उत्तर प्रदेश के अमेठी जनपद में राजघराने में स्वामित्व का विवाद अब खूनी रूप लेता जा रहा है। रविवार की सुबह संजय सिंह और उनकी दूसरी पत्नी अमिता सिंह को अदालत में पेश होना था। इससे पहले स्थानीय लोग संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह के बेटे अनंत विक्रम सिंह के समर्थन में उतर आए। उन्होंने भूपति भवन को घेर लिया और अमिता को घुसने नहीं दिया। इसके बाद पुलिस और ग्रामीणों के बीच जमकर संघर्ष हुआ। पुलिस ने जब लाठीचार्ज किया तो दूसरी तरफ से गोलीबारी की गई। उसी दौरान गोली लगने से एक सिपाही की मौत हो गई। इस घटना में कई लोग घायल हो गए। घटनास्थल पर कई थानों के पुलिस दस्ते तथा आरएएफ व पीएसी बल को तैनात किया गया है।
अमेठी पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, भूपति भवन के वारिस और कांग्रेस सांसद संजय सिंह व उनकी पहली पत्नी गरिमा सिंह के बीच स्वामित्व का विवाद चल रहा है। अदालत में पेश होने के लिए संजय सिंह और उनकी दूसरी पत्नी अमिता रविवार को लखनऊ से अमेठी के लिए निकलने वाले थे। इसी बीच पहली पत्नी गरिमा सिंह के बेटे विक्रम सिंह ने ग्रामीणों के साथ भूपति भवन को घेर लिया। इसके बाद पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई।
देखते ही देखते उग्र भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हवाई फायरिंग की तो दूसरी तरफ से भी फायरिंग की की गई। बताया जाता है कि फायरिंग के दौरान एक सिपाही विजय मिश्र को गोली लगी और अस्पताल ले जाते वक्त उसकी मौत हो गई। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर ग्रामीणों को वहां से खदेड़ दिया। खूनी संघर्ष की सूचना पाकर मौके पर कई थानों की पुलिस, पीएसी और आरएएफ को तैनात कर दिया गया है। खबर लिखे जाने तक संजय सिंह अपनी दूसरी पत्नी अमिता के साथ राजमहल पहुंच चुके थे।
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