस ने उनके खिलाफ रेप का चार्ज लगाते हुए एफआईआर दर्ज की है. अब तरुण की गिरफ्तारी कभी भी की जा सकती है.गोवा पुलिस पांच सितारा होटल के सीसीटीवी फुटेज को देखकर मामले में छानबीन करेगी.
वहीं दिल्ली पुलिस की एक टीम संभावित विरोध प्रदर्शन को लेकर तहलका के संपादक तरुण तेजपाल को दिल्ली में उनके निवास पर सुरक्षा प्रदान करने के लिए पहुंची है. पुलिस के अनुसार जंगपुरा में तेजपाल के निवास पर एहतियात के तौर पर यह पुलिस टीम तैनात की गयी है.
गौरतलब है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने ग्रेटर कैलाश में इस खोजी पत्रिका के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया था. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘पत्रिका के दफ्तर के बाहर दिन में प्रदर्शन किया गया था, ऐसे में तेजपाल के घर के बाहर प्रदर्शन की आशंका को ध्यान में रखकर सुरक्षा प्रदान करने के लिए पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. यह एहतियाती कदम है, हमारा इस मामले से कोई लेना देना नहीं है.’ पुलिस सूत्रों ने बताया कि तेजपाल से पूछताछ के लिए राष्ट्रीय राजधानी आ रही गोवा पुलिस की टीम को दिल्ली पुलिस समुचित सहयोग प्रदान करेगी, लेकिन इस मामले में सीधे शामिल नहीं होगी. गोवा पुलिस ने तेजपाल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है और बलात्कार का आरोप लगाया है.
गोवा पुलिस ने तेजपाल पर तहलका पत्रिका की एक महिला सहकर्मी के साथ बलात्कार एवं शीलभंग का मामला दर्ज किया है. उसके बाद उनकी गिरफ्तारी होने की आशंका है. गोवा पुलिस की अपराध शाखा की विशेष जांच टीम तेजपाल से पूछताछ के लिए दिल्ली आ रही है और वह उसकी गिरफ्तारी से इनकार नहीं कर रही है. यह पूछे जाने पर कि क्या तेजपाल को गिरफ्तार किया जाएगा, गोवा के पुलिस महानिदेशक किशन कुमार ने कहा, ‘जैसा मैंने आपसे कहा यह जांच का हिस्सा है. हम यह जांच अधिकारियों पर छोड़ देते हैं. यह कानून के तहत एक प्रक्रिया है, जिसके तर्कसंगत परिणाम हैं. मैं नहीं कह सकता कि जांच अधिकारी कैसे करेंगे.’गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार इस तरह के अपराध के प्रति कोई सहिष्णुता नहीं दिखाएगी और हमें ऐसे रसूखदार लोगों के मामलों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.

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