प्रीतम, दिनेश दुर्गापाल,नैथानी व धनै में से कौन-कौन होंगे मंत्रिमंडल से बाहर!
- सुबोध,गणेश व महर होंगे मंत्रिमंडल में शामिल!
देहरादूनः (राजेन्द्र जोशी) सूबे की सत्ता पर काबिज कांग्रेस मे भले ही उपरी तौर पर सब कुछ ठीक दिखाई दे रहा हो लेकिन हकीकत मे ऐसा नहीं है। अब जबकि उपचुनाव के लिये मतदान हो चुका है और सबकी निगाहें नतीजो पर लगी हैं, लेकिन अंदरखाने पार्टी मे माहौल काफी गर्म है। चुनाव परिणामों के आ जाने के बाद राज्य मंत्रिमंडल में तीन नये चेहरों को भीतर तो तीन को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। चर्चा है कि हरीश रावत खेमे ने विजय बहुगुणा व सतपाल महाराज के खेमों में सेंध लगा दी है और इन दोनों खेमों से एक-एक विधायक सहित एक अन्य विधायक को राज्य मंत्रिमंडल में स्थान मिल सकता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लालकुंआं से विधानसभा में चुनकर आये हरीश चन्द्र दुर्गापाल,देवप्रयाग से विधायक मंत्री प्रसाद नैथानी तथा अभी कुछ माह पूर्व टिहरी के निर्दलीय विधायक दिनेश धनै को मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। मिल रही जानकारी के अनुसार हरीश चन्द्र दुर्गापाल व मंत्री प्रसाद नैथानी की कमजोर परफारमेंस के कारण इनको बाहर किया जाना तय माना जा रहा है जबकि बीते कुछ महीने पूर्व बनाये गये मंत्री दिनेश धनैं भी वह कुछ नहीं कर पाये जिसकी उम्मीद प्रदेश सरकार ने उनसे की थी लिहाजा उनको भी मंत्रिमंडल से हटाये जाने के पर्याप्त कारण सरकार के पास हैं। वहीं मंत्री प्रीतम सिंह पंवार व दिनेश अग्रवाल का नाम भी बाहर होने वालों की सूची में बताया जा रहा है। सरकार की मंशा यह भी है कि राज्य में सत्ता के केन्द्र रहे सतपाल महाराज के भाजपा में चले जाने के बाद उनके खेमें में भी सेंध लगायी जाय तो सरकार ने वहा भी सेंध तो लगा दी साथ ही विजय बहुगुणा के खेमें मे भी सेंध लगा डाली एक जानकारी के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से प्रदेश अध्यक्ष मामले पर हीली हवाली करने के बाद उनके खासमखास माने जोने वाले सुबोध उनियाल की बहुगुणा से दूरियां बढी है। क्योंकि सुबोध उनियाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार थे और अपनी दावेदारी के लिए उन्होने पूर्व मुख्यंमत्री बहुगुणा का दामन थामा हुआ था वे उनको उस कुर्सी पर आसीन करवा देंगे लेकिन बदली राजनीतिक परिस्थितियों के चलते बहुगुणा स्वयं ही राज्य सभा जाने के लिए अपनी सिफारिश आला कमान से करने लगे ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी किशोर उपाध्याय को जा मिली ऐसे में सुबोध का बहुगुणा से नाराज होना लाजमी था कि पूर्व मुख्यमंत्री बहुगुणा ने उनकी ठीक से आलाकमान के सामने पैरवी नहीं की। वहींे सरकार ने मौका देखते ही सुबोध को लपक लिया और उनके मंत्री बनाये जाने की संभावनायें भी पुख्ता नजर आ रही है। वहीं सतपाल महाराज खेमे के गणेश गोदियाल पर भी सरकार काफी मेहरबान है उन्हे बद्रीकेदार मंदिर समिति के अध्यक्ष के साथ ही संसदीय सचिव की जिम्मेदारी भी दी गयी है लेकिन सरकार उन्हे अब पूर्णतः मंत्री का दर्जा देने जा रही है। सरकार के इस कदम को सतपाल महाराज कैंप में भी सेंध के रूप में देखा जा रहा है। वहीं पूर्व कबीनामंत्री प्रकाश पंत को हराकर विधानसभा पहुंचे मयूख महर यदा कदा सरकार से नाराज ही नजर आये लेकिन सरकार ने अब उनको मनाने का पूरा इंतजाम कर दिया है उनको भी राज्य मंत्रिमंडल मे शामिल करने की कवायद शुरू हो गई है।
परन्तु इतना भर करने से मुख्यमंत्री हरीश रावत के लिये राह आसान हो जाएगी कहना अभी काफी मुश्किल है क्योकि हरीश रावत की राह मे कांटे उनके अपने करीबी लोगो के कर्मो की वजह से ही बिछे हैं। बहरहाल आने वाले दिनों मे सूबे का सियासी माहौल बरसात के मौसम के बावजूद काफी गरमाने वाला नजर आ रहा है।
प्रदेश की 62 लाख जनसंख्या को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना का मिला लाभ:मुख्यमंत्री
देहरादून, 22 जुलाई, 2014 (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने खाद्य सुरक्षा योजना के लिए चयनित परिवारों तक खाद्यान्न पहुंचाना सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए हैं। चयनित परिवारों में कोई भी इसका लाभ लेने से वंचित ना रहे। कुछ स्थानों पर लाभान्वितों के कार्ड वितरित ना होने की शिकायतों को गम्भीर बताते हुए सीएम ने जिलाधिकारियों के नेतृत्व में अभियान चलाकर शतप्रतिशत कार्ड वितरण सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य की 61.94 लाख जनसंख्या को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को बीजापुर हाउस के सभागार में प्रदेश में खाद्य सुरक्षा योजना की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सचिव स्तर पर प्रतिदिन खाद्य सुरक्षा योजना की मोनिटरिंग की जाए। इसे सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखा जाए। शेष रह गए कार्डों के वितरण के लिए ब्लाॅकवार कैम्प का शैड्यूल बनाकर जिलाधिकारियों को भेजा जाए। डीएम, सीडीओ व एडीएम स्तर के अधिकारी के निर्देशन में शिविरों का आयोजन किया जाए व अभियान के तहत विशेषरूप से ग्रामीण क्षेत्रों में कार्ड वितरण सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि 8-9 अगस्त को प्रभारी मंत्री अपने प्रभार वाले जिलों में खाद्य सुरक्षा योजना की क्रियान्विति की समीक्षा करेंगे। जबकि इसके तीन चार दिनों बाद वे स्वयं पूरे राज्य में योजना की समीक्षा करेंगे। योजना के क्रियान्वयन में किसी स्तर पर कमी या लापरवाही पाए जाने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार गोदाम स्थानीय व्यक्तियों से किराए पर लिए जाने की कार्ययोजना तैयार करने को भी कहा। इससे जहां राज्य सरकार को गोदामों के निर्माण के लिए संसाधन नहीं लगाने होंगे वहीं स्थानीय व्यक्ति भी लाभान्वित होंगे। साथ ही सरकार को ग्रामीण, पर्वतीय व दुर्गम क्षेत्रों में खाद्यान्न बैंक स्थापित करने में सहायता मिलेगी। बैठक में जानकारी दी गई कि राज्य मे राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना एक जुलाई 2014 से शुरू कर दी गई है। राज्य की 61.94 लाख जनसंख्या को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से लाभान्वित किया जा रहा है। राज्य के पूर्व प्रचलित 1,90,926 अन्त्योदय परिवारों को 35 किग्रा खाद्यान्न पूर्व की भांति उपलब्ध्य कराया जा रहा है। राज्य की 53,72,204 आबादी के 11,25,865 परिवारों को प्राथमिक परिवारों में चयन कर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के अन्तर्गत खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। राज्य मे चयनित प्राथमिक परिवारों को प्रति व्यक्ति 03 किग्रा चावल 03 रूपये की दर से तथा 02 किग्रा गेहूं 02 रूपये की दर से उपलब्ध कराया जा रहा है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम की धारा 16(2) के अन्तर्गत खाद्य सुरक्षा योजना का गठन किया गया है। राज्य के शहरी क्षेत्रों में इय योजना के अंतर्गत शतप्रतिशत चयनित परिवारों को राशन कार्ड वितरित किए जा चुके हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में ब्लाॅक स्तर से इन कार्ड का वितरण होना था। यहां भी 85 से 90 प्रतिशत कार्ड वितरित किए जा चुके हैं। पंचायत चुनावों के कारण कुछ स्थानों पर राशन कार्ड वितरण से रह गए हैं। बैठक में खाद्य मंत्री प्रीतम सिंह, प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति श्रीमती राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसएस संधु, अपर सचिव रविनाथ रमन सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
पेयजल योजनाओं के बन्द होने पर भड़की वित्तमंत्री इंदिरा
हल्द्वानी 22 जुलाई,(निस)। पिछले कई दिनो से हल्द्वानी शहर और आसपास के इलाको की बन्द पडी पेयजल व्यवस्था से जनसाधारण को हो रही परेशानी को वित्तमंत्री डा0 इन्दिरा हृदयेश पाठक ने गम्भीरता से लिया है। राजधानी देहरादून से वापस पहुची वित्तमंत्री डा0 हृदयेश के संज्ञान मंे आया कि विगत दिनो हुयी अति वर्षा से हल्द्वानी क्षेत्र की पेयजल आर्पूिर्त विगत एक सप्ताह से ठप्प पडी, लोग पानी केे लिए दर-दर भटक रहे है। जलसस्थान द्वारा टैकरो से की जा रही जल आपूर्ति ना काफी है। गौला नदी का जलस्तर कम होने के बाद सिचाई विभाग की कालटैक्स के पास की नहर क्षतिग्रस्त हो जाने से जलसंस्थान केा फिल्टर करने के लिए पानी नही मिल पा रहा है। इससे पेयजल आपूर्ति सूचारू नही हो पा रही है। पेयजल आपूर्ति को बहाल करने के लिए वित्तमंत्री द्वारा जलसंस्थान के साथ ही जिले के आला अफसरो से वार्ता कर यथाशीघ्र पेयजल आपूर्ति बहाल करने के निर्देश दिये। डा0 हृदयेश ने जल संस्थान के अधिकारियो को आदेशित किया कि वे तत्काल नये 6 टैकर क्रय करने का प्रस्ताव प्रस्तुत करें। वर्तमान में पवित्र रमजान के रोजो के साथ ही क्षेत्र के ेमन्दिरो व अन्य धार्मिक स्थानो पर पूजा अनुष्ठान के कार्य क्रम चल रहे है। उन्होने जलसस्थान के अधिकारियो से कहा कि वे मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रो साथ ही अन्य स्थानो पर टैकर के माध्यम से जल की आपूर्ति सुनिश्चिित करे लोगो को रोजे आदि में दिक्कत ना आये। उन्होेने सिचाई विभाग के अधिकारियो एवं स्थानीय प्रशासन से कहा है कि वे दिनरात एक कर क्षतिग्रस्त नहर की मरम्मत कर जलसस्थान को फिल्टर हेतु कच्चा जल की आपूर्ति सुनिश्चिित करें ताकि शहर की पेयजल व्यवस्था सुचारू हो सके। उन्होने अधिकारियो से कहा कि वे जनसमस्याओं के प्रति संवेदनशीलता का परिचय देे।
धारचूला विधानसभा में हुआ सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग: भट्ट
