दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को राज्यसभा सांसद और समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व सदस्य अमर सिंह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन सांसदों को 2008 के वोट के बदले नोट मामले में बरी कर दिया। विशेष न्यायाधीश नरोत्तम कौशल ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के करीबी सहयोगी सुधींद्र कुलकर्णी और भाजपा कार्यकर्ता सोहैल हिंदुस्तानी को भी इस मामले में बरी कर दिया।
बहरहाल, अदालत ने अमर सिंह के पूर्व सहयोगी संजीव सक्सेना के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला तय किया है। उल्लेखनीय है कि 22 जुलाई, 2008 को भाजपा सांसदों -फग्गन सिंह कुलस्ते, महावीर भगोरा और अशोक अग्रवाल- ने विश्वास मत के ठीक पहले संसद में नोटों की गड्डियां लहराकर दावा किया था कि मनमोहन सरकार के पक्ष में वोट देने के लिए उनको पैसे दिए गए थे।

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