कर्नाटक के मुख्यमंत्री के सिद्धारामैया ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर गुरुवार को दुनिया की सबसे ऊंची बापू की ध्यानावस्थित प्रतिमा का अनावरण किया। विधान परिषद के सभापति डीएच शंकरमूर्ति ने दावा किया कि इस मूर्ति का घेरा 13 फुट में है और 27 फुट लंबी है।
यह प्रतिमा विधान सौध और मिनी विधान सौध के बीच में स्थापित की गई है। इस मौके पर सिद्धारामैया ने कहा कि राष्ट्रपिता दुनिया में केवल एक ऐसे नेता थे, जिन्होंने अहिंसा के मार्ग पर चलकर देश को आजादी दिलाई। स्वतंत्रता संग्राम में कांग्रेस भी उनके साथ रही थी। उन्होंने कहा कि बापू सांप्रदायिक तत्वों का विरोध करते थे, लेकिन इन्हीं के कारण उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी।

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