जम्मू एवं कश्मीर के बाढ़ प्रभावित विभिन्न इलाकों में सेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) अब तक 96 हजार से ज्यादा लोगों को बचा चुके हैं। एक रक्षा अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। यहां जारी एक बयान के मुताबिक, राहत एवं बचाव कार्य में वायु सेना और सेना विमानन कोर के 84 परिवहन विमानों और हेलीकॉप्टरों को लगाया गया है। श्रीनगर क्षेत्र में सेना के 21 हजार, जबकि जम्मू क्षेत्र में नौ हजार जवान राहत और बचाव कार्य में लगे हैं।
प्रभावित लोगों को तीव्र गति से चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा के 80 चिकित्सा दल जोर शोर से काम में लगे हैं। बयान के मुताबिक, "अब तक 21,500 मरीजों का इलाज किया जा चुका है।" सेना के जवान बृहद पैमाने पर पानी के बोतल और खाने के पैकेट वितरित कर रहे हैं। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि कंबल, टेंट, पानी की बोतल और खाने के पैकेट समेत ज्यादा से ज्यादा राहत सामग्रियों को विमान से हैदराबाद, बड़ौदा, अमृतसर, अंबाला और दिल्ली से यहां लाया जा रहा है।
बयान के मुताबिक, प्रभावित लोगों के बीच वायु सेना ने कुल 1,237 टन राहत सामग्री गिराया है। बचाव अभियान के लिए जरूरी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सेना ने श्रीनगर और उससे जुड़े अन्य इलाकों में 90 अतिरिक्त नौकाओं को तैनात किया है। श्रीनगर और जम्मू क्षेत्र में सेना ने 19 राहत शिविरों की स्थापना की है। सीमा सड़क संगठन के पांच कार्यदलों के 5,700 कर्मचारी सड़क सीमा बहाल करने के काम में लगे हुए हैं।

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