देहरादून, 22 जुलाई (निस)। नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने कहा कि सरकार द्वारा धारचूला विधान सभा उप चुनाव को पूरी तरह प्रभावित किया गया गया है और वहाॅं पर सरकारी मशीनरी का खुलकर दुरूपयोग हुआ है। धारचूला विधान सभा क्षेत्र में व्यास, दारमा और चैदास में डराधमकाकर मतदान कराया गया है। मदकोट, बौना, जोसा एवं रापी में बन्दूक की नोक पर नेपालियों तथा विहारी श्रमिकों से मतदान कराया गया है। प्रदेश सरकार की आड़ में कांगे्रस कार्यकर्ताओं द्वारा पूरी तरह से फर्जी मतदान कराया गया है। साथ ही सरकार ने अनुचित तरीके से धनबल तथा बाहुबल का प्रयोग कर चुनाव को प्रभावित किया गया है। श्री भट्ट ने कहा कि बौना बूथ के पीठासीन अधिकारी बधाई के पात्र हैं क्योंकि उन्होंने किसी के दबाव में न आकर चुनाव आयोग से शिकायत कर पुनः मतदान कराये जाने का साहस रखा इसी का परिणाम है कि वहाॅं बुधवार को पुनः मतदान कराया जायेगा। श्री भट्ट ने कहा है कि मुख्यमंत्री के इशारे पर वहाॅं के पूर्व विधायक तथा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने धनबल का प्रयोग कर प्रजातन्त्र का मखौल उड़ाया है तथा प्रजातंन्त्र को कलंकित किया है, यह अपने आप में बहुत ही शर्मनाक है जिसे प्रदेश की जनता कभी माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि हमने 19 जुलाई को ही प्रशासन एवं चुनाव आयोग से बाहरी व्यक्तियों को विधान सभा क्षेत्र से बाहर किये जाने का अनुरोध किया था किन्तु शासन-प्रशासन द्वारा ऐसा न कर उन लोगों को मतदान प्रभावित करने की पूरी छूट दी। दोनों बूथों बौना तथा दारमा में पुनः मतदान कराये जाने के आदेश से स्पष्ट होता है कि सरकार की सह पर मुख्यमंत्री जी के उपचुनाव में फर्जी मतदान हुआ है तथा सरकारी मशीनरी का खुलेआम दुरूपयोग हुआ है। उन्होंने कहा कि आज तक किसी भी मुख्यमंत्री के उपचुनाव में इस तरह का माहौल पैदा नहीं हुआ जिस तरह का आज हुआ है। कांगे्रस के भ्रष्ट कारनामे प्रदेश की जनता के सामने आ चुके हैं तथा इस सरकार की काले कारनामों की पोल खुल चुकी है। श्री भट््ट ने कहा कि इस तरह से प्रदेश की जनता को डरा धमकाकर मतदान कराना प्रजातंन्त्र के साथ धोखा है तथा लोकतंत्र को कलंकित करना है। धारचूला में 80 प्रतिशत मतदान होने पर हमने चुनाव आयोग से शिकायत की थी कि वहाॅं फर्जी मतदान हुआ है। ऐसी स्थिति में चुनाव आयोग पर भी प्रश्न चिन्ह खड़ा होता है। उन्होंने कहा कि कांगे्रस द्वारा धारचूला उपचुनाव में फर्जी मतदान, सरकारी मशीनरी के खुलेआम दुरूपयोग एवं डरा-धमका कर एक पक्ष के हित में वोट डालने के लिए मतदाता पर दबाब डालने जैसे कृत्यों को देखते हुए चुनाव आयोग को वहाॅं पुनः मतदान कराने के आदेश देने चाहिए जो पूरे वाकये को देखते हुए वास्तव में न्यायोचित भी है।
पुलिस ने दबोचा शातिर चोर को मंहगे शौक ले गया अपराध की दुनिया में
देहरादून, 22 जुलाई (निस)। महंगे होटलों में खाना खाने व मंहगी गाडियांे में घुमने का शौक उसे अपराध की दुनिया में ले गया। राजस्थान में रहने वाला एक युवक के पिता पीसीएस अफसर व मां भी पेशे से डाॅक्टर थी और उन्हीं के नक्शे कदम पर आगे बढ़ने के लिए युवक ने एमबीए की पढ़ाई शुरू की और उसमें जब वह असफल हुआ तो परिवार के सख्त रवैये के चलते उसने चोरी का सहारा लिया। चोरी में कदम बढ़ाते ही उसने कई राज्यों में चोरी की बड़ी बड़ी वारदातांे को अंजाम देकर पुलिस की नाक में दम कर दिया। 13 साल से अपराध जगत में उतरे चोर ने अंग्रेजी बोलने में भी काफी माहिर है तथा उसे देखकर कोई इस बात का अंदाजा भी नहीं लगा सकता था कि वह एक शातिर चोर है। राजधानी में एक के बाद एक चोरी की कई घटनाओं ने सरकार तक को हिला कर रख दिया था यही कारण रहा कि जहां कार्यवाहक मुख्यमंत्री इन्दिरा हृयदेश ने बढ़ती चोरियों पर डीजीपी व पुलिस कप्तान के सामने अपनी नाराजगी प्रकट की थी। वहीं प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह को रात्रि में सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा था। राज्य के गृहमंत्री प्रीतम सिंह ने भी राजधानी में बढ़ती चोरियों को लेकर गृह विभाग व पुलिस महकमें के आला अफसरों की बैठक लेकर उन्हें चोरों को बेनकाब करने का हुक्म जारी किया था। राजधानी के पुलिस कप्तान अजय रौंतेला ने इन चोरी की वारदातों का ट्रेंड समझने के बाद एसओजी प्रभारी अबुल कलाम को चोर गैंग की तलाश में उतार दिया जिसके चलते एसओजी टीम ने राजस्थान के ललित उर्फ अमित को नाटकीय ढंग से दबोचा तो पता चला कि पकड़ा गया युवक अंर्तराज्जीय शातिर थीफ है। पुलिस के कब्जे में आये ललित ने पुलिस टीम को अपनी दास्तां सुनाते हुए कहा कि उसे बड़े बड़े होटलों व रेस्तराओं में खाने पीने का शौक था और वह मंहगी गाडि़यों में भी हमेशा सपना देखता था। उसने अपनी हकीकत बयां करते हुए कहा कि शुरूआती दौर में उसने मौज मस्ती के लिए थीफ बनने का फैसला किया था लेकिन उसके बाद वह 2001 से शातिर थीफ बनकर बड़ी बड़ी चोरी की घटनाओं को अंजाम देने लगा। बकौल थीफ की वह 2001 में चोरी की घटना में पकड़ा गया था और उसके बाद से उसने अपना मिशन शातिर थीफ बनने का बना लिया था। थीफ ने स्वीकारा कि वह चोरी के धधें में अपना राजदार खुद को ही बनाना चाहता था इसलिए उसने जिस प्रदेश में चोरी की वारदातों को अंजाम दिया उसमें वह अकेला ही शामिल रहा और उसने बड़े बड़े राज्यों में लगभग सैंकड़ो चोरियों को अंजाम दिया और 2 दर्जन से अधिक चोरी के मामले उस पर दर्ज हुये थे लेकिन उसने कभी भी पटलकर देखने की जरूरत नहीं समझी कि वह आज एक अन्र्तराज्जीय थीफ कैसे बन गया। पुलिस की गिरफ्रत में आये इस शातिर थीफ ने जब दून पुलिस के सामने की गयी चोरियों के राज खोलने शुरू किये तो उससे पुलिस के चेहरे भी खिलखिला गये। बता दें कि यह शातिर थीफ पुलिस की गिरफ्रत में आने के बाद बिना मारपीट के उन्हें की गयी चोरियों के बारे में सारी हकीकत कबूल कर देता है और दून में पकड़े जाने के बाद भी उसने हकीकत बंया कर दी कि वह कितने घरों में चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुका था।
राजभवन कर रहा कांग्रेस के एंजेट के रूप में काम - नेगी
देहरादून, 22 जुलाई (निस)। जन संघर्ष मोर्चा ने जन सरोकार के मुददों पर राजभवन की खामोशी पर प्रदेश के राज्यपाल की बर्खास्तगी की मांग को लेकर आंदोलन करने की धमकी दी है और कहा गया कि राजभवन कांग्रेस के एजेंट के रूप में काम कर रहा है जिसका विरोध किया जायेगा। मंगलवार को ओल्ड सर्वे रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों से रूबरू होते हुए मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि कांग्रेस सरकार के शासनकाल में हुए या हो रहे घोटालों संबंध्ी फाइलें ठंडे बस्ते में जा चुकी है और उन पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही राजभवन की ओर से नहीं की जा रही है, उनका कहना है कि कांग्रेस द्वारा किये गये भ्रष्टाचार के मामले में राजभवन पूरी तरह से खामोश है। उनका कहना है कि मोर्चा के जरिये खाद्यान्न, खनन और उपनल घोटालों की शिकायत राज्यपाल से की थी और आज तक इस ओर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई है, उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था ही राज्यपाल को दिख रही है और उत्तराखंड की दुर्दशा की उन्हें किसी भी प्रकार की कोई चिंता नहीं है, उनका कहना है कि जब राजभवन का जन सरोकारों के मुददे पर किसी भी प्रकार का लेना देना नहीं है तो राज्यपाल को भी यहां पर रहने का अधिकार नहीं है, राज्यपाल की बर्खास्तगी के लिए राष्ट्रपति से मांग की जायेगी। उनका कहना है कि पूर्व में मोर्चा द्वारा 55 हजार टन बीपीएल खाद्यान्न खुले बाजार में कालाबाजारी के तहत बिकने संबंधी चार हजार करोड के खनन भंडारण के काला कारोबार और उपनल द्वारा सैनिकों, पूर्व सैनिकों के हितों से किये गये खिलवाड संबंधी घोटालों को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपे गये थे लेकिन कांग्रेस के राज में हुए घोटालों पर कार्यवाही करना तो दूर उन फाइलों का आज तक अता पता नहीं है। कांग्रेस द्वारा किये गये घोटालों में अप्रत्यक्ष रूप से उसका साथ दे रहा है। उनका कहना है कि महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि जन सरोकार के मुददों को लेकर राजभवन की उदासीनता प्रदेश हित में नही है तथा अप्रत्यक्ष तौर पर कांग्रेस का साथ देकर राजभवन भ्रष्टाचार व अराजकता को बढावा देने का काम कर रह है। कांग्रेस के राज में लूट पाट, बलात्कार, चोरी, डकैती, हत्यायें, चेन स्नेचिंग व अन्य तमाम घटनायें दिन दहाडे हो रही है लेकिन राजभवन मौन साध्े हुए है। उनका कहना है कि राजभवन में नोटिस चस्पा कर दिया जाना चाहिए कि यहां पर कांग्रेस के खिलाफ कोई शिकायत नहीं सुनी जायेगी। उनका कहना है कि मोर्चा राज्यपाल की कार्य प्रणाली के खिलाफ सडकों पर उतरकर आंदोलन चलायेगा और राष्ट्रपति से उत्तराखंड के राज्यपाल को बर्खास्त करने की मांग करेगा जिससे प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार और अराजकता पर अंकुश लग सके। वार्ता में डा. ओ पी पंवार, अमरदीप जायसवाल, विजय राम शर्मा, अशोक गुप्ता, बिजेन्द्र थपलियाल, समर गुप्ता आदि मौजूद थे।
अवसरवादियों को पार्टी से निकालने की धीरेन्द्र प्रताप ने की अपील
