मोटापा यूं तो अपने आप में ही एक बीमारी है लेकिन यह जानकर सबको आश्चर्य होगा कि विश्वभर में प्रति वर्ष कैंसर के चार लाख 81 से से अधिक मामले मोटापे के कारण ही होते हैं। द लैन्ससेट आनकोलाजी में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार हाल ही में शोधर्कताों ने मोटापे और कैंसर के बीच संबंध का पता लगाया है। इंटरनेशनल एजेंसी फार रिर्सच आन कैंसर .आईएआरसी. के मेलिना अर्नाल्ड की अगुवाई में किए गए एक शोध के अनुसार विकसित देशों में वर्ष 2012 में कैंसर के कुल मामलों में से एक चौथाई मामले जो लगभग एक लाख 18 हजार थे में इस बीमारी का मुख्य कारण मोटापा था। अपने शोध के लिए डा. अर्नाल्ड ने 2012 में 184 देशों में कैंसर और उससे होने वाली मौत के आंकडों को इकट्ठा कर एक माडल तैयार किया। बढा हुआ बाडी मास इंडेक्स कैंसर के लिए उत्तरदायी है।
अध्ययन से यह भी पता चला कि मोटापे के कारण महिलाों को कैंसर का खतरा पुरूषों के मुकाबले अधिक होता है। महिलाों में इससे गर्भाशय तथा स्तन का कैंसर जबकि पुरूषों में किडनी का कैंसर मोटापे की देन है। डा. अर्नाल्ड कहते हैं कि विकसित देशों में महिलाों में कैंसर के आठ प्रतिशत मामले तथा पुरूषों में तीन प्रतिशत मामले बढे हुए वजन के कारण है। शोधर्कता कहते हैं कि ये आंकडे बेहद चौकाने वाले हैं और इनसे वैश्विक स्तर पर मोटापे के बढते मामलों पर तत्काल काबू पाने की आवश्यकता है।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें