ओडिशा के रक्षा बेस से शनिवार को जमीन से हवा में मार कर सकने वाले आकाश प्रक्षेपास्र का दूसरी बार सफल परीक्षण किया गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। पूर्णत: स्वदेश निर्मित प्रक्षेपास्र आकाश 27 किलोमीटर तक मार कर सकता है। राजधानी भुवनेश्वर से 270 किलोमीटर दूर बालासोर जिले के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण केंद्र से आकाश को परीक्षण के लिए छोड़ा गया।
परीक्षण केंद्र के निदेशक एम. वी. के. वी. प्रसाद ने बताया, "आकाश को विभिन्न परिस्थितियों के अनुकूल परिष्कृत किया जाना है। आज (शनिवार) किए गए परीक्षणों में पहला अपनी तरफ आ रहे लक्ष्य को निशाना बनाते हुए किया गया, जबकि दूसरा दूर जा रहे लक्ष्य को निशाना बनाते हुए।" सभी मौसमों में मार कर सकने वाला यह 700 किलोग्राम वजनी प्रक्षेपास्र 2.5 मैक की गति से 60 किलोग्राम तक युद्ध सामग्री ले जा सकता है। यह प्रक्षेपास्र स्वचालित है और साथ ही हवा में कई निशानों पर एक साथ मार कर सकता है।
इसे स्थिर प्लेटफॉर्म के साथ-साथ गतिशील प्लेटफॉर्म से भी छोड़ा जा सकता है। इससे सशस्र बलों के लिए इसे तैनात करना काफी सुविधाजनक हो जाता है। डीआरडीओ द्वारा विकसित प्रक्षेपास्र आकाश को भारत डायनेमिक्स लिमिटेड द्वारा निर्मित किया गया है, जो भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और कई अन्य उद्योगों के साथ संयुक्त रूप से क्षेत्रीय उत्पादन एजेंसी के रूप में इसका निर्माण करेगी।

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