देहरादून, 22 जुलाई (निस)। उत्तराखण्ड काग्रेस के प्रवक्ता व दर्जा प्राप्त राज्य मन्त्री धीरेन्द्र प्रताप ने असम, जम्मू कश्मीर ,हरियाणा और महाराष्ट में काग्रेस हाईकमाण्ड व खासतौर पर राहुल गांधी के विरूद्व बगावत करने वाले,उन काग्रेसियो को तत्काल पार्टी से बाहर निकानले की मागं की है,जो लोक सभा चुनावो की हालिया हार के ाद आपा खो बैठे हैं व हर दिन नए बयान जारी कर काग्रेस को कमजोर करने पर लगे हैं ! धीरेन्द्र प्रताप ने इन पार्टी विरोधी ततवो को ‘अवसरवादी’ बताते हुए कहा है कि प्रजातन्त्र में पाटियों का चुनावो में हारना -जीतना सामान्य बात है परन्तु जिस तरह से इन राज्यों के कुछ नेताओं ने पिछले एक सप्ताह में आलाकमान के खिलाफ बयान दिए है, अब समय आ गया है कि आलाकमान इन ‘कुर्सी के भूखे-अवसरवादियों’ के खिलाफ ततािल सख्त कदम उठाए व इन्हे जल्द से जल्द दरवाजा दिखाने का काम करे। धीरेन्द्र प्रताप ने कहा कि,जो लोग केवाल एक हार से पार्टी नेतृत्व को कोसने का कम कर रहे हैं वे काग्रेस के वफादार नही हो सकते !ये वे स्वार्थी तत्व हैं,जिनके मुहं में सतता का खून लगा हुआ है और जो एक दिन भी सत्ता के गलियारो से बाहर रहना पसन्द नही करते। उन्होने कहा‘गांधी परिवार काग्रेस की मूल प्रेरक षक्ति रही है,एैसे में श्री राहुल गांधी को नेतृत्व का व फैसले लेने का पूरा अवसर दिया जाना चाहिए,जिसमें नेरी काग्रेस उनके साथ है। उन्होने अवसरवादियो से अपील की,यदि वे सत्ता के बिना नही रह सकते तो अच्छा होगा वे जल्द से जल्द पार्टी छोड़ दे व जहां भी उनकी दाल गल सकती है,उस दल को अपना नया मुकाम बनाए। धीरेन्द्र प्रताप ने राहुल गांधी को देश के महानतम शहीद का बेटा बताया व कहा ‘एैसे समय में जब काग्रेस हार की समीक्षा कर नए रास्ते तलाश रही है,सिर्फ अवसरवादी व मतलबपरस्त लोग ’काग्रेस का साथ छोड़ सकते हैं। उन्होंने इन तत्वो का भाजपा से साठगांठ का आरोप लगाया व काग्रेस भक्तो से एैसे अवसरवादी तत्वो का पूरे देश में पर्दाफाश का आवाहन किया।
युद्ध स्तर पर हो रहा क्षतिग्रस्त मार्ग का निर्माण
टनकपुर, 22 जुलाई (निस)। सीमा सड़क संगठन ने किरोड़ा पुल पर ध्वस्त हुए टनकपुर-चंपावत राजमार्ग की मरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है। क्षतिग्रस्त हिस्से में यात्री वाहनों को खाली कर आर-पार कराया जा रहा है, जबकि माल वाहक वाहनों का संचालन अब भी बंद है। नाले के कटाव से टनकपुर-चंपावत हाईवे का किरोड़ा पुल से लगा करीब 20 से 25 मीटर हिस्सा ध्वस्त हुआ है। मौसम खुलने के बाद सीमा सड़क संगठन मार्ग की मरम्मत में जुट गया है। उप जिलाधिकारी जेएस राठौर ने बताया कि रोडवेज की बसों समेत यात्री वाहनों को खाली करा सड़क के शेष बचे हिस्से से आर-पार कराया जा रहा है, लेकिन ट्रक और अन्य भारी वाहनों पर अब भी रोक लगाई गई है। उन्होंने कहा कि जल्द मार्ग की मरम्मत करा यातायात सुचारु करा दिया जाएगा।
प्रमाण पत्रों की खातिर आमजन लगा रहे तहसील के चक्कर
चैखुटिया, 22 जुलाई (निस)। तहसील की कामचलाऊ व्यवस्थाओं से जनता के काम नहीं हो पा रहे हैं। आमजन प्रमाणपत्रों की खातिर हर रोज चक्कर काटते-काटते थक गए हैं, मगर कहीं कोई सुनवाई नही। अब पिछले एक सप्ताह से इंटरनेट खराब होने का बहाना बनाया जा रहा है, मगर सच्चाई ये है कि नेट का बिल समय से जमा नहीं होने के कारण इंटरनेट काम नहीं कर रहा। सारे आवेदन तहसील में धूल खा रहे हैं। असल में उपजिलाधिकारी भिकियासैंण को चैखुटिया का चार्ज भी दिया गया है। उनका हर हप्ते सोमवार और शुक्रवार को चैखुटिया में बैठना निर्धारित है। पिछले हफ्ते भी एसडीएम के न आने से प्रमाणपत्रों को बनवाने पहुंचे लोग परेशान रहे और इस बार भी उन्हें मायूसी मिली है। चैखुटिया का अतिरिक्त चार्ज संभाले द्वाराहाट के तहसीलदार भी तहसील नहीं आ पाए। दूरदराज से बड़ी संख्या में लोग आय, जाति और स्थायी निवास प्रमाणपत्र बनवाने पहुंचे थे, मगर अधिकारियों के न होने की वजह से उनका प्रमाणपत्र नहीं बना। ऊपर से तहसील के कर्मचारियों ने यह कह दिया कि इंटरनेट खराब चल रहा है। बता दें कि तहसील में पिछले कुछ महीनों से तहसीलदार का पद रिक्त है। राजस्व उपनिरीक्षकों के चैदह में से नौ पद खाली चल रहे हैं। रजिस्टार कानूनगो का पद भी रिक्त है। तहसील कामचलाऊ व्यवस्था पर चल रही है और आमजन हैं कि चक्कर काटते-काटते परेशान हैं।
यात्रा संचालन को लेकर बैठक
बागेश्वर, 22 जुलाई (निस)। नंदा राजजात समिति की बैठक में स्थानीय स्तर पर यात्रा के संचालन को लेकर चर्चा हुई। बैठक में तय हुआ कि बागेश्वर क्षेत्र से यात्रा 25 अगस्त को शुरू होगी। नगर का भ्रमण करने के बाद यात्रा कोट भ्रामरी मंदिर को प्रस्थान करेगी। यात्रा में व्यापक भागीदारी और सफल संचालन के लिए अगली बैठक 27 जुलाई को होगी। बैठक में भुवन कांडपाल, प्रदीप जोशी, अनिल साह, किसन मलड़ा, पंकज पांडे, दीप पांडे, बृज किशोर वर्मा, संजय वर्मा आदि उपस्थित थे।
सडक निर्माण से बस्ती को खतरा
बागेश्वर, 22 जुलाई (निस)। ग्रामीणों ने बिजोरीझाल और कमेड़ी के बीच से ओखलसों के लिये बन रही सड़क निर्माण को अगस्त अंत तक रोकने की मांग उठाई है। ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के लगातार बारिश होने से भूस्खलन से बस्ती को खतरा बना हुआ है। बरसात के मौसम में बिजोरीझाल और कमेड़ी के बीच से ओखलसों के लिये बन रही सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीण मुखर हो गये है। बिजौरी झाल जल समिति अध्यक्ष सूर सिंह ऐंठानी और अन्य ग्रामीणों ने इस संबंध में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपा है। उनका कहना है कि जो सड़क ओखलसों के लिए खोदी जा रही है, उससे नुकसान हो रहा है। भूस्खलन के कारण पैदल मार्ग खिसक रहे हैं। पेयजल योजना की लाइन टूट गई है। निर्माणाधीन सड़क के ऊपर बस्ती है, जो भूस्खलन की चपेट में आ सकती है। ग्रामीणों ने 30 अगस्त तक सड़क कटान का काम स्थगित रखने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि काम नहीं रोका गया तो इसके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।
गंतव्य तक जाने को 20 किलोमीटर का चक्कर लगा रहे लोग
मुनस्यारी, 22 जुलाई (निस)। गरारी के दोनो ओर की जमीन खिसकने से तहसील के बसंतकोट के पास गोरी में आरपार जाने के लिए लगाई गई गरारी भी खतरे की जद में आ गई है। इससे क्षेत्र की पांच हजार आबादी को अब अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिये 20 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ रहा है। बसंतकोट के पास गोरी में आने-जाने के लिये प्रयोग में लाया जाने वाला झूलापुल पिछले साल आपदा की भेंट चढ़ गया था। जिसके बाद लोग शासन-प्रशासन से झूलापुल के निर्माण की मांग कर रहे थे, लेकिन जब उनकी मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया गया तो लोगों ने अस्थायी पुल का निर्माण किया था। यह अस्थायी पुल भी इस बार जून में बह गया। उसके बाद लोगों ने आरपार जाने के लिए गरारी लगाई थी। गरारी के दोनों ओर की जमीन खिसक गई है। जिसके चलते अब यह गरारी उपयोग के लायक नहीं रह गई है। इस कारण धापा, उछैती, जौलढुंगा, ढीलम, कुलथम, बोथी समेत आसपास के एक दर्जन गांव के लोगों को गोरी पार करने के लिए 20 किलोमीटर दूर सुरिंग में बने झूलापुल तक आना पड़ रहा है।
बंदर व लंगूरो के आतंक से खेती छोडने को मजबूर
बागेश्वर, 22 जुलाई (निस)। खरेही के गांवों के किसान बंदरों और लंगूरों के आतंक से त्रस्त हैं। यह सिलसिला गत कई वर्षों से चला आबंदर और लंगूर हर साल खरीफ और रबी की फसलों के साथ ही सब्जियों और फलों को भी नुकसान पहुंचाते हैं। इस बार भी खरीफ की फसलों को वन्य जीव चैपट कर चुके हैं। समस्या का समाधान नहीं निकलने के कारण लोग खेती का काम छोड़ने को विवश हैं। अब यदि एकमात्र आजीविका के साधन से भी लोग हाथ धो बैठेंगे तो उनकी रोजी-रोटी कैसे चलेगी, यह अपने आप में एक बडा सवाल है। इससे लोग गांवों से पलायन करने को विवश हैं। ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से इस समस्या का समाधान करने की मंाग की है
भूस्खलन से मकानों को खतरा
पिथौरागढ़/थल, 22 जुलाई (निस)। जिले में लगातार हो रही बारिश से हुए भूस्खलन से कई मकानों को खतरा हो गया है। थल के निकट खोलीमाली ग्राम पंचायत में कन्या जूनियर हाईस्कूल अलकाथल के भवन का एक हिस्सा भूस्खलन की चपेट में आ गया है। स्कूल भवन के खतरनाक हालत में पहुंच जाने से उसमें पठन पाठन संभव नहीं हो पा रहा है। स्कूल प्रबंध समिति के अध्यक्ष मनोज कुमार ने इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी है। गणाईगंगोली के डसीलाखेत में प्रेमा कुमारी का मकान भारी बारिश के दौरान ढह जाने से पहली मंजिल में बंधी दो बकरियां इसकी चपेट में आ गई। वहीं भाटगाड़ा में विनोद कुमार के मकान के छत की बल्ली टूटते ही मकान भरभराकर गिर गया। गनीमत रही कि घर के सदस्य बाहर बा गये थे। राजस्व उपनिरीक्षक बलवंत देवली ने मौका मुआयना किया। उधर झूलाघाट में महाकाली लगातार किनारों को काट रही है। जिससे मकानों को खतरा पैदा हो गया है।
वार्ड सदस्य चुनाव जीत उपप्रधान बनना चाह रहा हर कोई
रुद्रपुर, 22 जुलाई (निस)। कहते है कि राजनीति का चस्का जब एक बार लग जाये तो छूटे नहीं छूटता। जो लोग प्रधान पद का चुनाव हार गये थे वह लोग अब वार्ड सदस्य का चुनाव जीतकर उपप्रधान बनने का सपना देख रहे हैं। इससे उपचुनाव के दिलचस्प होने की संभावना बढ़ गई है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ग्राम प्रधान के कई प्रत्याशियों को निराशा हाथ लगी थी। वे अब वार्ड सदस्य का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं ताकि उपप्रधान बन सकें। इधर 799 वार्ड ऐसे रह गए हैं, जिनमें वार्ड सदस्य के दो तिहाई से कम सदस्यों ने चुनाव लड़ा। नियमानुसार किसी भी ग्राम पंचायत का गठन होने के लिए पंचायत में दो तिहाइ वार्ड सदस्यों का होना जरूरी है। इस पर जिले में उपचुनाव की अधिसूचना जारी कर दी गई है। जिले में 799 वार्डों मेें उपचुनाव होना है। 26 को मतदान और 28 जुलाई को मतगणना होनी है। सूत्रों के अनुसार वार्ड सदस्य का चुनाव में वे लोग ही अधिक दिलचस्पी दिखा रहे हैं जो प्रधान का चुनाव हार चुके हैं और अब उपप्रधान बनने का सपना देख रहे हैं। इसकी जुगत भी उन्होंने शुरू कर दी है। इधर 799 वार्डों में उपचुनाव होने से अधिकारी कर्मचारी भी पसोपेश में हैं। क्योंकि हाल ही में ड्यूटी निभाने के बाद उप चुनाव में भी उनकी ड्यूटी लगना तय है। ब्लाकों में अफसर अंदरखाने निर्विरोध चुनाव कराने के लिए दावेदारों को मना रहे हैं। मगर उप प्रधान बनने का सपना पाले लोग हरहाल में चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं। इससे उपचुनाव के दिलचस्प होने की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
मनरेगा से धन उपलब्ध करा योजनाआंे को पूरा किए जाएगे: पांडे
देहरादून, 22 जुलाई (निस)। जिला योजना के अन्तर्गत स्वीकृत धनराशि के सापेक्ष अवमुक्त की जाने वाली धनराशि के लिए विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में जिला योजना से जुडे अधिकारियों के साथ बैठक की गई। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि डी.आर.डी.ए. तथा मत्स्य विभाग की योजनाओं में मनरेगा से धनराशि उपलब्ध करा कर योजनाओं को ताल मेल से पूरा कराया जायेगा। मुख्य विकास अधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये है कि जिन विभागों के अन्तर्गत केन्द्राश के साथ राज्याशं दिया जाना है, वह विस्तृत योजना बना कर जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी को पत्रावली प्रस्तुत कर धनराशि अवमुक्त करा लें। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि डी.आर.डी.ए. तथा मत्स्य विभाग की योजनाओं में मनरेगा से धनराशि उपलब्ध करा कर योजनाओं को ताल मेल से पूरा कराया जायेगा। उन्होने कहा कि मत्स्य विभाग द्वारा महिलाओं का समूह बनाकर योजनाओं को प्रस्तुत करें जिससे ग्रामीणों को रोजगार के साथ-साथ आर्थिक स्थित भी मजबूत हो सके। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि जिला योजना के अन्तर्गत गत वर्ष के चल रहे कार्यो के लिए धनराशि अवमुक्त कराकर उसकी भुगतान की व्यवस्था पहले की जाय। उन्होने बताया कि जिला योजना के सभी भुुगतान ई.पैमेन्ट के माध्याम से कोषागार से ही किये जायेगें। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि जनपद की 74.61 करोड की जिला योजना शासन द्वारा अनुमोदित कर जनपद को अवमुक्त हो गई है। उन्होने सभी कार्यालय अध्यक्षों से अपेक्षा की है कि वे अपने-अपने विभाग की योजना का विवरण निर्धारित प्रारूप में तैयार कर जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी के माध्यम से जिला अधिकारी को प्रस्तुत करें ताकि उस धनराशि को उन्हे समय से अवमुक्त कराया जा सके।
बैठक में जिला विकास अधिकारी ललित मोहन डोभाल, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. राजेश नेगी सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
श्रमिकों पर लाठीचार्ज का विरोध
रूद्रपुर, 22 जुलाई (निस)। सिडकुल स्थित ऐरा फैक्ट्री में गत दिवस ध्वजारोहण कार्यक्रम के दौरान मजदूरों पर हुए लाठीचार्ज प्रकरण में कार्यवाही की मांग को लेकर विभिन्न श्रमिक संगठनों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रशासनिक अधिकारी टीएस मर्तोलिया को ज्ञापन सौंपा। सौंपे गये ज्ञापन में श्रमिकों ने कहा कि गत दिवस ऐरा बिल्डर्स लि. में श्रमिक संगठन ध्वजा रोहण कार्यक्रम कर रहे थे। तभी पीएसी ने मजदूरों पर लाठीचार्ज कर दिया और यूनियन के झंडे को ध्वस्त कर दिया। इस लाठीचार्ज में प्रदीप गौड़, बुसेन, मनोज कुमार, हरीश,दिनेश कुमार घायल हो गये जिनमें बुद्धसेन व दिनेश सहित 18मजदूर पुलिस हिरासत में हैं। उन्होंने कहा कि ध्वजारोहण की सूचना कम्पनी प्रबंधकों, सहायक श्रमायुक्त को पूर्व में दे दी गयी थी। लेकिन पुलिस द्वारा किये गये लाठी चार्ज लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है। उन्होंने मांग की कि सभी गिरफ्तार मजदूरों को रिहा किया जाये। लाठीचार्ज में घायल मजदूरों का मेडिकल कराया जाये और लाठीचार्ज प्रकरण में शामिल पुलिसकर्मियों को दण्डित किया जाये। ज्ञापन देने वालों मंे गणेश मेहरा, लक्ष्मी दत्त भट्ट, मनोज कुमार, जगदीश सिंह, केके बोरा, सुरेंद्र सिंह रावत, डोरीलाल सागर, ऋषिपाल, राधेश्याम, श्याम नारायण, मुन्ना यादव, नरेंद्र कुमार, त्रिलोक चंद, पुरूषोत्तम शर्मा, प्रकाश चैधरी, दिनेश तिवारी, रमेश, ब्रजेश कुमार सिंह, सत्यजीत, चंदन दानू, जयदेव आदि थे।
पीडब्लूडी अधिकारियों को दिए सड़कों के गडढे भरने के निर्देश
काशीपुर, 22 जुलाई (निस)। संयुक्त मजिस्ट्रेट डा.् आशीष श्रीवास्तव ने बीते दिनों हुई भारी बारिश से उफनते नालों से क्षतिग्रस्त हुई को सड़कों के गडढे भरने के निर्देश पीडब्लूडी अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने बताया कि 49 बाढ़ प्रभावितों को प्रति परिवार 2700 रूपये की अहेतुक सहायता राशि वितरित कर दी गई है। साथ ही अन्य बाढ़ पीडि़तों की सूची तैयार कराई जा रही है। एसडीएम डा. आशीष श्रीवास्तव ने तहसीलदार सीएस बिष्ट, लोनिवि एवं सिंचाई विभाग के इंजीनियरों के साथ काशीपुर, कुंडेश्वरी, खरमासा रोड, टूटी पुलिया, भट्टा कालोनी में अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों तथा ग्राम गोपीपुरा में कटी नहर का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि ग्राम खरमासी में क्षतिग्रस्त हुए बहल्ला पुल में पाईप डालकर अस्थाई पुल तैयार किया गया है। वहीं ग्राम गुलडिय़ा में ढेली नदी से हो रहे भूकटाव को रोकने के लिए सैंड बैग लगाये जा रहे है। एसडीएम ने बताया कि एडीबी के सहायक अभियंता को काशीपुर, कुंडेश्वरी, खरमासा रोड आदि मार्गाे पर अतिवृष्टि के कारण बने गडढों को भरने का निर्देश दिया है। वही एनएच व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को भी इस बावत निर्देशित किया जा चुका है। गांव खरमासा की टूटी हुई पुलिया और भट्टा कालोनी की कटी नहरें बनाने के निर्देश सिंचाई विभाग को दिए गए है। एसडीएम ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों के 49 बाढ़ प्रभावितों को प्रति परिवार 2700 रूपये की अहेतुक सहायता राशि वितरित कर दी गई है। उन्होंने बताया कि राजस्व क्षेत्रवार बाढ़ से प्रभावित लोगों व काश्तकारों की सूची तैयार कराई जा रही है। उनके नुकसान का आंकलन कर शासन को रिपोर्ट भेजी जायेगी।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कार्यालय का घेराव किया
काशीपुर, 22 जुलाई (निस)। सामाजिक संस्था प्रयास के पदाधिकारियों और समाजसेवियों ने क्षेत्रीय पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कार्यालय का घेराव किया। संस्था के सदस्यों का कहना था कि 16 जुलाई को गंगा बचाओ अभियान को लेकर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया था। जिसमें संबंधित विभागों, उद्योगपतियों, जनप्रतिनिधियों को आमंत्रण किया गया था। परंतु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कोई भी अधिकारी इस गोष्ठी में शामिल नहीं हुआ। संस्था के सदस्यों ने कहा कि नदियों और नहरों को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड क्या कर रहा है। इसके जवाब में क्षेत्रीय पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी एसपी सिंह ने कहा कि हम लोग गंगा की सहायक नदियों को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रयास करते हैं। कुछ उद्योगों को नोटिस भी जारी किया था और कुछ को सीज भी किया था। घेराव करने वालों में शिवरत्न अग्रवाल, अजय शर्मा, मदन मोहन गोले, केके छाबड़ा, मेजर सुभाष भारद्वाज, हरिओम अग्रवाल, गोपाल अग्रवाल, डा. संजीव व भूपेष सैनी आदि मौजूद थे।
झमाझम बारिश में झूमे युवा, बैनाकुल में बद्रीनाथ हाइवे खुला
देहरादून, 22 जुलाई (निस)। मंगलवार को दोपहर बाद हुई झमाझम बारिश से दूनवासियों को काफी राहत मिली। इससे पहले सुबह से निकली चटक धूप से पैदा हुई उमस और गर्मी ने लोगों को खूब रुलाया। दोपहर बाद हुई बारिश ने स्कूल से लौट रहे बच्चों को राहत दी तो शहर में जाम की स्थिति भी रही। प्रदेश में लगातार बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग के निदेशक आनंद शर्मा ने बताया कि अगले 24 घंटे में प्रदेश को भारी बारिश से राहत रहेगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। उधर बैनाकुली में बदरीनाथ हाईवे खुल गया। जिसके बाद बीआरओ सड़क को समतल करने में जुट गया है। इस दौरान जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन ने कहा कि अगर मौसम ठीक रहा तो बुधवार से बदरीनाथ धाम यात्रा शुरु हो जाएगी। जोशीमठ में बदरीनाथ धाम जाने के लिए करीब 150 तीर्थयात्री रुके हुए हैं। मौसम खुलने के बाद एक बार फिर हेमकुंड यात्रा शुरु हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह 6 बजे शुरु हुई हेमकुंड यात्रा बीती 17 जुलाई को बंद हो गई थी। यात्रा शुरु होने के बाद सिख तीर्थयात्री काफी खुश हैं। गोविंदघाट से 80 यात्रियों को हेमकुंड के लिए रवाना कर दिया गया है। चमोली के जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन ने जोशीमठ तहसील प्रशासन और गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी को यात्रा मार्ग का भली-भांति निरीक्षण करने के बाद तीर्थयात्रियों को हेमकुंड साहिब भेजने के निर्देश दिए हैं। इससे पहले हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा पर जाने वाले 90 तीर्थयात्री गोविंदघाट में और 40 जोशीमठ के गुरुद्वारे में रुके हुए थे।
भाजपा कर रही दुष्प्रचार: सुरेन्द्र
