- कहा, कारपेट इंडस्टी को शिखर तक पहुंचाने के लिएं संकल्पित
कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी), नयी दिल्ली के चुनाव में उमेश गुप्ता ग्रूप का लगातार जीत का परचम कायम है। काफी संघर्षो के बाद एक बार फिर उमेश गुप्ता सर्वाधिक 963 मत पाकर छठी बार बिवजयी हुए है। जबकि चेयरमैन पद के लिए जम्मू काश्मीर के कुलदीप राज वाटल दुसरी बार निर्वाचित हो गए हैं। शेष भारत से प्रथम उपाध्यक्ष पद पर मुकेश कुमार गोंबर, द्वितीय उपाध्यक्ष पद पर भदोही से हाजी अब्दुल रब अंसारी सहित अशोक जैन, इकबाल अहमद, उमर हमीद, बोधराज मल्होत्रा, विभोर जैन के सामने कोई प्रतिद्वंदी नहीं होने से निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए।
सदस्य पद के आठ सीटों पर कांटे का संघर्ष रहा, जिसमें पड़े 1781 मतों की गिनती के बाद उमेश कुमार गुप्ता-963 मत, अनिल सिंह राजपूत-934 मत, भरत लाल मौर्य-924 मत, हाजी फिरोज वजीरी-943 मत, घनश्याम शुक्ला-933 मत, हुसैन जाफर-917 मत, इश्तियाक खां उर्फ अच्छू-909 मत, ओंकारनाथ मिश्रा उर्फ बच्चा को 953 मिला। हारे प्रत्याशियों में अनिल सिंह को 838, हाजी जलील अंसारी को 838, पंकज बरनवाल को 852, कमरुद्दीन अंसारी को 837, संजय गुप्ता को 895, शमीम आलम को 843 और सारस्वत पांडेय को 833 मत मिला। परिषद के अधिशासी निदेशक और निर्वाचन अधिकारी शिव कुमार गुप्ता ने सभी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। श्री गुप्ता ने लोगों से अक्टूबर माह में वाराणसी में होने वाले कारपेट एक्सपो की सफलता के लिए सहयोग मांगा। निवर्तमान चेयरमैन सिद्धनाथ सिंह ने नई टीम को बधाई देते हुए कालीन उद्योग के लिए समर्पण का भाव दिखाने की आकांक्षा की। कहा कि नई टीम कालीन उद्योग को उचाइयों पर ले जाने में सफल होगी। कालीन निर्यात के विश्वव्यापी प्रचार-प्रसार तथा निर्यात को बढ़ावा देने के मकसद के तहत लगभग तीन दशक पहले परिषद की स्थापना की गई थी। इस बीच देश विदेश में कालीन मेलों, प्रदर्शनियों के माध्यम से उद्योग को बढ़ावा देने में परिषद ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इससे भारतीय कालीनों के निर्यात में जहां व्यापक वृद्धि दर्ज की गई वहीं निर्यातकों को भी बाजार तलाशने में आसानी हुई। देश के कुल निर्यात का 80 फीसदी भदोही से होता था, लेकिन अब 40 फीसदी तक सिमट गया है। इसके अलावा ओंकारनाथ मिश्र चैथी तथा घनश्याम शुक्ला, भरतलाल मौर्य, इश्तियाक खां अच्छू को तीसरी बार चुने गए है।
(सुरेश गांधी)

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें