देश का व्यापार घाटा घटकर 9.92 अरब डॉलर हुआ - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


मंगलवार, 11 फ़रवरी 2014

देश का व्यापार घाटा घटकर 9.92 अरब डॉलर हुआ


Indian deficit decrease
देश का व्यापार घाटा जनवरी में घटकर पिछले वर्ष की इसी अवधि के 18.97 अरब डॉलर के मुकाबले 9.92 अरब डॉलर हो गया। यह जानकारी मंगलवार को सरकारी आंकड़ों से सामने आई है। व्यापार घाटे में यह कमी सोने और चांदी के आयात में भारी गिरावट के कारण हुई है। जनवरी का व्यापार घाटा पूर्व के महीने के आंकड़े से भी कम है। दिसंबर में व्यापार घाटा 10.14 अरब डॉलर था।

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार, इस वर्ष जनवरी में देश का निर्यात 3.79 प्रतिशत बढ़कर 26.75 अरब डॉलर हो गया, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 25.78 अरब डॉलर था। इस वर्ष जनवरी में आयात में 18.07 प्रतिशत की गिरावट आई और यह 36.57 अरब डॉलर हो गया। यह गिरावट सोने और चांदी के आयात में आई 77 प्रतिशत गिरावट के कारण हुई है।

कोई टिप्पणी नहीं: