बिहार : जैव विविधता संरक्षण विषय पर कार्यशाला का आयोजन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 26 दिसंबर 2013

बिहार : जैव विविधता संरक्षण विषय पर कार्यशाला का आयोजन

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आज दिनाक २५.१२.१३ रूरल यूथ को – आँर्डिनेशन सेन्टर एवं  वन एवं पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार तथा पवनसूत सर्वंगिण विकास केन्द्र पटना के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय पर्यावरण अभियान 201२ -201३ के तहत जैव विविधता संरक्षण विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला सह वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन पटना के निकट फतुहा ब्लाक के उस्फा गाव के सरकारी उच्य बिद्यालय कार्यक्रम का संचालन प्रधानाचार्य श्री सच्चिदा कुमार प्रेमी ने किया प्रधानाचार्य ने संस्था के द्वारा बताया किए गए कार्यो की सराहना की कार्यशाला में विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।शिक्षिका बाला देवी, लता देवी ने कार्यक्रम संचालन में योगदान दिया। संस्था के सचिव डा राकेश दत्त मिश्रा ने विजेता छात्राओं को इनाम वितरित किए। इस अवसर पर संस्था की अध्यक्षा श्रीमती सुनीता पाण्डेय , उपाध्यक्ष डा मीणा गुप्ता ,  कोषाध्यक्ष श्री सच्चिदा नन्द पान्डे सदस्य श्रीमती स्वेता कुमारी , श्री लक्ष्मण पाण्डेय , विजय कुमार, श्याम श्यामल , राजीव झा , प्रवीण कुमार, आदित्य कुमार, अभय कुमार, अमित कुमार, श्री राम तिवारी  त्तथा बड़ी संख्या में स्कूल के छात्र , अभिभावक एवं कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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कार्यशाला के अंतर्गत जैव विविधता, औषधीय पौधरोपण का महत्व, जल संरक्षण के उपाय व लाभ पर्यावरण जागरूकता और संरक्षण के साथ-साथ जीव संरक्षण एवं पर्यावरण विकास संबंधित विषयों पर चर्चा कि गईं तथा निबंध प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने निबंध के जरिए विचार प्रकट किए। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्मृति चिह्न भेंटकर सम्मानित किया गया। संस्था के सचिव डा राकेश दत्त मिश्रा ने बताया कि कार्यशाला एव  निबंध प्रतियोगिता में कक्षा ५ से 9 तक के विद्यार्थियों ने भाग लिया।

इस अवसर पर प्रधानाचार्य श्री सच्चिदा कुमार प्रेमी ने  कहा कि बच्चे ही हैं जिनसे हमें अपनी प्रकृति, परम्परा और धरोहर के महत्व, भविष्य में उसकी जरूरत और संरक्षण के बारे में बताना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें अगर सही मायने में जल, जंगल, जमीन का संरक्षण करना प्रकृति को बचाना है, जैव विविधता को नष्ट होने से रोकना है तो बच्चों को इनके प्रति जागरूक बनाया जाए।

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