मध्यप्रदेश में 230 विधानसभा सीटों के लिए सोमवार को रहे मतदान में दोपहर 12 बजे तक 26 प्रतिशत मतदान होने की सूचना है. इस दौरान छिटपुट घटनाओं की भी खबर है. वहीं, मिजोरम में 11 बजे तक 36.63 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है. प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी जयदीप गोविंद ने संवाददाताओं को बताया कि दोपहर 12 बजे तक 26 प्रतिशत मतदान होने की जानकारी मिली है. इसके अलावा भिण्ड जिले के लहार विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के मतदान केन्द्र 182 के बाहर गोली चली है और मामले में विस्तृत जानकारी अपेक्षित है. इसी मतदान केन्द्र और मतदान केन्द्र 189 पर ईवीएम तोड़े जाने पर दूसरी मशीन लगाई गई, जिसके बाद मतदान जारी है. पुलिस इन सभी घटनाओं पर कार्रवाई कर रही है.
जयदीप ने बताया कि अब तक प्राप्त सूचनाओं के अनुसार बड़वानी, झाबुआ, मण्डला और डिण्डोरी में सर्वाधिक मतदान हुआ है. ये सभी आदिवासी बहुल इलाके हैं. मतदान शुरू होने से पहले हृदयाघात से कटनी के बड़वारा में सहायक मतदान अधिकारी केबी श्रीवास्तव और मुंगावली में एक मतदानकर्मी की मौत हुई है, लेकिन इससे वहां मतदान प्रभावित नहीं हुआ है. जयदीप ने बताया कि चौरई (छिन्दवाड़ा) और अटेर (भिण्ड) में कुछ उपद्रव की सूचना है, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है. मुरैना के धसटुआ गांव में ईवीएम लूटने, छतरपुर के मतदान केन्द्र 80 में ईवीएम से छेड़छाड़ और सिवनी मालवा में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा मतदान केन्द्र पर कब्जे का आरोप लगाया गया है, जिसकी जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही बिजली, सड़क, पानी जैसे विकास कार्यों को लेकर होशंगाबाद के पिपरिया, रतलाम के आलोट, ग्वालियर के सौसा, रायसेन के उदयपुरा, उमरिया के मतदान केन्द्र 72, मुरैना के अम्बाह में मतदान केन्द्र 77, बैतूल के घोड़ाडोंगरी में मतदान केन्द्र 189, खजुराहो के अंतरागांव तथा इटारसी के सिवनी मालवा के एक मतदान केन्द्र पर चुनाव बहिष्कार की जानकारी मिली है. वहां मतदाताओं को समझाने का प्रयास किया जा रहा है.
मिजोरम में 40 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार सुबह सात बजे शुरू हुए मतदान के दौरान शुरआती चार घंटों में 36.63 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. राज्य के संयुक्त मुख्य चुनाव अधिकारी एच ललेंगमाविया ने बताया कि पूर्वाह्न 11 बजे तक 36.63 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गयाए. आइजॉल के कई मतदान केंद्रों में लोगों के बढ-चढकर मतदान करने की रिपोर्ट मिली हैं. मिशन वेंग और थकथिंग इलाकों में मतदान केंद्रों पर मतदान शुरू होने से पहले ही लोगों की लंबी कतारें देखने को मिलीं. मतदाता अपने परिवार के बुजर्गों को मतदान के लिए सुबह मतदान केंद्रों पर लेकर आए.
मुख्यमंत्री ललथनहवला ने जरखावत-दो मतदान केंद्र पर अपनी पत्नी ललरिलियानी के साथ मतदान किया. यह मतदान केंद्र जरखावत क्षेत्र के बाबुतलांग इलाके में गवर्नमेंट कम्बाइंड मिडल स्कूल की इमारत में है. मध्य प्रदेश में एकमात्र चरण में मतदान कराए जा रहे हैं और 230 विधायकों के चुनाव के लिए 4.66 करोड़ से ज्यादा मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग करेंगे. राज्य की 230 विधानसभा सीटों के लिए 2,586 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. कई स्थानों पर मतदान का समय शुरू होने से पहले ही मतदाता पहुंचने लगे थे. सुबह के समय ठंड ज्यादा होने के कारण मतदान केंद्रों पर कतारें ज्यादा लंबी नहीं हैं.
नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले के तीन विधानसभा क्षेत्रों में मतदान जहां सुबह सात बजे शुरू हुआ, वहीं शेष 227 सीटों के लिए मतदान सुबह आठ बजे शुरू किया गया. मतदान को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. राज्य पुलिस के साथ अर्ध सैनिक सुरक्षा बलों की भी बड़ी संख्या में तैनाती की गई है. वहीं नक्सल प्रभावित बालाघाट व सिंगरौली में हेलीकॉप्टर से निगरानी की जा रही है. इसके साथ ही दूसरे राज्यों से जुड़ीं 35 जिलों की सीमाएं सील कर दी गई हैं.
मिजोरम के 6.8 लाख से अधिक मतदाता इस चुनाव में अपने अधिकार का प्रयोग करेंगे, जिसमें 142 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. यहां सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो गया था, मुख्यमंत्री ललथन हवला सुबह नौ बजे अपना मत देने के लिए घर से निकले. यहां मतगणना 9 दिसंबर को होगी. मध्य प्रदेश में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी मुस्तैद कर दिए गए हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगाएंगे जीत की हैट्रिक या फिर कांग्रेस को मिलेगी जीत. आज इन सवालों के जवाब वोटिंग मशीन में कैद हो जाएगा.
मध्यप्रदेश की 230 सीटों पर 2583 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं. 4 करोड़ 46 लाख मतदाता राज्य भर में बने 53 हजार 946 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. राज्य के 15,000 मतदान केंद्र संवेदनशील हैं. मध्य प्रदेश के बालाघाट, उमरिया, अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, भिंड, मुरैना, दतिया इलाके नक्सल प्रभावित भी हैं. ज्यादातर मतदान केंद्र अति संवेदनशील हैं. यहां जमीन से लेकर आसमान तक पुलिस ने सुरक्षा इंतजाम कड़े किए हैं.
मध्यप्रदेश के डीजीपी नंदन दुबे के मुताबिक, 'बालाघाट अयार सिंगरौली जिलों में हेलिकॉप्टर भी आए हैं. इंडियन फोर्स भी निगरानी करेगी. बालाघाट में काफी हाई स्केल पर है मोबाइल पैट्रोलिंग चेकिंग करेगी. पूरी तरह देखेंगे और समय-समय पर एसएमएस भी भेजना पड़ेगा उन्होंने क्या देखा.' मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी सुरक्षा के काफी कड़े इंतजाम किए गए हैं. भोपाल के एसएसपी श्रीनिवास वर्मा के मुताबिक, 'भोपाल में 623 केंद्र संवेदनशील हैं, 16 कंपनी पैरा मिलिटरी की तैनात की गई है. सुरक्षाकर्मियों में आपीएफ के साथ हरियाणा पुलिस, तमिलनाडु पुलिस के जवान हैं. 10 हजार लोगों की पुलिस फोर्स तैनात है. 168 मोबाइल पुलिस वैन भ्रमण करेगी.'
राज्य के अहम उम्मीदवारों में बीजेपी के शिवराज सिंह चौहान, बुधनी और विदिशा से बाबूलाल गौर, भोपाल (गोविंदपुरा) से उमाशंकर गुप्ता, दक्षिणी भोपाल से कैलाश विजयवर्गीय, अंबेडकर नगर से यशोधरा राजे, शिवपुरी से नरोत्तम मिश्रा, दतिया से कांग्रेस के अजय सिंह, चुरहट से सुरेश पचौरी, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह भोजपुर और राधोगढ़ से चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. मतदाताओं के लिए इन चुनावों में एक अहम बात ये है कि इस बार वोटिंग के लिए उन्हें ईवीएम में NOTA का चिन्ह भी मिलेगा, जिस पर अगर आप बटन दबाते हैं तो इसका मतलब होगा आपको कोई उम्मीदवार पसंद नहीं है.
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