देहरादून, 22 जुलाई (निस)। मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी सुरेन्द्र कुमार ने कहा है कि भाजपा को विधान के उपचुनाव में तीनों विधान सभा सीटो पर सूपड़ा साफ होने और जनता द्वारा नकारे जाने का आभार हो गया है, जिस कारण वे दुष्प्रचार का सहारा ले रहे है। उन्होंने कहा कि भाजपा दुष्प्रचार कर जनता के निर्णय लेने की क्षमता पर भी अविश्वास प्रकट कर रही है। उन्होंने कहा कि जैसे पंचायत चुनावों में जनता ने भाजपा को नकार दिया था, वैसे ही अब विधान सभा के उप चुनाव में भी नकारे जाने के कारण भाजपा नेता दुष्प्रचार का सहारा लेकर अपनी खीज मिटाना चाह रहे है। उन्होंने कहा कि इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भाजपा नेता चुनाव की घोषणा होने के दिन से ही चुनाव लड़ने के बजाय जनता को भ्रमित करने में लग गये थे। उन्होंने कहा कि शायद भाजपा को पहले दिन से ही इसका आभास हो गया था कि वे इन उपचुनाव में भी हारने जा रहे है। इसी कारण भाजपा पहले दिन से चुनाव लड़ने के बजाय चुनाव याचिका लड़ रहे थे। श्री कुमार ने कहा कि कांग्रेस ने सदैव से जनता के हित में काम किया है और आगे भी करती रहेगी। मुख्यमंत्री हरीश रावत तन,मन से प्रदेशवासियों की सेवा में लगे हुए है। राज्यहित में अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की गई है। भाजपा को राज्यहित की चिंता नही है, केवल राजनीतिक रोटियां सेकना ही, उनका उद्देश्य है। आपदा के कारण राज्य के हालात है, उसमें भाजपा को भी राज्य सरकार के साथ खडा होकर केन्द्र से अधिक से अधिक मदद की मांग करनी चाहिए थी, लेकिन भाजपा नेता केवल अपने स्वार्थों में लगे हुए है। विधान के उपचुनाव तय करेंगे कि जनता का विश्वास मुख्यमंत्री हरीश रावत के प्रति बढ़ा है।
भारी बारिश ने किया जीवन अस्त- व्यस्त
पिर्थोरागढ़, 22 जुलाई (निस)। चार दिन से लगातार हो रही भारी बारिश अब आफत बनती जा रही है। उफानी नदियों ने जहां-तहां हाईवे तथा आंतरिक मार्ग काट दिए हैं। कई जगहों पर मलबे आने से 75 से अधिक मार्ग बाधित हो गए है। जिससे जरूरी चीजें भी महंगी हो गई है। यहीं नहीं वस्तुओं की किमतो में तो उसका असर पड़ रहा है साथ ही तेज बारिश से अब तक करीब सैकड़ो मकान भी ध्वस्त हो चुके हैं। कई जगहों पर फोन और बिजली की सेवायें भी ठप्प हो गई हैं। उधर, तेज बारिश के चलते मुनस्यारी तहसील के हंसलिंग, पंचाचूली और पिल्थी की चोटियों पर रविवार को हिमपात भी हुआ। खतरे के निशान से ऊपर बह रही शारदा ने टनकपुर में किरोड़ा नाला पुल के पास टनकपुर-चंपावत राजमार्ग का करीब 20-25 मीटर हिस्सा नदी ने काट दिया है। बनबसा के पास जगबूड़ा पुल के पास ट्रैक पर पानी आने से रविवार को इस रूट पर चलने वाली तीनों ट्रेनें टनकपुर तक नहीं जा सकीं। ये ट्रेने खटीमा से ही वापस हो गईं, जिससे यात्री परेशान रहे। नेपाल सीमा से लगे तल्लादेश क्षेत्र का जिला मुख्यालय (चंपावत) से तीन दिन से संपर्क कटा हुआ है। अल्मोड़ा जिले में अब तक करीब 69 और बागेश्वर जिले के सिमस्यारी, मेहनरबूंगा और मंडलसेरा में सात मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वहीं, पिथौरागढ़ के थल में तीन मकान ध्वस्त हुए हैं। सोमेश्वर में मनसा नदी ने अपना रुख बदल दिया। टनकपुर में शारदा में बहकर आई लकडकियों को निकालते वक्त नेपाल के मिनपा एक भुजेला गांव निवासी तुलसा देवी (45) बह गई। उधर, बाजपुर के गांव पिपिलया निवासी दिनेश चंद शर्मा का 11 वर्षीय पुत्र विशु शर्मा की नाले में डूबने से मौत हो गई। वह सेंट मेरी स्कूल का छात्र था। सितारगंज में बैगुल के बाद कैलाश नदी का भी कहर टूट पड़ा है। रविवार सुबह कैलाश में करीब 45 हजार क्यूसेक पानी आने से बिज्टी-मझोला पुल का एक हिस्सा बह गया और पुल गिरने की कगार पर है। एहतियातन भारी वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। साथ ही पुल के पास सड़क बहने से प्रदेश दर्जन भर गांवों का पीलीभीत से संपर्क कट गया है। बाजपुर में लेवड़ा में आई बाढ़ के चलते नैनीताल-हल्द्वानी स्टेट हाइवे जलमग्न हो गया है। इसका फायदा उठाकर ट्रैक्टर चालक पानी से छोटे वाहनों को निकालने के 300 से 400 रुपए तक वसूल रहे हैं। देहरादून रूट पर जसपुर के पास सड़क कट जाने से परिवहन निगम ने रविवार को केवल चार बसें वाया मुरादाबाद देहरादून भेजी। बसों को वाया मुरादाबाद भेजे जाने से यात्रियों को करीब 25 रुपए का अधिक किराया देना पड़ रहा है। पहाड़ के लिए भी केवल नैनीताल के लिए हल्द्वानी से बसें जा रही हैं। सड़कें बंद होने से पहाड़ में सब्जियों के दाम भी दुगने हो गए है। चार दिन पहले शिमला मिर्च का मंडी में 35 रुपए किलो थोक रेट था, लेकिन रविवार को यह 50 रुपए किलो बिका। 38 रुपए किलो बिकने वाला बीन 60 रुपए किलो बिक रहा है। आलू के दाम 25 से 29 रुपए हो गए हैं। टमाटर 30 रूपए से बढ़कर 50 रूपए किलो बिक रहा है। बंद गोभी के दाम दोगुने हो गए हैं। चार दिन पहले 200 रुपए कट्टा बिक रही बंदगोभी अब चार सौ रुपए कट्टा हो गई। वहीं पहाड़ पर भी मैदानी इलाकों की सब्जियां न आने से स्थानीय सब्जियां महंगी हो गई है। पिथौरागढ़ में लोकल गोभी 30 रुपए किलो, टमाटर 40 रुपए किलो, प्याज 40 रुपए किलो बिक रहा है। चंपावत में दूध की कमी रही।
धारचूला विधानसभा में हुआ सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग: भट्ट
देहरादून, 22 जुलाई (निस)। नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने कहा कि सरकार द्वारा धारचूला विधान सभा उप चुनाव को पूरी तरह प्रभावित किया गया गया है और वहाॅं पर सरकारी मशीनरी का खुलकर दुरूपयोग हुआ है। धारचूला विधान सभा क्षेत्र में व्यास, दारमा और चैदास में डराधमकाकर मतदान कराया गया है। मदकोट, बौना, जोसा एवं रापी में बन्दूक की नोक पर नेपालियों तथा विहारी श्रमिकों से मतदान कराया गया है। प्रदेश सरकार की आड़ में कांगे्रस कार्यकर्ताओं द्वारा पूरी तरह से फर्जी मतदान कराया गया है। साथ ही सरकार ने अनुचित तरीके से धनबल तथा बाहुबल का प्रयोग कर चुनाव को प्रभावित किया गया है। श्री भट्ट ने कहा कि बौना बूथ के पीठासीन अधिकारी बधाई के पात्र हैं क्योंकि उन्होंने किसी के दबाव में न आकर चुनाव आयोग से शिकायत कर पुनः मतदान कराये जाने का साहस रखा इसी का परिणाम है कि वहाॅं बुधवार को पुनः मतदान कराया जायेगा। श्री भट्ट ने कहा है कि मुख्यमंत्री के इशारे पर वहाॅं के पूर्व विधायक तथा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने धनबल का प्रयोग कर प्रजातन्त्र का मखौल उड़ाया है तथा प्रजातंन्त्र को कलंकित किया है, यह अपने आप में बहुत ही शर्मनाक है जिसे प्रदेश की जनता कभी माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि हमने 19 जुलाई को ही प्रशासन एवं चुनाव आयोग से बाहरी व्यक्तियों को विधान सभा क्षेत्र से बाहर किये जाने का अनुरोध किया था किन्तु शासन-प्रशासन द्वारा ऐसा न कर उन लोगों को मतदान प्रभावित करने की पूरी छूट दी। दोनों बूथों बौना तथा दारमा में पुनः मतदान कराये जाने के आदेश से स्पष्ट होता है कि सरकार की सह पर मुख्यमंत्री जी के उपचुनाव में फर्जी मतदान हुआ है तथा सरकारी मशीनरी का खुलेआम दुरूपयोग हुआ है। उन्होंने कहा कि आज तक किसी भी मुख्यमंत्री के उपचुनाव में इस तरह का माहौल पैदा नहीं हुआ जिस तरह का आज हुआ है। कांगे्रस के भ्रष्ट कारनामे प्रदेश की जनता के सामने आ चुके हैं तथा इस सरकार की काले कारनामों की पोल खुल चुकी है। श्री भट््ट ने कहा कि इस तरह से प्रदेश की जनता को डरा धमकाकर मतदान कराना प्रजातंन्त्र के साथ धोखा है तथा लोकतंत्र को कलंकित करना है। धारचूला में 80 प्रतिशत मतदान होने पर हमने चुनाव आयोग से शिकायत की थी कि वहाॅं फर्जी मतदान हुआ है। ऐसी स्थिति में चुनाव आयोग पर भी प्रश्न चिन्ह खड़ा होता है। उन्होंने कहा कि कांगे्रस द्वारा धारचूला उपचुनाव में फर्जी मतदान, सरकारी मशीनरी के खुलेआम दुरूपयोग एवं डरा-धमका कर एक पक्ष के हित में वोट डालने के लिए मतदाता पर दबाब डालने जैसे कृत्यों को देखते हुए चुनाव आयोग को वहाॅं पुनः मतदान कराने के आदेश देने चाहिए जो पूरे वाकये को देखते हुए वास्तव में न्यायोचित भी है।
पुलिस ने दबोचा शातिर चोर को मंहगे शौक ले गया अपराध की दुनिया में
देहरादून, 22 जुलाई (निस)। महंगे होटलों में खाना खाने व मंहगी गाडियांे में घुमने का शौक उसे अपराध की दुनिया में ले गया। राजस्थान में रहने वाला एक युवक के पिता पीसीएस अफसर व मां भी पेशे से डाॅक्टर थी और उन्हीं के नक्शे कदम पर आगे बढ़ने के लिए युवक ने एमबीए की पढ़ाई शुरू की और उसमें जब वह असफल हुआ तो परिवार के सख्त रवैये के चलते उसने चोरी का सहारा लिया। चोरी में कदम बढ़ाते ही उसने कई राज्यों में चोरी की बड़ी बड़ी वारदातांे को अंजाम देकर पुलिस की नाक में दम कर दिया। 13 साल से अपराध जगत में उतरे चोर ने अंग्रेजी बोलने में भी काफी माहिर है तथा उसे देखकर कोई इस बात का अंदाजा भी नहीं लगा सकता था कि वह एक शातिर चोर है। राजधानी में एक के बाद एक चोरी की कई घटनाओं ने सरकार तक को हिला कर रख दिया था यही कारण रहा कि जहां कार्यवाहक मुख्यमंत्री इन्दिरा हृयदेश ने बढ़ती चोरियों पर डीजीपी व पुलिस कप्तान के सामने अपनी नाराजगी प्रकट की थी। वहीं प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह को रात्रि में सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा था। राज्य के गृहमंत्री प्रीतम सिंह ने भी राजधानी में बढ़ती चोरियों को लेकर गृह विभाग व पुलिस महकमें के आला अफसरों की बैठक लेकर उन्हें चोरों को बेनकाब करने का हुक्म जारी किया था। राजधानी के पुलिस कप्तान अजय रौंतेला ने इन चोरी की वारदातों का ट्रेंड समझने के बाद एसओजी प्रभारी अबुल कलाम को चोर गैंग की तलाश में उतार दिया जिसके चलते एसओजी टीम ने राजस्थान के ललित उर्फ अमित को नाटकीय ढंग से दबोचा तो पता चला कि पकड़ा गया युवक अंर्तराज्जीय शातिर थीफ है। पुलिस के कब्जे में आये ललित ने पुलिस टीम को अपनी दास्तां सुनाते हुए कहा कि उसे बड़े बड़े होटलों व रेस्तराओं में खाने पीने का शौक था और वह मंहगी गाडि़यों में भी हमेशा सपना देखता था। उसने अपनी हकीकत बयां करते हुए कहा कि शुरूआती दौर में उसने मौज मस्ती के लिए थीफ बनने का फैसला किया था लेकिन उसके बाद वह 2001 से शातिर थीफ बनकर बड़ी बड़ी चोरी की घटनाओं को अंजाम देने लगा। बकौल थीफ की वह 2001 में चोरी की घटना में पकड़ा गया था और उसके बाद से उसने अपना मिशन शातिर थीफ बनने का बना लिया था। थीफ ने स्वीकारा कि वह चोरी के धधें में अपना राजदार खुद को ही बनाना चाहता था इसलिए उसने जिस प्रदेश में चोरी की वारदातों को अंजाम दिया उसमें वह अकेला ही शामिल रहा और उसने बड़े बड़े राज्यों में लगभग सैंकड़ो चोरियों को अंजाम दिया और 2 दर्जन से अधिक चोरी के मामले उस पर दर्ज हुये थे लेकिन उसने कभी भी पटलकर देखने की जरूरत नहीं समझी कि वह आज एक अन्र्तराज्जीय थीफ कैसे बन गया। पुलिस की गिरफ्रत में आये इस शातिर थीफ ने जब दून पुलिस के सामने की गयी चोरियों के राज खोलने शुरू किये तो उससे पुलिस के चेहरे भी खिलखिला गये। बता दें कि यह शातिर थीफ पुलिस की गिरफ्रत में आने के बाद बिना मारपीट के उन्हें की गयी चोरियों के बारे में सारी हकीकत कबूल कर देता है और दून में पकड़े जाने के बाद भी उसने हकीकत बंया कर दी कि वह कितने घरों में चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुका था।
राजभवन कर रहा कांग्रेस के एंजेट के रूप में काम - नेगी
देहरादून, 22 जुलाई (निस)। जन संघर्ष मोर्चा ने जन सरोकार के मुददों पर राजभवन की खामोशी पर प्रदेश के राज्यपाल की बर्खास्तगी की मांग को लेकर आंदोलन करने की धमकी दी है और कहा गया कि राजभवन कांग्रेस के एजेंट के रूप में काम कर रहा है जिसका विरोध किया जायेगा। मंगलवार को ओल्ड सर्वे रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों से रूबरू होते हुए मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि कांग्रेस सरकार के शासनकाल में हुए या हो रहे घोटालों संबंध्ी फाइलें ठंडे बस्ते में जा चुकी है और उन पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही राजभवन की ओर से नहीं की जा रही है, उनका कहना है कि कांग्रेस द्वारा किये गये भ्रष्टाचार के मामले में राजभवन पूरी तरह से खामोश है। उनका कहना है कि मोर्चा के जरिये खाद्यान्न, खनन और उपनल घोटालों की शिकायत राज्यपाल से की थी और आज तक इस ओर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई है, उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था ही राज्यपाल को दिख रही है और उत्तराखंड की दुर्दशा की उन्हें किसी भी प्रकार की कोई चिंता नहीं है, उनका कहना है कि जब राजभवन का जन सरोकारों के मुददे पर किसी भी प्रकार का लेना देना नहीं है तो राज्यपाल को भी यहां पर रहने का अधिकार नहीं है, राज्यपाल की बर्खास्तगी के लिए राष्ट्रपति से मांग की जायेगी। उनका कहना है कि पूर्व में मोर्चा द्वारा 55 हजार टन बीपीएल खाद्यान्न खुले बाजार में कालाबाजारी के तहत बिकने संबंधी चार हजार करोड के खनन भंडारण के काला कारोबार और उपनल द्वारा सैनिकों, पूर्व सैनिकों के हितों से किये गये खिलवाड संबंधी घोटालों को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपे गये थे लेकिन कांग्रेस के राज में हुए घोटालों पर कार्यवाही करना तो दूर उन फाइलों का आज तक अता पता नहीं है। कांग्रेस द्वारा किये गये घोटालों में अप्रत्यक्ष रूप से उसका साथ दे रहा है। उनका कहना है कि महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि जन सरोकार के मुददों को लेकर राजभवन की उदासीनता प्रदेश हित में नही है तथा अप्रत्यक्ष तौर पर कांग्रेस का साथ देकर राजभवन भ्रष्टाचार व अराजकता को बढावा देने का काम कर रह है। कांग्रेस के राज में लूट पाट, बलात्कार, चोरी, डकैती, हत्यायें, चेन स्नेचिंग व अन्य तमाम घटनायें दिन दहाडे हो रही है लेकिन राजभवन मौन साध्े हुए है। उनका कहना है कि राजभवन में नोटिस चस्पा कर दिया जाना चाहिए कि यहां पर कांग्रेस के खिलाफ कोई शिकायत नहीं सुनी जायेगी। उनका कहना है कि मोर्चा राज्यपाल की कार्य प्रणाली के खिलाफ सडकों पर उतरकर आंदोलन चलायेगा और राष्ट्रपति से उत्तराखंड के राज्यपाल को बर्खास्त करने की मांग करेगा जिससे प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार और अराजकता पर अंकुश लग सके। वार्ता में डा. ओ पी पंवार, अमरदीप जायसवाल, विजय राम शर्मा, अशोक गुप्ता, बिजेन्द्र थपलियाल, समर गुप्ता आदि मौजूद थे।
अवसरवादियों को पार्टी से निकालने की धीरेन्द्र प्रताप ने की अपील
देहरादून, 22 जुलाई (निस)। उत्तराखण्ड काग्रेस के प्रवक्ता व दर्जा प्राप्त राज्य मन्त्री धीरेन्द्र प्रताप ने असम, जम्मू कश्मीर ,हरियाणा और महाराष्ट में काग्रेस हाईकमाण्ड व खासतौर पर राहुल गांधी के विरूद्व बगावत करने वाले,उन काग्रेसियो को तत्काल पार्टी से बाहर निकानले की मागं की है,जो लोक सभा चुनावो की हालिया हार के ाद आपा खो बैठे हैं व हर दिन नए बयान जारी कर काग्रेस को कमजोर करने पर लगे हैं ! धीरेन्द्र प्रताप ने इन पार्टी विरोधी ततवो को ‘अवसरवादी’ बताते हुए कहा है कि प्रजातन्त्र में पाटियों का चुनावो में हारना -जीतना सामान्य बात है परन्तु जिस तरह से इन राज्यों के कुछ नेताओं ने पिछले एक सप्ताह में आलाकमान के खिलाफ बयान दिए है, अब समय आ गया है कि आलाकमान इन ‘कुर्सी के भूखे-अवसरवादियों’ के खिलाफ ततािल सख्त कदम उठाए व इन्हे जल्द से जल्द दरवाजा दिखाने का काम करे। धीरेन्द्र प्रताप ने कहा कि,जो लोग केवाल एक हार से पार्टी नेतृत्व को कोसने का कम कर रहे हैं वे काग्रेस के वफादार नही हो सकते !ये वे स्वार्थी तत्व हैं,जिनके मुहं में सतता का खून लगा हुआ है और जो एक दिन भी सत्ता के गलियारो से बाहर रहना पसन्द नही करते। उन्होने कहा‘गांधी परिवार काग्रेस की मूल प्रेरक षक्ति रही है,एैसे में श्री राहुल गांधी को नेतृत्व का व फैसले लेने का पूरा अवसर दिया जाना चाहिए,जिसमें नेरी काग्रेस उनके साथ है। उन्होने अवसरवादियो से अपील की,यदि वे सत्ता के बिना नही रह सकते तो अच्छा होगा वे जल्द से जल्द पार्टी छोड़ दे व जहां भी उनकी दाल गल सकती है,उस दल को अपना नया मुकाम बनाए। धीरेन्द्र प्रताप ने राहुल गांधी को देश के महानतम शहीद का बेटा बताया व कहा ‘एैसे समय में जब काग्रेस हार की समीक्षा कर नए रास्ते तलाश रही है,सिर्फ अवसरवादी व मतलबपरस्त लोग ’काग्रेस का साथ छोड़ सकते हैं। उन्होंने इन तत्वो का भाजपा से साठगांठ का आरोप लगाया व काग्रेस भक्तो से एैसे अवसरवादी तत्वो का पूरे देश में पर्दाफाश का आवाहन किया।
युद्ध स्तर पर हो रहा क्षतिग्रस्त मार्ग का निर्माण
टनकपुर, 22 जुलाई (निस)। सीमा सड़क संगठन ने किरोड़ा पुल पर ध्वस्त हुए टनकपुर-चंपावत राजमार्ग की मरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है। क्षतिग्रस्त हिस्से में यात्री वाहनों को खाली कर आर-पार कराया जा रहा है, जबकि माल वाहक वाहनों का संचालन अब भी बंद है। नाले के कटाव से टनकपुर-चंपावत हाईवे का किरोड़ा पुल से लगा करीब 20 से 25 मीटर हिस्सा ध्वस्त हुआ है। मौसम खुलने के बाद सीमा सड़क संगठन मार्ग की मरम्मत में जुट गया है। उप जिलाधिकारी जेएस राठौर ने बताया कि रोडवेज की बसों समेत यात्री वाहनों को खाली करा सड़क के शेष बचे हिस्से से आर-पार कराया जा रहा है, लेकिन ट्रक और अन्य भारी वाहनों पर अब भी रोक लगाई गई है। उन्होंने कहा कि जल्द मार्ग की मरम्मत करा यातायात सुचारु करा दिया जाएगा।
प्रमाण पत्रों की खातिर आमजन लगा रहे तहसील के चक्कर
चैखुटिया, 22 जुलाई (निस)। तहसील की कामचलाऊ व्यवस्थाओं से जनता के काम नहीं हो पा रहे हैं। आमजन प्रमाणपत्रों की खातिर हर रोज चक्कर काटते-काटते थक गए हैं, मगर कहीं कोई सुनवाई नही। अब पिछले एक सप्ताह से इंटरनेट खराब होने का बहाना बनाया जा रहा है, मगर सच्चाई ये है कि नेट का बिल समय से जमा नहीं होने के कारण इंटरनेट काम नहीं कर रहा। सारे आवेदन तहसील में धूल खा रहे हैं। असल में उपजिलाधिकारी भिकियासैंण को चैखुटिया का चार्ज भी दिया गया है। उनका हर हप्ते सोमवार और शुक्रवार को चैखुटिया में बैठना निर्धारित है। पिछले हफ्ते भी एसडीएम के न आने से प्रमाणपत्रों को बनवाने पहुंचे लोग परेशान रहे और इस बार भी उन्हें मायूसी मिली है। चैखुटिया का अतिरिक्त चार्ज संभाले द्वाराहाट के तहसीलदार भी तहसील नहीं आ पाए। दूरदराज से बड़ी संख्या में लोग आय, जाति और स्थायी निवास प्रमाणपत्र बनवाने पहुंचे थे, मगर अधिकारियों के न होने की वजह से उनका प्रमाणपत्र नहीं बना। ऊपर से तहसील के कर्मचारियों ने यह कह दिया कि इंटरनेट खराब चल रहा है। बता दें कि तहसील में पिछले कुछ महीनों से तहसीलदार का पद रिक्त है। राजस्व उपनिरीक्षकों के चैदह में से नौ पद खाली चल रहे हैं। रजिस्टार कानूनगो का पद भी रिक्त है। तहसील कामचलाऊ व्यवस्था पर चल रही है और आमजन हैं कि चक्कर काटते-काटते परेशान हैं।
यात्रा संचालन को लेकर बैठक
बागेश्वर, 22 जुलाई (निस)। नंदा राजजात समिति की बैठक में स्थानीय स्तर पर यात्रा के संचालन को लेकर चर्चा हुई। बैठक में तय हुआ कि बागेश्वर क्षेत्र से यात्रा 25 अगस्त को शुरू होगी। नगर का भ्रमण करने के बाद यात्रा कोट भ्रामरी मंदिर को प्रस्थान करेगी। यात्रा में व्यापक भागीदारी और सफल संचालन के लिए अगली बैठक 27 जुलाई को होगी। बैठक में भुवन कांडपाल, प्रदीप जोशी, अनिल साह, किसन मलड़ा, पंकज पांडे, दीप पांडे, बृज किशोर वर्मा, संजय वर्मा आदि उपस्थित थे।
सडक निर्माण से बस्ती को खतरा
बागेश्वर, 22 जुलाई (निस)। ग्रामीणों ने बिजोरीझाल और कमेड़ी के बीच से ओखलसों के लिये बन रही सड़क निर्माण को अगस्त अंत तक रोकने की मांग उठाई है। ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के लगातार बारिश होने से भूस्खलन से बस्ती को खतरा बना हुआ है। बरसात के मौसम में बिजोरीझाल और कमेड़ी के बीच से ओखलसों के लिये बन रही सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीण मुखर हो गये है। बिजौरी झाल जल समिति अध्यक्ष सूर सिंह ऐंठानी और अन्य ग्रामीणों ने इस संबंध में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपा है। उनका कहना है कि जो सड़क ओखलसों के लिए खोदी जा रही है, उससे नुकसान हो रहा है। भूस्खलन के कारण पैदल मार्ग खिसक रहे हैं। पेयजल योजना की लाइन टूट गई है। निर्माणाधीन सड़क के ऊपर बस्ती है, जो भूस्खलन की चपेट में आ सकती है। ग्रामीणों ने 30 अगस्त तक सड़क कटान का काम स्थगित रखने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि काम नहीं रोका गया तो इसके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।
गंतव्य तक जाने को 20 किलोमीटर का चक्कर लगा रहे लोग
मुनस्यारी, 22 जुलाई (निस)। गरारी के दोनो ओर की जमीन खिसकने से तहसील के बसंतकोट के पास गोरी में आरपार जाने के लिए लगाई गई गरारी भी खतरे की जद में आ गई है। इससे क्षेत्र की पांच हजार आबादी को अब अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिये 20 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ रहा है। बसंतकोट के पास गोरी में आने-जाने के लिये प्रयोग में लाया जाने वाला झूलापुल पिछले साल आपदा की भेंट चढ़ गया था। जिसके बाद लोग शासन-प्रशासन से झूलापुल के निर्माण की मांग कर रहे थे, लेकिन जब उनकी मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया गया तो लोगों ने अस्थायी पुल का निर्माण किया था। यह अस्थायी पुल भी इस बार जून में बह गया। उसके बाद लोगों ने आरपार जाने के लिए गरारी लगाई थी। गरारी के दोनों ओर की जमीन खिसक गई है। जिसके चलते अब यह गरारी उपयोग के लायक नहीं रह गई है। इस कारण धापा, उछैती, जौलढुंगा, ढीलम, कुलथम, बोथी समेत आसपास के एक दर्जन गांव के लोगों को गोरी पार करने के लिए 20 किलोमीटर दूर सुरिंग में बने झूलापुल तक आना पड़ रहा है।
बंदर व लंगूरो के आतंक से खेती छोडने को मजबूर
बागेश्वर, 22 जुलाई (निस)। खरेही के गांवों के किसान बंदरों और लंगूरों के आतंक से त्रस्त हैं। यह सिलसिला गत कई वर्षों से चला आबंदर और लंगूर हर साल खरीफ और रबी की फसलों के साथ ही सब्जियों और फलों को भी नुकसान पहुंचाते हैं। इस बार भी खरीफ की फसलों को वन्य जीव चैपट कर चुके हैं। समस्या का समाधान नहीं निकलने के कारण लोग खेती का काम छोड़ने को विवश हैं। अब यदि एकमात्र आजीविका के साधन से भी लोग हाथ धो बैठेंगे तो उनकी रोजी-रोटी कैसे चलेगी, यह अपने आप में एक बडा सवाल है। इससे लोग गांवों से पलायन करने को विवश हैं। ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से इस समस्या का समाधान करने की मंाग की है
भूस्खलन से मकानों को खतरा
पिथौरागढ़/थल, 22 जुलाई (निस)। जिले में लगातार हो रही बारिश से हुए भूस्खलन से कई मकानों को खतरा हो गया है। थल के निकट खोलीमाली ग्राम पंचायत में कन्या जूनियर हाईस्कूल अलकाथल के भवन का एक हिस्सा भूस्खलन की चपेट में आ गया है। स्कूल भवन के खतरनाक हालत में पहुंच जाने से उसमें पठन पाठन संभव नहीं हो पा रहा है। स्कूल प्रबंध समिति के अध्यक्ष मनोज कुमार ने इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी है। गणाईगंगोली के डसीलाखेत में प्रेमा कुमारी का मकान भारी बारिश के दौरान ढह जाने से पहली मंजिल में बंधी दो बकरियां इसकी चपेट में आ गई। वहीं भाटगाड़ा में विनोद कुमार के मकान के छत की बल्ली टूटते ही मकान भरभराकर गिर गया। गनीमत रही कि घर के सदस्य बाहर बा गये थे। राजस्व उपनिरीक्षक बलवंत देवली ने मौका मुआयना किया। उधर झूलाघाट में महाकाली लगातार किनारों को काट रही है। जिससे मकानों को खतरा पैदा हो गया है।
वार्ड सदस्य चुनाव जीत उपप्रधान बनना चाह रहा हर कोई
रुद्रपुर, 22 जुलाई (निस)। कहते है कि राजनीति का चस्का जब एक बार लग जाये तो छूटे नहीं छूटता। जो लोग प्रधान पद का चुनाव हार गये थे वह लोग अब वार्ड सदस्य का चुनाव जीतकर उपप्रधान बनने का सपना देख रहे हैं। इससे उपचुनाव के दिलचस्प होने की संभावना बढ़ गई है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ग्राम प्रधान के कई प्रत्याशियों को निराशा हाथ लगी थी। वे अब वार्ड सदस्य का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं ताकि उपप्रधान बन सकें। इधर 799 वार्ड ऐसे रह गए हैं, जिनमें वार्ड सदस्य के दो तिहाई से कम सदस्यों ने चुनाव लड़ा। नियमानुसार किसी भी ग्राम पंचायत का गठन होने के लिए पंचायत में दो तिहाइ वार्ड सदस्यों का होना जरूरी है। इस पर जिले में उपचुनाव की अधिसूचना जारी कर दी गई है। जिले में 799 वार्डों मेें उपचुनाव होना है। 26 को मतदान और 28 जुलाई को मतगणना होनी है। सूत्रों के अनुसार वार्ड सदस्य का चुनाव में वे लोग ही अधिक दिलचस्पी दिखा रहे हैं जो प्रधान का चुनाव हार चुके हैं और अब उपप्रधान बनने का सपना देख रहे हैं। इसकी जुगत भी उन्होंने शुरू कर दी है। इधर 799 वार्डों में उपचुनाव होने से अधिकारी कर्मचारी भी पसोपेश में हैं। क्योंकि हाल ही में ड्यूटी निभाने के बाद उप चुनाव में भी उनकी ड्यूटी लगना तय है। ब्लाकों में अफसर अंदरखाने निर्विरोध चुनाव कराने के लिए दावेदारों को मना रहे हैं। मगर उप प्रधान बनने का सपना पाले लोग हरहाल में चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं। इससे उपचुनाव के दिलचस्प होने की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
मनरेगा से धन उपलब्ध करा योजनाआंे को पूरा किए जाएगे: पांडे
देहरादून, 22 जुलाई (निस)। जिला योजना के अन्तर्गत स्वीकृत धनराशि के सापेक्ष अवमुक्त की जाने वाली धनराशि के लिए विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में जिला योजना से जुडे अधिकारियों के साथ बैठक की गई। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि डी.आर.डी.ए. तथा मत्स्य विभाग की योजनाओं में मनरेगा से धनराशि उपलब्ध करा कर योजनाओं को ताल मेल से पूरा कराया जायेगा। मुख्य विकास अधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये है कि जिन विभागों के अन्तर्गत केन्द्राश के साथ राज्याशं दिया जाना है, वह विस्तृत योजना बना कर जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी को पत्रावली प्रस्तुत कर धनराशि अवमुक्त करा लें। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि डी.आर.डी.ए. तथा मत्स्य विभाग की योजनाओं में मनरेगा से धनराशि उपलब्ध करा कर योजनाओं को ताल मेल से पूरा कराया जायेगा। उन्होने कहा कि मत्स्य विभाग द्वारा महिलाओं का समूह बनाकर योजनाओं को प्रस्तुत करें जिससे ग्रामीणों को रोजगार के साथ-साथ आर्थिक स्थित भी मजबूत हो सके। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि जिला योजना के अन्तर्गत गत वर्ष के चल रहे कार्यो के लिए धनराशि अवमुक्त कराकर उसकी भुगतान की व्यवस्था पहले की जाय। उन्होने बताया कि जिला योजना के सभी भुुगतान ई.पैमेन्ट के माध्याम से कोषागार से ही किये जायेगें। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि जनपद की 74.61 करोड की जिला योजना शासन द्वारा अनुमोदित कर जनपद को अवमुक्त हो गई है। उन्होने सभी कार्यालय अध्यक्षों से अपेक्षा की है कि वे अपने-अपने विभाग की योजना का विवरण निर्धारित प्रारूप में तैयार कर जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी के माध्यम से जिला अधिकारी को प्रस्तुत करें ताकि उस धनराशि को उन्हे समय से अवमुक्त कराया जा सके।
बैठक में जिला विकास अधिकारी ललित मोहन डोभाल, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. राजेश नेगी सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
श्रमिकों पर लाठीचार्ज का विरोध
रूद्रपुर, 22 जुलाई (निस)। सिडकुल स्थित ऐरा फैक्ट्री में गत दिवस ध्वजारोहण कार्यक्रम के दौरान मजदूरों पर हुए लाठीचार्ज प्रकरण में कार्यवाही की मांग को लेकर विभिन्न श्रमिक संगठनों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रशासनिक अधिकारी टीएस मर्तोलिया को ज्ञापन सौंपा। सौंपे गये ज्ञापन में श्रमिकों ने कहा कि गत दिवस ऐरा बिल्डर्स लि. में श्रमिक संगठन ध्वजा रोहण कार्यक्रम कर रहे थे। तभी पीएसी ने मजदूरों पर लाठीचार्ज कर दिया और यूनियन के झंडे को ध्वस्त कर दिया। इस लाठीचार्ज में प्रदीप गौड़, बुसेन, मनोज कुमार, हरीश,दिनेश कुमार घायल हो गये जिनमें बुद्धसेन व दिनेश सहित 18मजदूर पुलिस हिरासत में हैं। उन्होंने कहा कि ध्वजारोहण की सूचना कम्पनी प्रबंधकों, सहायक श्रमायुक्त को पूर्व में दे दी गयी थी। लेकिन पुलिस द्वारा किये गये लाठी चार्ज लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है। उन्होंने मांग की कि सभी गिरफ्तार मजदूरों को रिहा किया जाये। लाठीचार्ज में घायल मजदूरों का मेडिकल कराया जाये और लाठीचार्ज प्रकरण में शामिल पुलिसकर्मियों को दण्डित किया जाये। ज्ञापन देने वालों मंे गणेश मेहरा, लक्ष्मी दत्त भट्ट, मनोज कुमार, जगदीश सिंह, केके बोरा, सुरेंद्र सिंह रावत, डोरीलाल सागर, ऋषिपाल, राधेश्याम, श्याम नारायण, मुन्ना यादव, नरेंद्र कुमार, त्रिलोक चंद, पुरूषोत्तम शर्मा, प्रकाश चैधरी, दिनेश तिवारी, रमेश, ब्रजेश कुमार सिंह, सत्यजीत, चंदन दानू, जयदेव आदि थे।
पीडब्लूडी अधिकारियों को दिए सड़कों के गडढे भरने के निर्देश
