नक्सलियों ने पटना जिले के कुछ थानों को उड़ाने की साजिश रची थी। बकायदे थानों की रेकी भी की जा रही थी। पुलिस पिकेट भी नक्सलियों के टार्गेट पर थे। एक पुलिस अफसर के मुताबिक गिरफ्तार हुए नक्सली लाल दास मोची उर्फ मुकेशजी ने ये खुलासे किए हैं। लोकसभा चुनाव के पहले कई संगीन वारदात को अंजाम देकर पुलिस प्रशासन के सामने नक्सली अपनी मौजूदगी का अहसास दिलाना चाहते थे।
नक्सलियों ने जहानाबाद और औरंगाबाद के कई थानों को भी टार्गेट पर ले रखा था। लेकिन उससे पहले ही पटना पुलिस ने इस नापाक साजशि का भंडाफोड़ कर दिया। इससे पहले नक्सलियों ने बेउर जेल पर अटैक करने की योजना बनायी थी। सूबे के कई बड़े नेताओं को भी नक्सलियों ने टर्गेट पर लिया था जिसकी खबर खुफिया विभागों को मिली थी। रेकी करने के लिए खरीदी गयी 16 गाडिम्यां नक्सलियों ने चुनाव से पहले पटना व आसपास के इलाकों की रेकी करने के लिए 16 गाडिम्यां खरीदी हैं।
अलग-अलग ग्रुप में सभी नक्सली उन गाड़ियों पर घूम रहे हैं। सूमो विक्टा सहित कई गाड़िया खरीदी गयी हैं। बड़ी गाड़ियों पर नक्सली इस कारण घूम रहे हैं ताकि किसी को उन पर शक न हो। चार पहिया वाहनों के अलावा बाइक की खरीद भी की गयी है। पुलिस उन गाड़ियों को बरामद करने की कोशशि कर रही है। पुलिस के लिए बड़ी चुनौती पटना पुलिस के लिए नक्सलियों पर लगाम लगाना एक बड़ी चुनौती है। पालीगंज, सिगोड़ी, भगवानगंज सहित कई ऐसे इलाके हैं जो नक्सल प्रभावित हैं। ऐसे में पटना पुलिस बड़े स्तर के नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की तैयारी में है जो बड़ी वारदातों को अंजाम दे सकते हैं।
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