बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर झूठ का राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि असली विपक्ष तो राष्ट्रीय जनता दल (राजद) था। भाजपा ने तो उसे भी विस्थापित कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर सरकार हर मोर्चे पर विफल है तो विपक्ष सदन में अविश्वास मत का प्रस्ताव लाए और सरकार को गिरा दे। बिहार विधानसभा में आतंकवाद, सांप्रदायिकता और नक्सलवाद से उत्पन्न स्थिति पर हुई पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर सरकार हर मोर्चे पर विफल है तो सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाकर हमारी सरकार को हटा दें।
उन्होंने भाजपा पर झूठ की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह बिहार में एक माहौल पैदा करना चाह रही है। उन्होंने कहा कि रोज-रोज दुष्प्रचार कर माहौल खराब करने से राज्य नहीं चलने वाला है। उन्होंने भाजपा पर जनता के खिलाफ आचरण अपनाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मतदाताओं ने तो भाजपा को सत्ता में रहने का जनादेश दिया था, परंतु बीच में ही उसने प्रतिपक्ष की कुर्सी छीन ली। राजद को विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला था, परंतु भाजपा ने उसे भी विस्थापित कर दिया।
नीतीश ने भाजपा से पूछा कि आखिर वे लोग सांप्रदायिकता पर क्यों नहीं बात करना चाहते। उन्होंने स्पष्ट कहा कि बिहार में किसी भी हाल में सांप्रदायिक ताकतों को सर नहीं उठाने देंगे। उन्होंने कहा कि आज सांप्रदायिकता के नाम पर समाज में जहर पैदा करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि पटना में श्रंखलाबद्ध बम विस्फोट की घटना के बाद सरकार को जो प्रयास करना चाहिए था वह सब किया गया। पुलिस की त्वरित कारवाई का ही नतीजा है कि पटना और बोधगया में हुए विस्फोट मामले का खुलासा हो गया।
उन्होंने कहा कि नक्सलवाद केवल बिहार की समस्या नहीं है अन्य राज्यों की भी समस्या है परंतु बिहार में सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।

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