काशीपुर, 22 जुलाई (निस)। संयुक्त मजिस्ट्रेट डा.् आशीष श्रीवास्तव ने बीते दिनों हुई भारी बारिश से उफनते नालों से क्षतिग्रस्त हुई को सड़कों के गडढे भरने के निर्देश पीडब्लूडी अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने बताया कि 49 बाढ़ प्रभावितों को प्रति परिवार 2700 रूपये की अहेतुक सहायता राशि वितरित कर दी गई है। साथ ही अन्य बाढ़ पीडि़तों की सूची तैयार कराई जा रही है। एसडीएम डा. आशीष श्रीवास्तव ने तहसीलदार सीएस बिष्ट, लोनिवि एवं सिंचाई विभाग के इंजीनियरों के साथ काशीपुर, कुंडेश्वरी, खरमासा रोड, टूटी पुलिया, भट्टा कालोनी में अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों तथा ग्राम गोपीपुरा में कटी नहर का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि ग्राम खरमासी में क्षतिग्रस्त हुए बहल्ला पुल में पाईप डालकर अस्थाई पुल तैयार किया गया है। वहीं ग्राम गुलडिय़ा में ढेली नदी से हो रहे भूकटाव को रोकने के लिए सैंड बैग लगाये जा रहे है। एसडीएम ने बताया कि एडीबी के सहायक अभियंता को काशीपुर, कुंडेश्वरी, खरमासा रोड आदि मार्गाे पर अतिवृष्टि के कारण बने गडढों को भरने का निर्देश दिया है। वही एनएच व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को भी इस बावत निर्देशित किया जा चुका है। गांव खरमासा की टूटी हुई पुलिया और भट्टा कालोनी की कटी नहरें बनाने के निर्देश सिंचाई विभाग को दिए गए है। एसडीएम ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों के 49 बाढ़ प्रभावितों को प्रति परिवार 2700 रूपये की अहेतुक सहायता राशि वितरित कर दी गई है। उन्होंने बताया कि राजस्व क्षेत्रवार बाढ़ से प्रभावित लोगों व काश्तकारों की सूची तैयार कराई जा रही है। उनके नुकसान का आंकलन कर शासन को रिपोर्ट भेजी जायेगी।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कार्यालय का घेराव किया
काशीपुर, 22 जुलाई (निस)। सामाजिक संस्था प्रयास के पदाधिकारियों और समाजसेवियों ने क्षेत्रीय पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कार्यालय का घेराव किया। संस्था के सदस्यों का कहना था कि 16 जुलाई को गंगा बचाओ अभियान को लेकर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया था। जिसमें संबंधित विभागों, उद्योगपतियों, जनप्रतिनिधियों को आमंत्रण किया गया था। परंतु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कोई भी अधिकारी इस गोष्ठी में शामिल नहीं हुआ। संस्था के सदस्यों ने कहा कि नदियों और नहरों को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड क्या कर रहा है। इसके जवाब में क्षेत्रीय पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी एसपी सिंह ने कहा कि हम लोग गंगा की सहायक नदियों को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रयास करते हैं। कुछ उद्योगों को नोटिस भी जारी किया था और कुछ को सीज भी किया था। घेराव करने वालों में शिवरत्न अग्रवाल, अजय शर्मा, मदन मोहन गोले, केके छाबड़ा, मेजर सुभाष भारद्वाज, हरिओम अग्रवाल, गोपाल अग्रवाल, डा. संजीव व भूपेष सैनी आदि मौजूद थे।
झमाझम बारिश में झूमे युवा, बैनाकुल में बद्रीनाथ हाइवे खुला
देहरादून, 22 जुलाई (निस)। मंगलवार को दोपहर बाद हुई झमाझम बारिश से दूनवासियों को काफी राहत मिली। इससे पहले सुबह से निकली चटक धूप से पैदा हुई उमस और गर्मी ने लोगों को खूब रुलाया। दोपहर बाद हुई बारिश ने स्कूल से लौट रहे बच्चों को राहत दी तो शहर में जाम की स्थिति भी रही। प्रदेश में लगातार बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग के निदेशक आनंद शर्मा ने बताया कि अगले 24 घंटे में प्रदेश को भारी बारिश से राहत रहेगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। उधर बैनाकुली में बदरीनाथ हाईवे खुल गया। जिसके बाद बीआरओ सड़क को समतल करने में जुट गया है। इस दौरान जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन ने कहा कि अगर मौसम ठीक रहा तो बुधवार से बदरीनाथ धाम यात्रा शुरु हो जाएगी। जोशीमठ में बदरीनाथ धाम जाने के लिए करीब 150 तीर्थयात्री रुके हुए हैं। मौसम खुलने के बाद एक बार फिर हेमकुंड यात्रा शुरु हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह 6 बजे शुरु हुई हेमकुंड यात्रा बीती 17 जुलाई को बंद हो गई थी। यात्रा शुरु होने के बाद सिख तीर्थयात्री काफी खुश हैं। गोविंदघाट से 80 यात्रियों को हेमकुंड के लिए रवाना कर दिया गया है। चमोली के जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन ने जोशीमठ तहसील प्रशासन और गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी को यात्रा मार्ग का भली-भांति निरीक्षण करने के बाद तीर्थयात्रियों को हेमकुंड साहिब भेजने के निर्देश दिए हैं। इससे पहले हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा पर जाने वाले 90 तीर्थयात्री गोविंदघाट में और 40 जोशीमठ के गुरुद्वारे में रुके हुए थे।
भाजपा कर रही दुष्प्रचार: सुरेन्द्र
- भाजपा को उपचुनाव में तीनों सीटों पर सूपड़ा साफ होने का डर
देहरादून, 22 जुलाई (निस)। मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी सुरेन्द्र कुमार ने कहा है कि भाजपा को विधान के उपचुनाव में तीनों विधान सभा सीटो पर सूपड़ा साफ होने और जनता द्वारा नकारे जाने का आभार हो गया है, जिस कारण वे दुष्प्रचार का सहारा ले रहे है। उन्होंने कहा कि भाजपा दुष्प्रचार कर जनता के निर्णय लेने की क्षमता पर भी अविश्वास प्रकट कर रही है। उन्होंने कहा कि जैसे पंचायत चुनावों में जनता ने भाजपा को नकार दिया था, वैसे ही अब विधान सभा के उप चुनाव में भी नकारे जाने के कारण भाजपा नेता दुष्प्रचार का सहारा लेकर अपनी खीज मिटाना चाह रहे है। उन्होंने कहा कि इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भाजपा नेता चुनाव की घोषणा होने के दिन से ही चुनाव लड़ने के बजाय जनता को भ्रमित करने में लग गये थे। उन्होंने कहा कि शायद भाजपा को पहले दिन से ही इसका आभास हो गया था कि वे इन उपचुनाव में भी हारने जा रहे है। इसी कारण भाजपा पहले दिन से चुनाव लड़ने के बजाय चुनाव याचिका लड़ रहे थे। श्री कुमार ने कहा कि कांग्रेस ने सदैव से जनता के हित में काम किया है और आगे भी करती रहेगी। मुख्यमंत्री हरीश रावत तन,मन से प्रदेशवासियों की सेवा में लगे हुए है। राज्यहित में अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की गई है। भाजपा को राज्यहित की चिंता नही है, केवल राजनीतिक रोटियां सेकना ही, उनका उद्देश्य है। आपदा के कारण राज्य के हालात है, उसमें भाजपा को भी राज्य सरकार के साथ खडा होकर केन्द्र से अधिक से अधिक मदद की मांग करनी चाहिए थी, लेकिन भाजपा नेता केवल अपने स्वार्थों में लगे हुए है। विधान के उपचुनाव तय करेंगे कि जनता का विश्वास मुख्यमंत्री हरीश रावत के प्रति बढ़ा है।
भारी बारिश ने किया जीवन अस्त- व्यस्त
पिर्थोरागढ़, 22 जुलाई (निस)। चार दिन से लगातार हो रही भारी बारिश अब आफत बनती जा रही है। उफानी नदियों ने जहां-तहां हाईवे तथा आंतरिक मार्ग काट दिए हैं। कई जगहों पर मलबे आने से 75 से अधिक मार्ग बाधित हो गए है। जिससे जरूरी चीजें भी महंगी हो गई है। यहीं नहीं वस्तुओं की किमतो में तो उसका असर पड़ रहा है साथ ही तेज बारिश से अब तक करीब सैकड़ो मकान भी ध्वस्त हो चुके हैं। कई जगहों पर फोन और बिजली की सेवायें भी ठप्प हो गई हैं। उधर, तेज बारिश के चलते मुनस्यारी तहसील के हंसलिंग, पंचाचूली और पिल्थी की चोटियों पर रविवार को हिमपात भी हुआ। खतरे के निशान से ऊपर बह रही शारदा ने टनकपुर में किरोड़ा नाला पुल के पास टनकपुर-चंपावत राजमार्ग का करीब 20-25 मीटर हिस्सा नदी ने काट दिया है। बनबसा के पास जगबूड़ा पुल के पास ट्रैक पर पानी आने से रविवार को इस रूट पर चलने वाली तीनों ट्रेनें टनकपुर तक नहीं जा सकीं। ये ट्रेने खटीमा से ही वापस हो गईं, जिससे यात्री परेशान रहे। नेपाल सीमा से लगे तल्लादेश क्षेत्र का जिला मुख्यालय (चंपावत) से तीन दिन से संपर्क कटा हुआ है। अल्मोड़ा जिले में अब तक करीब 69 और बागेश्वर जिले के सिमस्यारी, मेहनरबूंगा और मंडलसेरा में सात मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वहीं, पिथौरागढ़ के थल में तीन मकान ध्वस्त हुए हैं। सोमेश्वर में मनसा नदी ने अपना रुख बदल दिया। टनकपुर में शारदा में बहकर आई लकडकियों को निकालते वक्त नेपाल के मिनपा एक भुजेला गांव निवासी तुलसा देवी (45) बह गई। उधर, बाजपुर के गांव पिपिलया निवासी दिनेश चंद शर्मा का 11 वर्षीय पुत्र विशु शर्मा की नाले में डूबने से मौत हो गई। वह सेंट मेरी स्कूल का छात्र था। सितारगंज में बैगुल के बाद कैलाश नदी का भी कहर टूट पड़ा है। रविवार सुबह कैलाश में करीब 45 हजार क्यूसेक पानी आने से बिज्टी-मझोला पुल का एक हिस्सा बह गया और पुल गिरने की कगार पर है। एहतियातन भारी वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। साथ ही पुल के पास सड़क बहने से प्रदेश दर्जन भर गांवों का पीलीभीत से संपर्क कट गया है। बाजपुर में लेवड़ा में आई बाढ़ के चलते नैनीताल-हल्द्वानी स्टेट हाइवे जलमग्न हो गया है। इसका फायदा उठाकर ट्रैक्टर चालक पानी से छोटे वाहनों को निकालने के 300 से 400 रुपए तक वसूल रहे हैं। देहरादून रूट पर जसपुर के पास सड़क कट जाने से परिवहन निगम ने रविवार को केवल चार बसें वाया मुरादाबाद देहरादून भेजी। बसों को वाया मुरादाबाद भेजे जाने से यात्रियों को करीब 25 रुपए का अधिक किराया देना पड़ रहा है। पहाड़ के लिए भी केवल नैनीताल के लिए हल्द्वानी से बसें जा रही हैं। सड़कें बंद होने से पहाड़ में सब्जियों के दाम भी दुगने हो गए है। चार दिन पहले शिमला मिर्च का मंडी में 35 रुपए किलो थोक रेट था, लेकिन रविवार को यह 50 रुपए किलो बिका। 38 रुपए किलो बिकने वाला बीन 60 रुपए किलो बिक रहा है। आलू के दाम 25 से 29 रुपए हो गए हैं। टमाटर 30 रूपए से बढ़कर 50 रूपए किलो बिक रहा है। बंद गोभी के दाम दोगुने हो गए हैं। चार दिन पहले 200 रुपए कट्टा बिक रही बंदगोभी अब चार सौ रुपए कट्टा हो गई। वहीं पहाड़ पर भी मैदानी इलाकों की सब्जियां न आने से स्थानीय सब्जियां महंगी हो गई है। पिथौरागढ़ में लोकल गोभी 30 रुपए किलो, टमाटर 40 रुपए किलो, प्याज 40 रुपए किलो बिक रहा है। चंपावत में दूध की कमी रही।

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