सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (आप) के नेता गोपाल राय को रालेगन सिद्धि से चले जाने को कहा। अन्ना के मंच से संबोधित करते हुए पूर्व सेनाध्यक्ष वी. के. सिंह ने इशारों में आप की आलोचना की जिसका राय ने प्रतिवाद किया था। पूर्व सेनाध्यक्ष ने स्पष्ट इशारे में एक वर्ष पूर्व पुरानी राजनीतिक पार्टी आप पर राजनीतिक लाभ के लिए हजारे का 'परित्याग' करने का आरोप लगाया। उनके इतना कहते ही वहां श्रोताओं के बीच मौजूद गोपाल राय ने टोकाटाकी की।
दिल्ली में आशातीत सफलता प्रदर्शित करने वाले आप का नाम लिए बगैर वी. के. सिंह ने कहा, "कई लोगों ने अन्नाजी का तब समर्थन किया था जब उन्होंने जन लोकपाल के लिए आवाज उठाई थी, लेकिन बाद में उन्होंने उनका साथ छोड़ दिया। आज वे कहते हैं कि उनके कारण ही अन्नाजी हैं। अन्नाजी ने जो किया उसे कोई भी कम करके नहीं आंक सकता।" लोकपाल विधेयक पारित कराने की मांग को लेकर उपवास पर बैठे अन्ना के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए यहां पहुंचे राय उस समय श्रोताओं के बीच बैठे थे। उन्होंने वी. के. सिंह के साथ बहस शुरू कर दी।
दोनों के बीच जारी बहस का पटाक्षेप कराने के लिए अन्ना ने माइक थामा और कहा, "मैं आपसे (राय से) कह चुका हूं यहां नहीं रुकें। यदि आप यहां समस्या पैदा करते हैं तो यहां से चले जाइए।" उपवास स्थल छोड़ने के बाद राय ने मीडिया से कहा, "जिन लोगों ने अन्ना का साथ छोड़ दिया था और सीट पाने के लिए मोदी के पीछे चल दिए थे, वे आज आप को पाठ पढ़ाने चले हैं।"
राय ने संवाददाताओं से कहा, "वे (वी. के. सिंह) जाहिर तौर पर भाजपा के करीब हैं और चापलूसी करने में संलिप्त हैं। वे आप को यह पाठ पढ़ाने की कोशिश नहीं करें कि उसे क्या करना चहिए।" इस मामले पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए नई दिल्ली में मनीष सिसोदिया ने कहा, "अन्ना के साथ मंच पर जो दिख रहे हैं वे कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के एजेंट हैं।"

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