सोनिया गांधी से दर्द बांटते-बांटते रो पड़ी बाढ़ पीड़ित - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


सोमवार, 29 सितंबर 2014

सोनिया गांधी से दर्द बांटते-बांटते रो पड़ी बाढ़ पीड़ित

sonia in kashmir
कश्मीर घाटी में आई भीषण बाढ़ में अपना घर और सारी जमापूंजी खो देने वाली 35-वर्षीय शहनाज़ा सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलकर रो पड़ी। दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष यहां एक पुनर्वास केंद्र के दौरे पर आई थीं। सोनिया गांधी के साथ उनके बेटे और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद समेत कांग्रेस के कुछ अन्य वरिष्ठ नेता भी आए थे। इन सभी ने अनंतनाग से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित देहरूना गांव के एक शिविर में बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की।

शहनाज़ा और उसका परिवार शिविर के एक तंबू में रह रहा है, और जब सोनिया गांधी उनके टेंट में आईं तो उन्हें देखकर शहनाज़ा अपने आंसुओं पर काबू नहीं रख सकी। अपना दुख बयान करते हुए उसने सोनिया गांधी को बताया कि बाढ़ की वजह से उसकी ज़िन्दगी तबाह हो गई है, क्योंकि घर समेत इतने सालों में उसके परिवार ने जो कुछ भी जमापूंजी बनाई थी, बाढ़ वह सब लील ले गई। उसने जब अपनी तीन छोटी-छोटी बेटियों की दुर्दशा बताई तो सोनिया गांधी ने उसे गले लगाकर सांत्वना दी और उसके बच्चों से भी हाथ मिलाया।

कोई टिप्पणी नहीं: