बजरंग दल व विहिप की शोभायात्रा शांतिपूर्ण सम्पन्न
नरकटियागंज(पच) विश्व हिन्दू परिषद् और बजरंग दल की स्थानीय इकाई ने शनिवार को भव्य शोभायात्रा निकाली। यह यात्रा शहर के पोखरा चैक स्थित राम-जानकी मंदिर से निकली और शहर के महात्मागाँधी मार्ग, विपिन बिहारी वर्मा मार्ग, सोनारपट्टी, आदर्श चैक, मस्जिद चैराहा होते हुए आर्य समाज मंदिर पथ होकर हाई स्कूल चैक के रास्ते कृषि बाजार मार्ग, शिवगंज, पुरानी बाजार होते हुए, गोपाला ब्रह्म स्थान पहुँच कर सम्पन्न हो गयी। इस दौरान सरस्वती शिशु/विद्या मंदिर के भाइयों ने बैण्ड बाजे के साथ रामधुन बजाया और लोगों का उत्साहवर्द्धन किया। इस कार्य में विश्व हिन्दू परिषद् से जुड़े कार्यकर्ता काफी सक्रिय दिखे। उधर बजरंग दल के मोहित राज ने बताया कि शोभा यात्रा के दौरान चैक-चैराहों पर आकर्षक यात्रा में शामिल बजरंग दल के कार्यकर्ता प्रारंभ से सक्रियता पूर्वक डटे रहे। इस अवसर पर शिकारपुर पुलिस के सहायक अवर निरीक्षक सुरेश पण्डित मस्जिद के पास सदल-बल मौजूद रहे ताकि कोई अप्रिय घटना नहीं हो सकें। हालाकि इस संबंध मंे बजरंग दल के मोहित राज ने पूर्व में बता दिया था कि हमारे अनुशासित और संयमित कार्यकर्ता तबतक उग्र नहीं होते जब तक उन्हे छेड़ा न जाए। विश्व हिन्दू परिषद् और बजरंग दल की शोभा यात्रा में शहर के गणमान्य भी शामिल हुए।
भोजपुरी के लिए आन्दोलन की सुगबुगाहट तेज: भोजपुरी युवा वाहिनी
नरकटियागंज(अवधेश कुमार शर्मा) बिहार राज्य भोजपुरी युवा वाहिनी के तत्वावधान में प्रांतीय संयोजक हरिश्चन्द्र कुमार प्रजापति ने बताया कि विगत दिनों सारण प्रमण्डल के छपरा स्थित रामसखी रामबिहारी स्मृति पुस्तकालय सह सारण प्रमण्डल भोजपुरी साहित्य सम्मेलन के नेवाजी टोला कार्यालय में डाॅ.जनार्दन सिंह (भोजपुरिया अमन के सम्पादक) की अध्यक्षता में एक बैठक रविवार को सम्पन्न हुई। जिसमें पूरे बिहार से भोजपुरी सेवियों का हुजूम पहुँचा। उक्त बैठक में डाॅ. जौहर शाफियावादी, डाॅ. जयकान्त सिंह जय, डाॅ. रवीन्द्र शाहाबादी आदि विशिष्ठ भोजपुरी साहित्यकार शामिल हुए। जिसमें निर्णय लिया गया कि प्रखण्ड स्तर से प्रांतीय स्तर तक के उच्च विद्यालय से विश्वविद्यालय तक के अलावे समाज के भोजपुरी से जुड़े लोग यथा साहित्यकार, कवि, रचनाकार, पत्रकार व अन्य सहयोगियों को सदस्य बनाया जाएगा। उस बैठक में भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में भोजपुरी को शामिल करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर आन्दोलन चलाने और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बोली जाने वाली भोजपुरी को अपने घर आंगन में मान्यता दिलाने का अथक प्रयास जारी रहेगा। इसके पूर्व बिहार सरकार के कलासंस्कृति एवं युवा मामले के मन्त्री जो स्वयं भोजपुरी के एक सुप्रसिद्ध गीतकार हैं ने मांग करने का निर्णय लिया गया कि राज्य के लोक सेवा आयोग में भोजपुरी विषय को शामिल किया जाए। भोजपुरी के शुभचिन्तकों ने बिहार के जीतनराम मांझी सरकार से मांग किया गया कि वे राज्य के प्राथमिक शिक्षा विभाग में भोजपुरी शिक्षकों की बहाली शीघ्र करावे। बैठक में मुख्य रूप से रविकान्त रवि, अमृता कुमारी, सुजीत कुमार, डाॅ. पीके परमार्थ, राजेश कुमार ओझा एवं जमाल जौहरी शामिल हुए। बिहार राज्य भोजपुरी युवा वाहिनी के प्रांतीय संयोजक हरिश्चन्द्र कुमार प्रजापति ने बताया कि आगामी बैठक आरा में आयोजित की जाएगी।
समाज के निचले स्तर पर पहचान बनाएँ कार्यकर्ता तो हम बन सकेंगे विकल्प
नरकटियागंज(पच) अनुमण्डलीय शहर नरकटियागंज के धूमनगर विवाह भवन में 14 सितम्बर 2014 को हिन्दी दिवस पर एक कार्यकर्ता चिंतन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें कार्यकर्ताओं ने अपने पार्टी के विस्तार के लिए चिंतन किया। जिसका आयोजन आम आदमी पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने किया। हिन्दी दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में पटना के अर्थोपेडिक सर्जन डाॅ. सुनिल कुमार विशिष्ट अतिथि रहे। हिन्दी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन आप की राज्यस्तरीय नेत्री व बिहार की पूर्व मंत्री परवीन अमानुल्लाह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। समारोह का विधिवत् संचालन आप के दीपकमणि तिवारी ने किया। हिन्दी दिवस पर आयोजित कार्यकर्ता चिंतन कार्यक्रम में दिग्विजय राय, संदीप कुमार, महम्मद आलमगीर, अरूण शर्मा, विद्यानन्द शुक्ल, राजीव वर्मा ने अपने विचार व्यक्त किया। परवीन अमानुल्लाह ने पंचायत प्रतिनिधियों व राज्यकर्मियों व गैर राज्यकर्मियों सरकारी व अर्द्धसरकारी कर्मियों के कार्यकलापों व गतिविधियों पर नजर रखने की आवश्यकता पर बल दिया। श्रीमती अमानुल्लाह ने कहा कि यदि समाज में निचले स्तर पर हो रही गड़बड़ी को दूर करने के लिए पार्टी के लोग कार्य करें तो समाज में आम आदमी पार्टी की पकड़ काफी मजबूत हो जाएगी और हम बिहार में एक अलग पहचान बनाने में कामयाब होंगे। यदि आम आदमी पार्टी के लोग समाज में अपनी पहचान बनाने में कामयाब होंगे तो हमारी पार्टी कांग्रेस-जदयु-राजद, भाजपा और वामपंथ को छोड़ लोगों के लिए सरकार का विकल्प बन सकती हैं।
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