प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को न्यूयार्क पहुंचने के बाद यहां के मेयर बिल डी ब्लासियो के साथ शहरी विकास और नोबेल पुरस्कार विजेता हैराल्ड वार्मस से स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर चर्चा की। मोदी ने इसके बाद ग्राउंड जीरो का दौरा किया। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने संवाददाताओं को बताया कि वार्ता के दौरान मोदी ने जानना चाहा कि किन क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाएं हैं और उनके कौन से कार्यक्रम भारत में लागू किए जा सकते हैं।
ब्लासियो के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने उनसे यह जानना चाहा कि 9/11 के बाद कैसे न्यूयार्क इस स्थिति से बाहर निकला और शहर में सुरक्षा के क्या उपाय किए गए हैं। अकबरुद्दीन ने कहा, "उन्होंने दोनों देशों के शहरों के एकसमान खतरे तथा संभावित सहयोग के क्षेत्रों पर चर्चा की।" बातचीत का दूसरा मुद्दा भीड़ का नियंत्रण करने से संबंधित था। प्रधानमंत्री मोदी ने जानना चाहा कि न्यूयार्क पुलिस कैसे इसे संभालती है? उन्होंने यह भी पूछा कि यदि न्यूयार्क शहर में कुंभ मेले जैसी स्थिति हो तो उससे कैसे निपटा जाएगा?
नोबल पुरस्कार विजेता और अमेरिका के राष्ट्रीय कैंसर संस्थान के निदेशक वार्मस ने भी मोदी से मुलाकात की। वार्मस को कैंसर में जीन की भूमिका से संबंधित खोज के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया था। अकबरुद्दीन ने कहा कि मोदी ने उन्हें कैंसर से संबंधित शोध को बढ़ावा देने के लिए भारत आने का निमंत्रण दिया और कहा कि दोनों देशों की संस्थाओं के बीच शोध में सहयोग की संभावना मौजूद है। दोनों के बीच कैंसर में मोटापे और मधुमेह जैसी स्वास्थ्य संबंधी मुद्दे पर भी चर्चा हुई।
इसके बाद मोदी भारतीय समयानुसार शनिवार सुबह 7.30 बजे 9/11 मेमोरियल यानी ग्राउंड जीरो पहुंचे। यह वह स्थान है, जहां कभी वर्ल्ड ट्रेड सेंटर (डब्ल्यूटीसी) की दो गगनचुंबी इमारतें हुआ करती थीं, जिसे अलकायदा ने हवाई हमले में 2001 में नष्ट कर दिया था।

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